Atal Bihari Vajpayee Jayanti: अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और CM समेत इन दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि

Atal Bihari Vajpayee Jayanti भोपाल: देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की आज (बुधवार, 25 दिसंबर 2024) 100वीं जयंती है। भारतीय जनता पार्टी इस दिन को सुशासन दिवस के रूप में मना रही है। इस मौके पर...
atal bihari vajpayee jayanti  अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती  राष्ट्रपति  प्रधानमंत्री और cm समेत इन दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि

Atal Bihari Vajpayee Jayanti भोपाल: देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की आज (बुधवार, 25 दिसंबर 2024) 100वीं जयंती है। भारतीय जनता पार्टी इस दिन को सुशासन दिवस के रूप में मना रही है। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, गृहमंत्री अमित शाह, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत एनडीए के दिग्गज नेताओं मे 'सदैव अटल' स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने भी भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee Birth Centenary) को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी है।

Atal Bihari Vajpayee Jayanti

राष्ट्र निर्माण के 'अटल' आदर्श की शताब्दी

अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खास अंदाज में श्रद्धांजलि दी है। प्रधानमंत्री ने एक लेख के जरिए अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी है। पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा है, "मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं...लौटकर आऊंगा, कूच से क्यों डरूं? अटल जी के ये शब्द (Atal Bihari Vajpayee Jayanti) कितने साहसी हैं...कितने गूढ़ हैं। अटल जी, कूच से नहीं डरे...उन जैसे व्यक्तित्व को किसी से डर लगता भी नहीं था। वो ये भी कहते थे...।"

लोगों को अपनी तरफ खींच लेते थे वाजपेयी जी- PM नरेंद्र मोदी

जब भी आप वाजपेयी जी के व्यक्तित्व के बारे में किसी से बात करेंगे तो वो यही कहेगा कि वो लोगों को अपनी तरफ खींच लेते थे। उनकी बोलने की कला का कोई सानी नहीं था। कविताओं और शब्दों में उनका कोई जवाब नहीं था। विरोधी भी वाजपेयी जी के भाषणों के मुरीद थे। युवा सांसदों के लिए वो चर्चाएं सीखने का माध्यम बनतीं। भारतीय राजनीति में वाजपेयी जी ने दिखाया, ईमानदारी और नीतिगत स्पष्टता का अर्थ क्या है। संसद में कहा गया उनका ये वाक्य... सरकारें आएंगी, जाएंगी, पार्टियां बनेंगी, बिगड़ेंगी मगर ये देश रहना चाहिए...आज भी मंत्र की तरह हम सबके मन में गूंजता रहता है।

Atal Bihari Vajpayee Jayanti

लेख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे लिखते हैं, "जीवन बंजारों का डेरा आज यहां, कल कहां कूच है..कौन जानता किधर सवेरा...आज अगर वो हमारे बीच होते, तो वो अपने जन्मदिन पर नया सवेरा देख रहे होते। मैं वो दिन नहीं भूलता जब उन्होंने मुझे पास बुलाकर अंकवार में भर लिया था...और जोर से पीठ में धौल जमा दी थी। वो स्नेह...वो अपनत्व...वो प्रेम...मेरे जीवन का बहुत बड़ा सौभाग्य रहा है।"

CM मोहन यादव ने दी श्रद्धांजलिभारत रत्न

वहीं, स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है, "पूर्व प्रधानमंत्री 'भारत रत्न' स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100 वीं जन्म जयंती पर कोटि-कोटि नमन करता हूँ। श्रद्धेय अटल जी का जीवन सदैव राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित रहा। पूर्ण निष्ठा एवं पवित्रता के साथ देश सेवा एवं जनसेवा के जो आयाम आपने स्थापित किए हैं, वे अमृत काल में विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए हम सभी को प्रेरित करते रहेंगे।"

केंद्रीय कृषि मंत्री ने दी श्रद्धांजलि

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है, "श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी नए भारत के स्वप्नद्रष्टा थे। उन्होंने राष्ट्र की उन्नति और जनता के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित किया। 24 वर्ष पूर्व आज ही के दिन उनके द्वारा प्रारंभ की गई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ग्रामीण भारत के विकास में मील का पत्थर साबित हुई है।

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