Vidisha Fraud Case: लोगों के करोड़ों रुपए खाकर भागी चिटफंड कंपनी, पुलिस ने किया एक को गिरफ्तार
Vidisha Fraud Case: विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा में एक चिटफंड कंपनी द्वारा दर्जनों लोगों की जमापूंजी एकत्रित कर भागने का मामला सामने आया है। पुलिस ने शिकायत मिलने पर जब इस मामले की छानबीन की तो पता चला कि कंपनी मैनेजमेंट ने लोगों से धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपए इकट्ठा किए और रातोंरात भाग गए। पुलिस ने इस संबंध में एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार करते हुए कंप्यूटर आदि सीज कर लिए हैं।
दो दर्जन लोगों ने एक साथ दर्ज कराई पुलिस थाने में शिकायत
पुलिस अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि दो दिन पहले सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज कराया गया था। करीब दो दर्जन लोग एकत्रित होकर सिविल लाइन थाने पहुंचे थे जहां उन्होंने शिकायत करते हुए वेत्वांचल इंडिया निधि लिमिटेड द्वारा लोगों के साथ धोखाधड़ी (Vidisha Fraud Case) करने की शिकायत की थी । आज सुबह सीएसपी अतुल सिंह ने अपने टीम के जरिए एक छापा मार कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान एक व्यक्ति को मौके से गिरफ्तार किया गया है।
एक आरोपी गिरफ्तार, कंप्यूटर भी हुआ सीज
सीएसपी ने बताया कि हमने संदिग्ध अपराधी को पकड़ा है, उससे पूछताछ की जा रही है, मौके पर मिले कंप्यूयर वगैरह भी चेक किए जा रहे हैं। एसपी रोहित काशवानी ने कहा कि वेत्वांचल के नाम से लोगों के साथ जो ठगी की गई है, उसकी जांच-पड़ताल के लिए हमने एक विशेष टीम तैयार की है जिसका नेतृत्व सीएसपी अतुल सिंह द्वारा किया जा रहा है। इस संबंध में दोषियों पर कठोर से कठोर धाराएं लगाने का भी एसपी ने आश्वासन दिया है एसपी ने कहा कि हम निवेशकों का पैसा दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों में अभी तक करीब 20 शिकायतें (Vidisha Fraud Case) आ चुकी हैं और अभी भी शिकायतें आ रही हैं।
लोगों ने बताई अपने ठगे जाने की कहानी
पीतल मिल चौराहे पर रहने वाले विनय सिंह चिड़ार ने बताया कि हम 300 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से रोजाना जमा किया करते थे जिनका लगभग ₹40,000 जमा हो चुका है। कंपनी के भागने के बाद वह सिविल लाइन थाने पहुंचे जहां उन्होंने सिविल लाइन थाने में थाना प्रभारी को शिकायत की। इसी प्रकार रोहित शर्मा का कहना है कि ₹400 प्रतिदिन के हिसाब से उनके 16,000 रुपए जमा है जो नवंबर में उन्हें मिलने थे पर कुछ दिनों से चक्कर काट रहे हैं। बैंक हमेशा बंद ही मिलता है। पूरनपुरा में रहने वाले रानू सूर्यवंशी का कहना है कि ₹300 प्रतिदिन के हिसाब से हमारे खाता था जिसमें लगभग ढाई लाख रुपए जमा हैं और बैंक यहां से भाग चुका है जिसके चलते पैसा डूब गया।।
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