Central GST Raid: सेंट्रल जीएसटी का छापा, सेंचुरी डेवलपर ने टैक्स में किया फर्जीवाड़ा, वसूला जाएगा ढाई करोड़ रुपए टैक्स
Central GST Raid: जबलपुर। शहर में कॉलोनी डेवलपमेंट की राशि पर जीएसटी नहीं चुकाने के मामले में सेंट्रल जीएसटी की एंटी इवेजन की टीम ने उखरी रोड बल्देवबाग एवं अलावा नक्षत्र नगर करमेता स्थित मेसर्स सेंचुरी डेवलपर्स के दफ्तर और साइड पर दो ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की। इस फर्म द्वारा प्लॉट डेवलप किए जाते थे, जिसके लिए लोगों से करोड़ों रुपए वसूले गए। लेकिन, उसके एवज में जीएसटी नहीं चुकाया गया। दो दिनों तक चली छापे एवं जांच कार्रवाई में ढाई करोड़ रूपए की जीएसटी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है।
ढ़ाई करोड़ की टैक्स वसूली
सेंट्रल जीएसटी की एंटी इवेजन की टीम को प्रारंभिक जांच में पता चला कि मेसर्स सेंचुरी डेवलपर्स विभिन्न भू-स्वामियों को भूमि विकास सेवाएं प्रदान कीं। इन सेवाओं में भूमि को प्लॉट के रूप में बिक्री के लिए उपयुक्त बनाना शामिल है। इन सेवाओं को वर्क्स कॉन्ट्रेक्ट सेवाओं के रूप में वर्गीकृत किया गया, जिन पर जीएसटी लागू होता है। जांच के दौरान यह पाया गया कि फर्म के प्रोपराइटर संदेश जैन मेसर्स सेंचुरी डेवलपर्स ने भूमि के रूप में प्राप्त राशि पर कोई भी जीएसटी का भुगतान नहीं किया।
इसके अतिरिक्त उक्त फर्म द्वारा फाइल की गई रिटर्न में भी 10 लाख रुपए के जीएसटी की गड़बडी मिली। अधिकारियों के मुताबिक फर्म के संचालक संदेश जैन से ढ़ाई करोड़ की टैक्स वसूली का नोटिस दिया। इसके अलावा जीएसटी रिटर्न की जांच में भी 10 लाख रुपए की गड़बड़ी का खुलासा हुआ। जीएसटी ने फर्म से बड़ी मात्रा में दस्तावेज और अन्य सामग्री जब्त कर उसे जांच में लिया, जिसमें कई गड़बड़ियां उजागर होने की संभावनाएं हैं।
ग्राहक बनकर जुटाई जानकारी
सेंचुरी डेवलपर्स पर सेंट्रल जीएसटी की एंटी इवेजन की टीम ने सीधे छापामार कार्रवाई करने की बजाय पहले जीएसटी अधिकारियों ने कई बार ग्राहक बनकर फर्म का निरीक्षण किया। एक-एक कर कई राउंड में फर्म की गतिविधियां एवं जानकारी जुटाई। जब प्रारंभिक पड़ताल में कंफर्म हो गया कि फर्म में नियमों का उल्लंघन कर गड़बड़ी की जा रही है, तब छापे की कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
दो अलग-अलग टीमों ने कॉलोनी डेवलपमेंट से जुड़े कई अहम दस्तावेज एवं कम्प्युटर, मोबाइल सहित अन्य रिकार्ड जब्त कर जांच में लिया। इनमें कुछ अहम जानकारी मिली है। प्रारंभिक जानकारी में ढाई करोड़ रुपए की टैक्स राशि वसूली तय की गई। विस्तृत जांच में कई और अहम खुलासे की संभावना है।
यह भी पढ़ें: