Bank Frauds in MP: मजदूर के नाम बैंक खाता खुलवा 51 लाख का फर्जीवाड़ा, बैंक और कृषि विभाग सवालों के घेरे में

घोटाले की सबसे बड़ी बात यह है कि जिस मजदूर के नाम पर यह सारा घोटाला हुआ, उसे पता ही नहीं है कि उसके नाम पर किसी बैंक में अकाउंट भी खुला है और उने 51 लाख रूपए की दवा खरीद ली।
bank frauds in mp  मजदूर के नाम बैंक खाता खुलवा 51 लाख का फर्जीवाड़ा  बैंक और कृषि विभाग सवालों के घेरे में

Bank Frauds in MP: दतिया। मध्य प्रदेश में दतिया जिले के ग्राम बड़ोंकला में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां फर्जी दस्तावेज तैयार कर 51 लाख रुपए का घोटाला किया गया है। घोटाले की सबसे बड़ी बात यह है कि जिस मजदूर के नाम पर यह सारा घोटाला हुआ, उसे पता ही नहीं है कि उसके नाम पर किसी बैंक में अकाउंट भी खुला है और उने 51 लाख रूपए की दवा खरीद ली।

मजदूर के नाम से बनवा लिया पैन कार्ड, आधार कार्ड और उसे पता भी नहीं

दरअसल दतिया के ग्राम बड़ोंकला में एक मजदूर राजेश जाटव के नाम से एक बैंक में खाता खुलवाया गया। उसके नाम से पैन कार्ड लिया गया और फिर उसके नाम से ही फर्जी दस्तावेज बनाकर 51 लाख रूपए की दवा भी खरीदी गई। जब इस बारे में षड़यंत्र का शिकार बने राजेश से बात की गई तो उसने कहा कि मैं मजदूरी करता हूं। मैंने कभी किसी बैंक में खाता नहीं खुलवाया, न ही पैन कार्ड बनवाया। फिर भी मेरे नाम से खाता खोलकर 51 लाख की दवा खरीदी गई। ये सब मेरे नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाकर किया गया है।

कैसे बने फर्जी पैन कार्ड, आधार कार्ड और बिना केवाईसी कैसे बैंक खाता खुला

इस पूरे फर्जीवाड़े में न केवल बैंकिंग नियमों की अनदेखी हुई बल्कि कृषि विभाग की प्रक्रिया पर भी सवाल उठ रहे हैं। बैंक के नियमानुसार बैंक खाता खोलने के लिए किसी व्यक्ति के फिंगरप्रिंट और पता सत्यापन जरूरी होता है। लेकिन ऐसा कैसे हुआ कि 51 लाख का घोटाला हो गया, वो भी घोटाले (Bank Frauds in MP) का शिकार बने राजेश की जानकारी के बिना। इस मामले में बैंक की भूमिका भी सवालों के घेरे में है, नियमों के अनुसार हर दस्तावेज की केवाईसी और सत्यापन किया जाता है। यहां पर किस तरह यह सब किया गया।

किसी बड़ी साजिश का हो सकता है खुलासा

इसके साथ ही कृषि विभाग में लाइसेंस भी ऑनलाइन जनरेट होता है। यह जांच का विषय है कि फर्जीवाड़े में विभाग के सिस्टम का दुरुपयोग कैसे हुआ। यह मामला एक बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है। अब देखना होगा कि जांच में क्या सामने आता है और दोषियों को कब सजा मिलती है। इसाइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार ऐसे किसी भी फर्जीवाड़े (Bank Frauds in MP) से बचने के लिए आम जनता को सतर्क रहना चाहिए और अपने दस्तावेजों की सुरक्षित तरीके से उपयोग करना चाहिए।

यह भी पढ़ें:

Shahdol Fraud News: ‘लाड़ली बहना’ योजना का लाभ दिलाने के नाम पर सास-बहू से ठगी, पुलिस तलाश में जुटी

Shadi Card Frauds: स्मार्टफोन पर शादी का कार्ड संभलकर करे डाउनलोड, हो सकते हैं ठगी का शिकार

Digital Arrest Fraud: अब पुलिस अधिकारियों को ही धमकाने लगे अपराधी, सच पता चला तो फोन काट दिया

Tags :

.