Bageshwar Dham Pad Yatra: सनातन हिंदू एकता पद यात्रा में तीसरे दिन टी. राजा ने कहा, “गाय खाने वाला हमारा भाई कैसे हो सकता है”
Bageshwar Dham Pad Yatra: छतरपुर। बागेश्वर बाबा के नाम से प्रसिद्ध पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पद यात्रा आज तीसरे दिन छतरपुर से शुरु हो गई। यह यात्रा स्थानीय खेल मैदान से शुरू हुई और आज 21 किलोमीटर की यात्रा पूरी करके नौगांव पहुंचेगी जहां रात्रि विश्राम किया जाएगा। आज जैसे ही यह यात्रा शुरू हुई वैसे ही हजारों लोगों की भारी भीड़ हाथों मे भगवा झंडा लिए सड़क पर निकल पड़ी। यह पदयात्रा 29 तारीख को ओरछा राम राजा दरबार मे पूरी होगी। पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि यह सनातन हिंदू एकता यात्रा की सफलता है जिसकी वजह से जात-पात मे बंटे लोग एकता के सूत्र में बंध रहे हैं। अभी लाखों हिंदू सड़कों पर आए हैं, अब आगे करोडों हिंदू सड़क पर दिखाई देंगे।
पद यात्रा में शामिल लोगों को किया संबोधित
टी राजा के बारे में बताते हुए धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि जो मेरे साथ खड़े हुए टी राजा हैदराबाद से आए हैं। उनके यहां एक व्यक्ति कहते हैं कि 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दो। हमने कहा कि हमें तो केवल 5 मिनट दे दो। धीरेन्द्र शास्त्री ने आगे कहा, “हम किसी तरह की हिंसा भड़काने नहीं निकले हैं, ना हम नेता बनने निकले हैं, मुझे पार्टियों के चक्कर में नहीं पढ़ना है। मेरा केवल इतना सपना है कि मेरी कोई बहन-बेटी लव जेहाद के चक्कर में ना पड़े। हमारे राम मंदिर के लिए हमें 500 साल इंतजार ना करना पड़े। राम काल्पनिक हैं, इस तरह का कोई बयान न दें। हमको सांप्रदायिकता नहीं फैलानी है। हम हिंदू आपस में बंटकर अपनी ऊर्जा को खत्म कर रहे हैं, अगड़े-पिछड़े के नाम पर, जात-पात के नाम पर हम बंट रहे हैं। हम अपनी जान हथेली पर लेकर इसलिए निकले हैं ताकि आप सब एक हो। आपको पता है कि मैं बागेश्वर से ओरछा यात्रा (Bageshwar Dham Pad Yatra) में क्यों जा रहा हूं क्योंकि किसी ने कहा था कि जयपुर से दिल्ली तक जाम कर देंगे, 15 मिनट दे दो। हमने कह दिया कि हिंदू तो बुजदिल है लेकिन हिंदुओं को जागना होगा, कब जागोगे, जब आप लोग जब छतरपुर में अल्पसंख्यक हो जाओगे।”
बांग्लादेश और वहां के हिंदुओं का भी किया जिक्र
उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में आपने हिंदुओं का हाल देखा, क्या आप लोग भारत को बांग्लादेश जैसा बनाना चाहते हैं। आज से आपका कोई परिचय पूछे तो एक ही बात कहनी है कि हम हिंदू हैं और हिंदुस्तान हमारा है। हम मुसलमानों के विरोध में नहीं हैं, हम हिंदुओं के साथ हैं। हमें हिंदू मुस्लिम नहीं करना है बल्कि हमको केवल हिंदू-हिंदू करना है। अगर इसमें भी किसी को पेट में दर्द हो तो मेडिकल स्टोर हम साथ लेकर चल रहे हैं। कल एक मौलाना कह रहा था कि बाबा को बंद कर दो। मैंने कहा कि तुम्हारे पिताजी के बैल खोल लिया क्या मैंने। यदि आप गाय, गंगा, गौरी, गीता के प्रति श्रद्धा रखोगे तो भारत तो छोड़ो पाकिस्तान भी अपना होगा।”
टी. राजा ने भी किया यात्रा को संबोधित
पदयात्रा में आगे लोगों को संबोधित करते हुए टी राजा ने अपने संबोधन में कहा, “कुछ लोग कह रहे हैं कि यह राजनीतिक पदयात्रा है, इसको रोकने चाहिए। मैं उनको कहना चाहता हूं कि बेटा अभी तो हम अपने हिंदुओं को जगाने में लगे हैं, अभी हिंदुओं में जात-पात को खत्म करने में लगे हैं। जिस दिन हिंदू जाग जाएगा, उस दिन हम तुम्हारे बारे में सोचेंगे। आज हिंदू बिखरा हुआ है, हिंदुओं का धर्मांतरण हो रहा है और वे लव जिहाद का शिकार हो रहे हैं। यह यात्रा उनको मुंहतोड़ जवाब देने के लिए है। आज आसमान को छूने वाला राम मंदिर बन गया, हर हिंदू का संकल्प पूरा हुआ है। जिस तरीके से अयोध्या में राम मंदिर बना है, उसी प्रकार काशी और मथुरा को मुक्त कराने के लिए यात्रा (Bageshwar Dham Pad Yatra) है। जिस राज्य, जिस देश में हिंदू जातिवाद में बंटा है वहां हिंदू कटा है, चाहे वह पाकिस्तान और अफगानिस्तान हो या ईरान-इराक अथवा बांग्लादेश हो।”
कहा, गाय को खाने वाले हमारा भाई कैसे हो सकता है
टी. राजा ने आगे कहा, “हम गाय को माता कहते हैं लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि भाईचारे को बिगाड़ने के लिए यह यात्रा है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं, काहे का भाईचारा, हम गाय को पूजते हैं और तुम इस गाय को रोटी के साथ खाते हो, तुम मेरे भाई कैसे हो सकते हो। हम वह सनातनी हैं जो सबका सम्मान करते हैं और तुम गजवा-ए-हिंद करके भारत में भारत से युद्ध करने की बात करते हो। क्या वे अपने भाई हो सकते हैं। हम किसी के खिलाफ नहीं है लेकिन भारत में रहकर भारत माता की जय नहीं बोलेगा, उसको हम अपना भाई कभी नहीं मानेंगे। जो हमारी बहन-बेटी को गलत नजर से दिखेगा हम उसे कभी भाई नहीं मानेंगे। कुछ लोगों का सपना था कि अयोध्या में राम मंदिर ना बने लेकिन बन गया। आज भी लोग कहते हैं कि काशी-मथुरा में कुछ नहीं होगा। लेकिन वे लोग सुन लें कि हम मथुरा-काशी में भी झंडा गाड़ेंगे। यूपी के मुख्यमंत्री बाबा ने कहा है कि इस बार कारसेवा होगी तो फूल बरसेंगे। यह बात सही है कि काशी और मथुरा में मंदिर संविधान और न्यायालय के अनुसार बनेगा लेकिन यह जो आज की युवा पीढ़ी है, वह इतिहास लिखना चाहती है, बाला साहब ठाकरे कहते थे हमें वह हिंदू नहीं चाहिए जो मंदिर में घंटा बजाए हमें वह हिंदू चाहिए जो जेहादियों को ठोके।”
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