Maha Kumbh Mela 2024 : महाकुंभ मेले के लिए सुरक्षा चाक-चौबंद, 'हाईटेक' गोताखोर रखेंगे चप्पे-चप्पे पर नजर
Maha Kumbh Mela 2024 : भारत त्योहारों और उत्सवों का देश है। यहां आए दिन कोई ना कोई त्योहार और उत्सव मनाया जाता है। लेकिन हिन्दू धर्म एम् कुम्भ के मेले का एक अलग स्थान है। संगम की रेती पर होने जा रहे विश्व के सबसे बड़े समागम महाकुम्भ मेले के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 220 गोताखोरों की तैनाती की जाएगी। आपको बता दें, इसके साथ ही राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के कर्मी 700 नावों पर सवार होकर यहां सुरक्षा का ध्यान रखेंगे। किला थाने की जल पुलिस के प्रभारी जनार्दन प्रसाद साहनी ने बताया कि गोवा, कोलकाता व महाराष्ट्र समेत देश की चुनिंदा जल पुलिस के जवान प्रयागराज में तैनात किए जा रहे हैं।
पहली बार गोताखोरों की लगाई ड्यूटी
आपको बता दें, श्रद्धलुओं, स्नानार्थियों और साधु संतों के साथ स्नान के दौरान कोई भी अनहोनी को रोकने के लिए खासतौर पर पहली बार इतनी बड़ी संख्या में ‘हाईटेक' गोताखोरों की ड्यूटी लगाई जा रही है। जानकारी के अनुसार इस महाकुम्भ मेले के दौरान 180 गोताखोर देश के विभिन्न हिस्सों से यहां आ रहे हैं, जबकि 40 गोताखोर पहले से ही यहां तैनात हैं। इस तरह कुल 220 गोताखोर हर वक्त पानी में सुरक्षा के लिए अलर्ट मोड में रहेंगे।
स्थानीय लोग भी कर रहें है मदद
इसके अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों भी महाकुम्भ की तैयारियों में अपना सहयोग दे रहें हैं। स्थानीय केवट से भी सहयोग लिया जाएगा, जो बिना ऑक्सीजन सिलेंडर के 40 फुट की गहराई तक जाने में सक्षम हैं। स्नानार्थियों की मदद के लिए पीएसी की 10, एनडीआरएफ की 12 और एसडीआरएफ की छह कंपनियां तैनात की जा रही हैं, जो किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने में सक्षम होंगी। यहां की जल पुलिस स्थानीय लोगों की एक टीम को प्रशिक्षित भी कर रही है जिसमें 200 से ज्यादा जवान महाकुम्भ में स्नान करने वाले संतों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात किए जाएंगे।
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