Sawan Somwar 2024: उज्जैन के बाद इस शिव मंदिर में होती भस्म आरती, ऐसे कपड़े पहनकर मंदिर जाने पर है बैन!
Sawan Somwar 2024: छिंदवाड़ा। आज से पावन पर्व सावन या श्रावण की शुरूआत हो गई है। महादेव के भक्तों में भी काफी खुशी की लहर है। इसके अलावा कांवड़ यात्रा की भी शुरूआत हो गई है। सावन में सोमवार का दिन काफी शुभ माना जाता है। इस दिन शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगी होती है। वैसे तो पूरे महीने भर शिव पूजन का महत्व होता है लेकिन सोमवार का दिन काफी खास बताया गया है। भोलेनाथ को मनाने के लिए सावन का महीना बहुत अच्छा माना जाता है। जो भी भक्त इस महीने में जिस इच्छा से पूजन भजन करता है, भगवान शिव उसकी मनोकामना अवश्य पूरी करते हैं।
सावन सोमवार के पहले दिन भक्तों का उमड़ा जन सैलाब
सावन सोमवार में भगवान शिव की आराधना करने का विशेष महत्व होता है। इसको लेकर सुबह से ही भक्तों की भीड़ मंदिरों में भगवान शिव-पार्वती की आराधना करने के लिए उमड़ रही है। इस दिन भक्तों द्वारा उपवास रहकर भगवान शिव की आराधना करते हैं। पुष्प और बेलपत्र चढ़ाकर भूतभावन भोलेनाथ को मनाया जा रहा है। साथ ही (Sawan Somwar 2024) दूध से भगवान शिव का अभिषेक किया जाता है। लोग इस महीने आस्था में डूबे रहते हैं। पूजा की शुरुआत ब्रम्हमुहूर्त में उठकर ही हो जाती है। साथ ही कई भक्त अपने घर पर भी मिट्टी के शिवलिंग बनाकर पूजन करते हैं।
सावन सोमवार का यह होता है विशेष महत्व
सावन को देवाधिदेव महादेव का महीना कहा जाता है। स्कंद पुराण के अनुसार, भगवान शिव ने सनत्कुमार को कहा कि मुझे सावन माह अतिप्रिय है। इस महीने की हर तिथि व्रत और पर्व के समान है। जब सनत्कुमार ने शिवजी से सावन के प्रिय होने कारण पूछा तो उन्होंने कहा, पार्वती ने हर जन्म में महादेव को पति के रूप में पाने का प्रण (Sawan Somwar 2024) किया था। इसलिए यह काफी खास माना जाता है। आज के दिन से मंदिरों में काफी भीड़ होने लगती है। भक्तगण व्रत-उपवास रखकर इस दिन से आराधना स्टार्ट करते हैं। वहीं, आध्यात्मिक साधना के लिए भी यह पूरा महीना काफी खास होता है। इस सावन के महीने में ऊर्जा का ऊर्धगमन होता है, इसलिए साधकों के लिए यह मास काफी अच्छा माना जाता है।
कपड़े पहनने पर मंदिर में लगा पोस्टर
श्री महाकाल मारुति नंदन सेवा समिति मोक्ष धाम छिंदवाड़ा के द्वारा मंदिर परिसर में पोस्टर लगाकर सभी श्रद्धालुओं से नम्र निवेदन किया गया है कि मर्यादित वस्त्र पहनकर ही मंदिर परिसर में प्रवेश करें। अमर्यादित छोटे कपड़े, हाफ पैंट, वरमोडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटे-फटे जींस इत्यादि पहनकर मंदिर (Sawan Somwar 2024) परिसर में दर्शन करने ना आएं। इससे मंदिर परिसर में सात्विकता बनी रहे। बता दें कि उज्जैन महाकाल मंदिर के बाद छिंदवाड़ा के इस मंदिर में भगवान शिव की मुर्दे की भस्म से भस्म आरती की जाती है।
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