Republic Day 2025 Special: गणतंत्र दिवस पर जानें ऐसे 7 डिशेस के बारें में जो अनेकता में एकता का हैं शानदार उदहारण
Republic Day 2025 Special: भारत 26 जनवरी को अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। इस अवसर पर दिल्ली के कर्त्तव्य पथ (जिसे पहले राजपथ के नाम से जाना जाता था) पर भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा। हर साल 26 जनवरी को नई दिल्ली में आयोजित होने वाली भारत की गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day 2025) देश की एकता, विविधता और उपलब्धियों का एक भव्य उत्सव और प्रदर्शन होता है। परेड में मार्चिंग टुकड़ियां, उन्नत हथियारों का सैन्य प्रदर्शन, विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक झांकियां होती हैं।
भारत का गणतंत्र दिवस परेड अनेकता में एकता का शानदार प्रदर्शन होता है। तमाम बातों के अलावा गणतंत्र दिवस 2025 (Republic Day 2025) उन कई भिन्नताओं का जश्न मनाने का समय है जो भारत को एक सांस्कृतिक स्वर्ग बनाती हैं। देश में कई समानताएं भी ऐसी हैं हमें जोड़ती हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण भोजन (Indian Food on Republic Day) है। तो आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से देश के विभिन्न राज्यों की सात ऐसी डिशेस (Seven Famous Indian Dishes) के बारे में बात करेंगे जो उत्तर से दक्षिण से हमें जोड़े रखती हैं। आइये डालते हैं एक नजर:
मालाबार बिरयानी-केरल
दक्षिण भारत में, केरल खाने-पीने के शौकीनों के लिए स्वर्ग है। यहां कोस्टल डिशेस से लेकर गर्माहट देने वाले पहाड़ी व्यंजनों तक सब कुछ मौजूद है। केरल के उत्तरी मालाबार क्षेत्र से आने वाली सुगंधित बिरयानी का अलग ही जायका होता है। इसकी अनूठी तैयारी विधि इसे बाकी जगहों की बिरयानी से अलग बनाती है। स्टार ऐनीज़ और इलायची जैसे स्थानीय मसालों को शामिल करने से इसका विशिष्ट स्वाद प्रोफ़ाइल बनता है। सुगंधित मसालों में मैरीनेट किए गए चिकन या मटन के रसीले टुकड़े, चावल की परत और काजू और किशमिश से सजाए गए बिरयानी की बता ही अलग होती है।
सरसों का साग और मक्के की रोटी
पंजाब का एक सर्वोत्कृष्ट व्यंजन, सरसों दा साग, मक्की दी रोटी (Sarson da Saag and Makki di Roti) के साथ मिलाकर सर्दियों का एक स्वादिष्ट व्यंजन है। इसकी सादगी और मिट्टी का स्वाद पंजाब की कृषि जड़ों को दर्शाता है। क्षेत्रीय होने के बावजूद, यह पूरे भारत में एक प्रिय व्यंजन बन गया है, जिसे अक्सर सफेद मक्खन के एक टुकड़े के साथ परोसा जाता है, जो गर्मी और प्रचुरता का प्रतीक है।
पश्चिम बंगाल का रसगुल्ला
पश्चिम बंगाल का रसगुल्ला (Rosogolla of West Bengal ) मिठास और उत्सव का प्रतीक है। चीनी की चाशनी में भिगोए गए छेना से बने ये नरम, स्पंजी गोले राज्य की सीमाओं को पार कर गए हैं, और देश भर में एक पसंदीदा मिठाई बन गए हैं। यह व्यंजन स्वादिष्ट मिठाइयों के प्रति भारत के साझा प्रेम को दर्शाता है, जो अक्सर त्योहारों और खुशी के अवसरों पर लोगों को एकजुट करता है।
गुजरात का ढोकला
उबले हुए स्वादिष्ट ढोकला (Dhokla of Gujarat) स्वादिष्ट लेकिन हल्के व्यंजन बनाने की गुजरात की क्षमता का प्रतीक है। फर्मेन्टेड चावल और चने के घोल से बना, इसकी तीखी और स्पंजी बनावट पूरे भारत के लोगों को पसंद आती है। हरी चटनी के साथ परोसा जाने वाला ढोकला आतिथ्य सत्कार और भोजन में नवीनता की गुजराती भावना का प्रतिनिधित्व करता है, जो समुदायों को एक साथ लाता है।
तमिलनाडु का मसाला डोसा
तमिलनाडु का मसाला डोसा (Masala Dosa of Tamil Nadu) एक पतला, कुरकुरा चावल का क्रेप है जो मसालेदार आलू की करी से भरा होता है। नारियल की चटनी और सांबर के साथ, यह व्यंजन राष्ट्रीय पसंदीदा बन गया है, जो दक्षिण भारत की पाक कला को प्रदर्शित करता है। इसकी व्यापक अपील इस बात का प्रतीक है कि कैसे क्षेत्रीय व्यंजन सीमाओं को पार कर सकते हैं, साझा स्वाद के माध्यम से लोगों को एकजुट कर सकते हैं।
महाराष्ट्र का वड़ा पाव
अक्सर मुंबई का "गरीबों का बर्गर" कहा जाने वाला वड़ा पाव (Vada Pav of Maharashtra) एक स्ट्रीट फूड है जो महाराष्ट्र की भावना को दर्शाता है। बन के बीच रखा गया मसालेदार आलू का पकोड़ा, यह किफायती, पोर्टेबल और अत्यधिक संतुष्टिदायक होता है। सभी को पसंद आने वाला वड़ा पाव भोजन में समानता और पहुंच पर जोर देते हुए विभिन्न वर्गों और समुदायों के लोगों को एकजुट करता है।
राजस्थान का दाल बाटी चूरमा
दाल बाटी चूरमा (Dal Baati Churma of Rajasthan) एक पारंपरिक राजस्थानी भोजन है जिसमें दाल की सब्जी, पके हुए गेहूं के पकौड़े और मीठे कुचले हुए पकौड़े शामिल होते हैं। यह हार्दिक व्यंजन रेगिस्तानी राज्य के व्यंजनों की कुशलता को दर्शाता है। त्योहारों और समारोहों के दौरान इसका मजबूत स्वाद और सांस्कृतिक महत्व लोगों को राजस्थान की शाही विरासत का जश्न मनाने के लिए एकजुट करता है।
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