कांग्रेस ने Global Investors Summit को लेकर पीएम मोदी से पूछे सवाल, कर दी आकड़े दिखाने की मांग
Global Investors Summit 2025: भोपाल। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भोपाल में होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दावों पर सरकार से दस सवाल दागे हैं और पीएम मोदी से पूछा है कि जिन वादों को लेकर अभी तक प्रदेश की बीजेपी सरकार ने GIS की हैं उनका ब्यौरा सार्वजनिक कर जनता के सामने रखें।
सोशल मीडिया पर जीतू पटवारी ने पूछे सवाल
जीतू ने X पर लिखा, "पीएम मोदी जी! आप 24 फरवरी को भोपाल आ रहे हैं! इन्वेस्टर समिट के उद्घाटन से पूर्व ही मैं अभी 10 केवल सवालों के जवाब जानना चाहता हूं! ये मध्य प्रदेश में कागजी निवेश और औद्योगिक विकास के झूठ को उजागर करते हैं!" पटवारी ने अपने ट्वीट में सिलसिलेवार इन प्रश्नों के जरिए राज्य के हालातों पर नजर डाली है।
श्री @narendramodi जी,
आप 24 फरवरी को भोपाल आ रहे हैं! इन्वेस्टर समिट के उद्घाटन से पूर्व ही मैं अभी 10 केवल सवालों के जवाब जानना चाहता हूं! ये मध्य प्रदेश में कागजी निवेश और औद्योगिक विकास के झूठ को उजागर करते हैं!01. मध्य प्रदेश में @BJP4MP सरकारों द्वारा अब तक हुए इन्वेस्टर…
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) February 19, 2025
यह सवाल पूछे जीतू पटवारी ने
अपने ट्वीट में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने दस सवाल पूछे जो इस प्रकार हैं-
- मध्य प्रदेश में @BJP4MP सरकारों द्वारा अब तक हुए इन्वेस्टर समिट्स के दौरान साइन किए गए हजारों करोड़ के एमओयू में से कितने उद्योग वास्तव में जमीन पर खड़े हुए हैं? कितने ऐसे हैं, जो कागजों में चल रहे हैं?
- क्या यह सच नहीं है कि इन्वेस्टर समिट्स के नाम पर उद्योगपतियों से सिर्फ राजनीतिक शोबाजी के लिए सहमति पत्र (एमओयू) साइन करवाए जाते हैं, लेकिन बाद में न उद्योग लगता है और न रोजगार मिलता है?
- मध्य प्रदेश सरकार दावा करती है कि इन्वेस्टर समिट (Global Investors Summit) से लाखों रोजगार पैदा हुए, क्या आप यह बताएंगे कि इन रोजगारों का वास्तविक आंकड़ा और जिलावार विवरण क्या है? क्या सरकार ने युवाओं से कोई फीडबैक लिया है?
- यदि मध्य प्रदेश निवेशकों की पहली पसंद बन चुका है, तो फिर प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में आज भी हजारों भूखंड खाली क्यों पड़े हैं और कई बंद उद्योग क्यों खंडहर बन चुके हैं? सरकार इस औद्योगिक सन्नाटे को कैसे तोड़ेगी?
- पिछली समिट्स के दौरान घोषित बड़े प्रोजेक्ट जैसे कि सिंगरौली, धार, नीमच, रतलाम, छिंदवाड़ा, कटनी, रीवा आदि में लगाए जाने वाले कारखाने कहां हैं? क्या आप उन प्रोजेक्ट्स की स्थिति पर कोई ऑडिट रिपोर्ट सार्वजनिक करवाएंगे?
- क्या आप इस बात की गारंटी देंगे कि 24-25 फरवरी 2025 को होने वाली इन्वेस्टर समिट (Global Investors Summit) में जिन एमओयू पर हस्ताक्षर होंगे, वे कागजी नहीं होंगे, बल्कि तय समय-सीमा में निवेश धरातल पर उतरेगा?
- क्या यह सही नहीं है कि इन समिट्स के बहाने सरकारी धन सिर्फ विज्ञापन, प्रचार और बड़े आयोजनों में बहाया जाता है, जबकि वास्तविक निवेश के लिए न उद्योगपतियों को अनुकूल वातावरण दिया गया और न ही भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था बनाई गई?
- क्या आप इस बात का जवाब देंगे कि मध्य प्रदेश की औद्योगिक विकास दर राष्ट्रीय औसत से कम क्यों है, जबकि @BJP4India सरकार हर साल मप्र के साथ देशभर में निवेश आने के दावे करती है?
- क्या @PMOIndia यह स्वीकार करेगा कि मध्य प्रदेश में किसान और स्थानीय छोटे उद्यमी जमीन अधिग्रहण के बाद भी मुआवजे और उद्योग स्थापित होने की राह देख रहे हैं, जबकि समिट्स में बड़ी-बड़ी घोषणाएं करके सिर्फ जनता को भ्रमित किया जा रहा है?
- क्या आप @DrMohanYadav51 जी को निर्देश देंगे कि अब तक हुए इन्वेस्टर समिट्स और रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव के सभी एमओयू, प्रोजेक्ट स्टेटस, निवेश की हकीकत और रोजगार के आंकड़ों को लेकर एक स्वतंत्र श्वेत पत्र जारी करें!
भाजपा ने किया पलटवार
इस पूरे मामले पर भाजपा ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के सवालों पर पलटवार किया है। बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि जीतू पटवारी को ये प्रश्न राहुल गांधी से पूछने चाहिए। उनकी जहां-जहां सरकार है, वहां पर रोजगार सृजन (Global Investors Summit) के लिए क्या प्रयास किए गए। भाजपा की सरकार ने हमेशा आर्थिक मोर्चे पर कैसे प्रदेश आगे बढ़े इस दिशा में प्रयास किया। जीआईएस में भी कांग्रेस सकारात्मक विपक्ष की भूमिका नहीं निभा पा रही है।
(भोपाल से सरस्वती चंद्र की रिपोर्ट)
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