Biogas Plant Gwalior: आदर्श गोशाला के कंप्रेस्ड बायोगैस संयंत्र का हुआ लोकार्पण, गोबर गैस से चलेंगी गाड़ियां

Biogas Plant Gwalior: ग्वालियर। स्वच्छ भारत मिशन की 10 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता के क्षेत्र में मध्य प्रदेश को एक और बड़ी सौगात दी है। उन्होंने ग्वालियर की आदर्श गोशाला के कंप्रेस्ड बायोगैस संयंत्र का...
biogas plant gwalior  आदर्श गोशाला के कंप्रेस्ड बायोगैस संयंत्र का हुआ लोकार्पण  गोबर गैस से चलेंगी गाड़ियां

Biogas Plant Gwalior: ग्वालियर। स्वच्छ भारत मिशन की 10 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता के क्षेत्र में मध्य प्रदेश को एक और बड़ी सौगात दी है। उन्होंने ग्वालियर की आदर्श गोशाला के कंप्रेस्ड बायोगैस संयंत्र का लोकार्पण किया। पीएम मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन से वर्चुअली अन्य संयंत्रों का भी शुभारंभ किया। ग्वालियर का यह प्लांट मध्य प्रदेश में अनोखा ऐसा प्लांट होगा जो 100 टन गोबर से 2 टन सीएनजी गैस बनाएगा। इस मौके पर ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर सांसद और मंत्रीगण भी उपस्थित रहे।

बायोगैस संयंत्र से होगा काम

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बनी आदर्श गोशाला अब आत्मनिर्भर गोशाला बनकर तैयार हो गई है। स्वच्छता के क्षेत्र में इस गोशाला ने मिसाल पेश की। स्वच्छ भारत मिशन अभियान के 10 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि बायोगैस संयंत्र हमारी स्वच्छता को आगे बढ़ाने में सराहनीय कदम है। ग्वालियर नगर निगम की आदर्श गोशाला में बनाए गए इस बायोगैस संयंत्र से सीएनजी बनाई जाएगी। इसमें 100 टन गोबर से 2 टन सीएनजी गैस रोज बनेगी और इससे निकलने वाला खाद कृषि की पैदावार बढ़ाने वाला होगा।

सीएनजी से चलेंगे नगर निगम वाहन

यह ऐसी गोशाला है जहां लगभग 10 हजार गायों को रखा जा रहा है। इस प्लांट से तैयार होने वाली सीएनजी से नगर निगम के वाहन तो चलेंगे ही, दूसरे वाहनों के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकेगा। लोकार्पण समारोह के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसे बायोगैस के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम बताया। लाल टिपारा गोशाला देश की पहली आधुनिक और आत्म-निर्भर गोशाला है। इसमें इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के सहयोग से 2 हेक्टेयर क्षेत्र में बायो सी.एन.जी. प्लांट स्थापित किया गया। इस प्लांट के संचालन के लिए 100 टन गोबर का उपयोग कर प्रतिदिन 2 टन तक सीएनजी और सर्वोत्तम गुणवत्ता का जैविक खाद 20 टन मिलेगा। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन प्लांट के संचालन एवं संधारण में भी सहयोग करेगा।

32 करोड़ की लागत से बना प्लांट

भविष्य में विस्तार की संभावना को रखते हुए एक हेक्टेयर की भूमि आरक्षित रखी गई। गोशाला को और विस्तार देने सांसद निधि से 2 हजार गायों के लिए आधुनिक शेड निर्माण के लिए 2 करोड़ रूपए की राशि दी गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी “वेस्ट टू वेल्थ” के विकास दर्शन के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने संत समुदाय के प्रति भी आभार व्यक्त किया, जो गौ-माता की सेवा कर रहे हैं।

सीएम ने कहा कि राज्य सरकार इस प्रयास के विस्तार के लिए पूरा सहयोग देगी। कार्बन उत्सर्जन कम करने और जलवायु परिवर्तन के खतरों का सामना करने में समाज और सरकार के आपसी सहयोग का यह विश्व स्तरीय आदर्श उदाहरण है। बायो सीएनजी प्लांट की स्थापना से पर्यावरण सुधरेगा। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। गोबर धन के उपयोग से आर्थिक रूप से भी गोशाला आत्म-निर्भर बनेगी। ग्वालियर के आस-पास जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। किसानों को इस प्लांट से गोबर की खाद उचित दाम पर मिल सकेगी और इससे नगर निगम ग्वालियर को भी लगभग 7 करोड़ रूपए की आय होगी।

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