Dalit Assault Video: सालभर पुराने कांड से विरोधियों के निशाने पर आई मोहन सरकार, जानिए पूरा घटनाक्रम
Dalit Assault Video: मध्य प्रदेश के कटनी से सोशल मीडिया पर एक बुजुर्ग महिला और नाबालिग के साथ जीआरपी (सरकारी रेलवे पुलिस) द्वारा कथित मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद से ही नया विवाद खड़ा हो गया है। हालांकि, यह वीडियो लगभग एक साल पुराना बताया जा रहा है, लेकिन इसके सामने आते ही प्रदेश ही नहीं पूरे देशवासियों का ध्यान इसने खींच लिया है। कांग्रेस ने इस मामले में कटनी के स्टेशन प्रभारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। आइए इस खबर के बारे में और अधिक जानते हैं।
कांग्रेस ने क्या कहा?
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस मामले में कहा, "एक 60 वर्षीय महिला को थाने के अंदर सिर्फ इसलिए पीटा गया क्योंकि वह दलित है। एक 15 वर्षीय लड़के पर इसलिए हमला किया गया क्योंकि वह दलित परिवार से था। यह मध्य प्रदेश के बारे में क्या कहता है? मध्य प्रदेश दलितों के खिलाफ अत्याचारों का केंद्र बन गया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव राज्य के गृह मंत्री भी हैं, उन्हें इन मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।"
#कटनी जीआरपी ने झर्रा टिकुरिया के 15 साल के बालक दीपराज, उसकी दादी कुसुम वंशकार को बेरहमी से पीटा! कानून/संविधान से बड़े पुलिस के छोटे-बड़े नुमाइंदों ने यह हरकत फिर एक दलित परिवार के साथ की है!@BJP4India ने दलित उत्पीड़न को सबसे बड़ा हथियार बना लिया है! @BJP4MP सत्ता भी… pic.twitter.com/evjOBEMp6h
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) August 28, 2024
सरकार चुप क्यों है- पटवारी
उन्होंने आगे कहा, "अगर उस व्यक्ति (महिला का बेटा) के खिलाफ चोरी का मामला था तो उसकी बूढ़ी मां का क्या दोष था? अगर कोई मामला है तो क्या पुलिस और प्रशासन अदालत का काम करेगा? घटना को अंजाम देने वाली महिला (जीआरपी थाने की प्रभारी) के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। इस घटना का सीसीटीवी वीडियो है और किसी अन्य सबूत की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री मोहन यादव और सरकार इस पर चुप क्यों है?"
कटनी पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने जीआरपी पुलिस के द्वारा मारपीट का वीडियो वायरल के बाद आज दलित परिवार से मुलाकात की। पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, मप्र कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक भी पटवारी के साथ रहे। दलित परिवार के साथ हुई मारपीट मामले में नेता रघुनाथ नगर थाने पहुंचे और एफआईआर दर्ज करने को लेकर थाने के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार दलित विरोधी सरकार है।
बीजेपी ने क्या कहा?
इस मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। किसी भी व्यक्ति, चाहे वह अपराधी का रिश्तेदार या परिवार का कोई भी सदस्य क्यों न हो, उसके साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। जिसने भी ऐसा किया है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल जीआरपी थाना प्रभारी को वहां से हटाकर डीआईजी स्तर के अधिकारियों को जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश में भाजपा की सरकार है और जिसने भी अपराध किया है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
जीआरपी ने ऐसे दी सफाई
मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद एसपी जीआरपी ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट कर सफाई पेश की। उन्होंने लिखा, "घटना की जानकारी होने पर तथ्य प्रकाश में आया कि दिखाया गया वीडियो अक्तूबर, 2023 का पाया गया है। उक्त वीडियो में दिख रहे लोग अपराधी दीपक वंशकार के रिश्तेदार हैं। दीपक वंशकार के विरुद्ध जीआरपी थाना कटनी में 19 मामले दर्ज हैं। दीपक वंशकार वर्ष 2017 से निगरानी में चल रहा अपराधी है। पिछले वर्ष चोरी के मामले में दीपक वंशकार के फरार होने पर उस पर 10,000 रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इस वर्ष अप्रैल माह में वंशकार को कटनी जिले से बाहर करने के आदेश दिए गए थे। सोशल मीडिया (वीडियो वायरल) से तथ्य प्राप्त होने पर जीआरपी कटनी के थाना प्रभारी को हटाकर उप पुलिस अधीक्षक रेलवे को जांच के आदेश दिए गए हैं।"
यह भी पढ़ें:
Khajuraho News: महिला कोच में सफर कर रहे युवक को RPF टीम ने पकड़ा तो जवान पर लगाए मारपीट के आरोप