Beware of Chinese Garlic : सावधान ! कहीं आप चाइनीज लहसुन तो नहीं खा रहें ? सेहत के लिए हो सकता है, घातक इन तरीकों से करें पहचान
Beware of Chinese Garlic : महंगाई के इस दौर में लहसुन के भाव भी आसमान छू रहें हैं। बाजार में इन दिनों लहसुन की कीमत लगभग 400 से 500 रुपए प्रतिकिलो है। लहसुन की कीमतों में उछाल 2023 के अंतिम कुछ महीनो से देखा जा रहा है। जिसके चलते आजकल मार्किट में चीन लहसुन ने अपनी जड़ जमा ली है। चीन लेहसीन के आयत पर भारत सरकार ने 2005 से रोक लगा रखी है, इसके बाद भी यह लहसुन बाजार में सस्ते दामों पर धड्ड्ले से बिक रहा है। चीन लहसुन में सेहत के लिए हानिकारक तत्व पाए जातें हैं, इसलिए भारतीय बाजारों में इसकी बिक्री पर रोक लगाई हुई है।
हेल्थ के लिए हानिकारक है चाइनीज लहसुन
चीन में लहसुन की आवक अधिक होती है। वैसे तो लहसुन स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक माना जाता है, लेकिन चीनी लहसुन स्वास्थ्य को फायदा पहुंचने के बजाय नुकसान पहुँचता है। ऐसे में आप जब भी बजार से लहसुन लाये, तो इस बात का ध्यान रखे की आप भारतीय लहसुन ही लाएं। चीनी लहसुन में जिंक और आर्सेनिक जैसी हानिकारक धातुएं पायी जाती हैं। इस लहसुन को खाने से कैंसर का खतरा बनता है। इसके अलावा इसमें कई तरह के केमिकल मिक्स होते हैं। जिसके कारण भारत सरकार ने चाइनीज लहसुन को भारत में बैन कर रखा है।
भारतीय लहसुन हेल्थ के लिए है फायदेमंद
लहसुन में एलिसिन नामक रसायन पाया जाता है, इसके कारण लहुसन में तेज गंध आती है। एलिसिन एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल के रूप में भी काम करता है। भारतीय लहसुन एंटीबायोटिक के रूप में काम करता है। एलिसिन बॉडी में कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है। जिससे दिल से जुडी बीमारियों का खतरा दूर होता है।
कैसे करें चाइनीज लहसुन की पहचान
चीनी लहसुन का रंग सफेद और गुलाबी होता है। वहीं भारतीय लहसुन का रंग हल्का पीला होता है। चीनी लहसुन में कलियाँ कम पाई जाती हैं, वहीं भारतीय लहसुन में कालिया अधिक पाई जाती है। चीनी लहसुन की कलियाँ मोटी होती हैं, इसकी तुलना में भारतीय लहसुन की कलियाँ छोटी होती हैं। चीनी लहसुन में गंध कम होती है, लेकिन भारतीय लहसुन में गंध बहुत तेज होती है।