Fake NCERT Books Sold In Indore : इंदौर में NCERT की नकली किताबें छापकर बेचीं, जांच कर रही कमेटी, कैसे करें असली की पहचान ?
Fake NCERT Books Sold In Indore : मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी में नकल का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां NCERT की किताबों की डुप्लीकेट बुक प्रिंट करवाकर बेचीं जा रहीं थीं। दुकानदारों को डुप्लीकेट बुक्स बेचने के लिए ज्यादा कमीशन का लालच दिया गया था, मामला सामने आने के बाद अब कलेक्टर इसकी जांच करवा रहे हैं। वहीं, असली बुक की पहचान के बारे में भी बताया गया है।
नकली किताब छपवाकर बाजार में बेचीं
इंदौर के मार्केट में NCERT की डुप्लीकेट बुक प्रिंट करवाकर मार्केट में बेचने का मामला काफी चौंकाने वाला है। अभी तक अलग-अलग राज्यों में पेपर लीक, परीक्षा में नकल और डमी कैंडिडेट्स के मामले सामने आते हैं। यहां बदमाशों ने नकली किताबों का ही गोरखधंधा चला डाला। बदमाशों ने बिल्कुल NCERT की बुक की तरह दिखने वाली किताबें छपवाईं और इन्हें सस्ते दामों पर मार्केट में उतार दिया। सामने आया कि इन किताबों को बेचने के लिए बुक सेलर्स को ज्यादा कमीशन का लालच भी दिया गया।
कलेक्टर ने जांच के लिए बनाई कमेटी
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह को पिछले दिनों इन नकली किताबों के बारे में सूचना मिली थी। इसके बाद कलेक्टर ने इस मामले की तह तक जाने के लिए जांच कमेटी बनाई है। जो जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के नेतृत्व में जांच करेगी। जांच कमेटी में शिक्षा विभाग के अधिकारी भी हैं।
NCERT की असली बुक ऐसे पहचानें
NCERT की असली बुक्स की पहचान के लिए भी जानकारी सार्वजनिक की गई है। जिससे अभिभावक नकली किताबें ना खरीदें। जानकारी के मुताबिक NCERT की बुक की बाइंडिंग नहीं होती। असली किताब के 8 पन्नों पर वाटर मार्क है। ग्राफिक्स क्लियर होते हैं। प्रिंट रेट पर ही बिकती हैं। सिलेबस अधूरा नहीं होता।
इंदौर में ही 168 स्कूलों में NCERT सिलेबस
इंदौर एजुकेशन हब है, यहां दूसरे शहरों के स्टूडेंट्स भी पढ़ाई करने आते हैं। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी भी इंदौर को कहा जाता है। जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास के मुताबिक इंदौर जिले में 168 स्कूल NCERT से एफिलेटेड हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि एनसीईआरटी की नकली किताबें छापने के पीछे कोई बड़ा गिरोह भी हो सकता है।
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