Margsirsh month 2024 : क्या आपको पता श्रीकृष्ण मार्गशीर्ष महीना श्रीकृष्ण को है बहुत प्रिय, इस महीने में भूलकर भी नहीं करें ये काम
Margsirsh month 2024 : हिन्दू धर्मं में हर महीने और तिथि का अपना अलग महत्व है। आपको बता दें, मार्गशीर्ष का महीना शुरू हो चुका है। हिन्दू धर्म में इस महीने का भी बहुत महत्व होता है। मार्गशीर्ष महीना भगवन श्रीकृष्ण को बहुत प्रिय है। इस महीने में भगवान कृष्ण व माता लक्ष्मी की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। जानकरी के लिए आपको बता दें, यह महीना पूर्वजों की शांति के लिए भी पूजा अर्चना करने के लिए शुभ माना जाता है। इस महीने में लोग तामसिक भोजन करने से परहेज करते हैं। आपको बता दें कि कृष्ण पक्ष 16 नवंबर को प्रतिपदा तिथि से शनिवार सुबह 2 बजकर 58 मिनट से शुरू होकर शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 15 दिसंबर रविवार रात 11 बजकर 50 मिनट पर समाप्त होगा
कब है मार्गशीर्ष महीने का व्रत 2024
इसके अलावा इस महीने के व्रत भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। आपको बता दें, 16 नवंबर को वृश्चिक संक्रांति, 18 गणाधिप संकष्टी चतुर्थी, 22 नवंबर कालभैरव जयंती, 23 नवंबर कालाष्टमी, 26 नवंबर उत्पन्ना एकादशी, 28 नवंबर प्रदोष व्रत, 29 नवंबर को मासिक शिवरात्रि, 30 नवंबर को दर्स अमावस्या, 06 दिसंबर को विवाह पंचमी, 07 दिसंबर को चंपा ष्ष्ठी, 8 दिसंबर को भानु सप्तमी, 11 दिसंबर को गीता जयंती और मोक्षदा एकादशी, 12 दिसंबर को मत्स्य द्वादशी, 13 दिसंबर को प्रदोष व्रत, 14 दिसंबर को दत्तात्रेय जयंती और 15 दिसंबर को धुन संक्रांति.
भगवन कृष्ण को क्यों प्रिय है ये महीना
मार्गशीर्ष का महीना श्री कृष्ण को बहुत प्रिय है, क्योंकि स्वंय भगवान कृष्ण ने गीता के दसवें अध्याय में कहा है कि ''मासानां मार्गशीर्षोअहम'' यानी ''साल के सभी महीनों में मैं मार्गशीर्ष हूं.''
क्या है मार्गशीर्ष के महीने का महत्व
यह महीना जप, तप, ध्यान के लिए अच्छा होता है. इस महीने में पवित्र नदी में स्नान करना बहुत फलदायी माना जाता है. इसके अलावा विष्णुसहस्त्र नाम, भगवत गीता और गजेन्द्रमोक्ष का पाठ करना बहुत लाभकारी होता है. वहीं, इस माह में शंख में पवित्र नदी का जल भरकर पूजा स्थान पर रखें. फिर शंख शंख में भरा जल घर की दीवारों पर छिड़कें, इससे घर में शुद्धि और शांति आती है।
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