Diwali 2024 : आखिर क्यों दिवाली के त्योहार पर गणेशजी के साथ की जाती है माँ लक्ष्मी जी कि पूजा ? जाने क्या है इसके पीछे कारण
Diwali 2024 : दिवाली का त्योहार हम सभी बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन घर को दीपक जलाकर सजातें हैं। इस दिन माता लक्ष्मी और श्री गणेश की पूजा की जाती है, जिसका बहुत महत्व है। इनकी पूजा के बिना दिवाली का त्योहार अधूरा माना जाता है। लेकिन हम सभी के मन में अक्सर ये सवाल आता है, कि आखिर दीपावली पर मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा एक साथ क्यों की जाती है? आइए, आज इसी प्रश्न का उत्तर और धार्मिक महत्व जानते हैं।
दिवाली पर क्यों की जाती है गणेश पूजा
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार किसी शुभ मांगलिक कार्य से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है। दीपावली पर गणपति पूजा की यह भी एक वजह है। साथ ही लक्ष्मी माँ कि पूजा कर समृद्धि का आशीर्वाद लिया जाता है, वहीं गणेश जी से सद्बुद्धि के आशीर्वाद के लिए उनकी पूजा की जाती है।
लक्ष्मी और गणेश की पूजा दिवाली पर क्यों एक साथ होती है?
कहा जाता है, कि माता लक्ष्मी जी के बच्चे नहीं थे, इसलिए उन्हें पूरा नहीं माना जा सकता था। यह सुनकर देवी लक्ष्मी अत्यंत निराश हुईं। भारी मन से देवी लक्ष्मी देवी पार्वती के पास मदद मांगने गई। चूँकि पार्वती के दो पुत्र थे, इसलिए उन्होंने देवी से अनुरोध किया कि वह उन्हें मातृत्व के आनंद का अनुभव करने के लिए अपने एक पुत्र को गोद लेने दें। पार्वती जी लक्ष्मी जी को अपने बेटे को गोद देने के लिए अनिच्छुक थी क्योंकि उन्हें ज्ञात था कि लक्ष्मी जी लंबे समय तक एक स्थान पर नहीं रहती है। इसलिए, वह अपने बेटे की देखभाल नहीं कर पाएगी। लेकिन लक्ष्मी ने उसे विश्वास दिलाया कि वह हर संभव तरीके से उनके बेटे की देखभाल करेगी और उसे सभी खुशियों से नवाजेंगी।
लक्ष्मी के दर्द को समझते हुए, देवी पार्वती ने उन्हें अपने पुत्र के रूप में गणेश को सौंप दिया। देवी लक्ष्मी बेहद खुश हो गईं और कहा कि जो भी आराधक मेरे साथ गणेश का पूजन करेगा, मैं उसे अपनी सभी सिद्धियों और समृद्धि दूँगी। इसलिए तभी से धन के लिए लक्ष्मी की पूजा करने वालों को सबसे पहले गणेश की पूजा करनी चाहिए। जो लोग बिना गणेश के लक्ष्मी की पूजा करेंगे उन्हें देवी की कृपा पूर्ण रुप से नहीं मिलती है, ऐसा माना जाता है। इसलिए दिवाली पर हमेशा गणेश के साथ-साथ लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है। साथ ही यह भी माना जाता है कि बिना बुद्धि के धन पाने से धन का दुरुपयोग ही होगा। इसलिए, सबसे पहले धन को सही तरीके से खर्च करने के लिए बुद्धि प्राप्त करनी चाहिए। बुद्धि प्राप्ति के लिए श्रीगणेश जी की पूजा कर उनसे सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना की जाती है और इसके पश्चात श्री लक्ष्मी जी का शास्त्रोंसम्मत विधि से पूजन करना चाहिए।