Sovereign Gold Bond: सरकारी गोल्ड बॉन्ड की तरफ निवेशकों का बढ़ता रुझान, स्वर्ण बॉन्ड में बढ़ा चार गुना निवेश

Sovereign Gold Bond: सरकारी गोल्ड बॉन्ड स्कीम की तरफ निवेशकों का रुझान बढ़ता जा रहा है। एक समय था जब लोग सिर्फ फिजिकल रूप से ही सोने को खरीदना पसंद करते थे। लेकिन जीएसटी और मेकिंग चार्ज के चलते अब...
sovereign gold bond  सरकारी गोल्ड बॉन्ड की तरफ निवेशकों का बढ़ता रुझान  स्वर्ण बॉन्ड में बढ़ा चार गुना निवेश

Sovereign Gold Bond: सरकारी गोल्ड बॉन्ड स्कीम की तरफ निवेशकों का रुझान बढ़ता जा रहा है। एक समय था जब लोग सिर्फ फिजिकल रूप से ही सोने को खरीदना पसंद करते थे। लेकिन जीएसटी और मेकिंग चार्ज के चलते अब लोग सरकारी गोल्ड बॉन्ड में काफी निवेश कर रहे हैं। रिजर्व बैंक की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में 27,031 करोड़ रुपये सरकारी गोल्ड बॉन्ड में निवेश किए गए हैं। यह 2022-23 में खरीदे गए स्वर्ण बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) से चार गुना हैं। चलिए जानते हैं आखिर क्यों लोगों का इस स्कीम की तरफ रुझान बढ़ा हैं...

SGB को चार चरणों में किया जारी:

पिछले वित्त वर्ष में स्वर्ण बॉन्ड में चार गुना तक निवेश बढ़ा हैं। बता दें सरकारी गोल्ड बॉन्ड को वित्त वर्ष 2023-24 में चार चरणों में जारी किए गए। इन चार चरणों में निवेशकों ने SGB में कुल राशि 27,031 करोड़ रुपये निवेश किए हैं। गोल्ड की कीमतों में तेजी की संभावना को देखते हुए इसका ग्राफ काफी तेज़ी से बढ़ा है। आने वाले समय में इससे भी अधिक मात्रा में गोल्ड बॉन्ड में इन्वेस्ट किया जा सकता है। इस योजना के तहत लोगों को फिजिकल सोना खरीदने की जरुरत नहीं पड़ती है।

सोने की बढ़ती कीमत से बढ़ा ग्राफ..?

बता दें सोना सबसे कीमती धातुओं में शुमार है। भारत में सोने की काफी खपत होती है। यहां लोग सबसे ज्यादा सोने में निवेश करना पसंद करते हैं। लेकिन सोने को बड़ी मात्रा में फिजिकल तौर पर रखना लोगों के लिए बड़ी परेशानी थी। फिजिकल रूप से गोल्ड खरीदने के झंझट से दूर रहने के लिए सरकारी गोल्ड बॉन्ड स्कीम लोगों की पहली पसंद बन गई। इसके अलावा जानकारों का मानना हैं कि सोने की बढ़ती कीमत के चलते भी इसकी तरफ लोगों का रुझान बढ़ा है।

गोल्ड बॉन्ड का फायदा:

1. फिजिकल रूप से गोल्ड खरीदने का झंझट दूर
2. इस स्कीम के तहत मिलता है सालाना 2.5% की दर से ब्याज
3. सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्ड में निवेश करने पर टैक्स में छूट
4. जीएसटी और मेकिंग चार्ज से मिलती है निजात
5. गोल्ड बॉन्ड का आसानी से किया जा सकता है ट्रेड

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