Dictatorship School Management: जबलपुर में 1 मिनट देरी से स्कूल पहुंचे बच्चों को घंटों तक गेट के बाहर किया खड़ा, अभिभावकों ने किया हंगामा

Dictatorship School Management: जबलपुर। जबलपुर में निजी स्कूलों की मनमानी अभी तक रुकने का नाम नहीं ले रही है। कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा निजी स्कूलों के खिलाफ काफी एक्शन भी लिया गया लेकिन अभी भी कुछ स्कूल अपने व्यवहार में गर्मी...
dictatorship school management  जबलपुर में 1 मिनट देरी से स्कूल पहुंचे बच्चों को घंटों तक गेट के बाहर किया खड़ा  अभिभावकों ने किया हंगामा

Dictatorship School Management: जबलपुर। जबलपुर में निजी स्कूलों की मनमानी अभी तक रुकने का नाम नहीं ले रही है। कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा निजी स्कूलों के खिलाफ काफी एक्शन भी लिया गया लेकिन अभी भी कुछ स्कूल अपने व्यवहार में गर्मी बनाए रखे हुए हैं। करोड़ों की कमीशन खोरी मामले में गई कार्रवाई से निजी स्कूल संचालक बदले की भावना से बच्चों और अभिभावकों को प्रताड़ित कर रहे हैं।

बाहर खड़े रहे 300 से अधिक स्टूडेंट्स:

दरअसल, मामला बुधवार की सुबह सेंट एलाएसिस स्कूल पोलीपाथर में देखने मिला, जहां स्कूल वैन और अभिभावकों के साथ स्कूल पहुंचे करीब 300 स्कूली छात्र-छात्राओं को स्कूल मनेजमेंट ने गेट पर केवल इसलिए रोक दिया क्योंकि यह बच्चे 1 से 5 मिनट की देरी से स्कूल पहुंचे। लेट आने और लेट फीस के नाम पर बच्चों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। स्कूल प्रबंधन ने बुधवार की सुबह स्कूल का गेट 7:20 बजे बंद कर दिया। स्कूल पहुंचे वैन, ऑटो और अभिभावक अपने बच्चों के साथ बाहर खड़े रहे।

मैनेजमेंट से हुई जोरदार बहस:

सबसे ज्यादा परेशान वह मासूम बच्चे हुए, जिनके वैन और ऑटो ड्राइवर स्कूल गेट पर बच्चों को हर रोज की तरह छोड़कर चले गए। स्कूल गेट बंद होने से छोटे बच्चे परेशान हुए और घंटों स्कूल का बैग अपने कांधे पर लिए गेट के बाहर खड़े रहे। जैसे ही इसकी सूचना अभिभावकों को लगी तो वह भी स्कूल पहुंचे और मैनेजमेंट की इस करतूत के खिलाफ विरोध जताया।

इस दौरान पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों को भी स्कूल की इस तानाशाही की जानकारी लगी और वे भी मौके पर पहुंचे और मैनेजमेंट की इस तानाशाही पर जोरदार बहस हुई। स्कूल में हंगामा और बहस को देखकर छोटे बच्चे घबरा गए और रोने लगे।

मौके पर पहुंची पुलिस ने दी सलाह:

स्कूल मैनेजमेंट ने मामले की सूचना पुलिस को दी। मासूम बच्चों पर हुए सितम को दिखकर पुलिसकर्मियों ने भी स्कूल मैनेजमेंट को सही रवैया अपनाने की बात कही और अभिभावकों के हंगामें को शांत कराया। पुलिस वालों ने बच्चों पर देर से पहुंचने के नाम पर प्रताड़ित न करने की नसीहत भी स्कूल प्रबंधन को दी। इसके बाद नाराज अभिभावकों ने सेंट लाइसेंस स्कूल प्रबंधन की शिकायत जिला कलेक्टर से ही।

कलेक्टर ने दिया मदद का भरोसा:

अभिभावकों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर दीपक सक्सेना से इस मामले की शिकायत की। उन्होंने कहा कि जब से निजी स्कूलों पर कार्रवाई हुई है तब से स्कूल वाले अलग-अलग तरीके से बच्चों को प्रताड़ित कर रहे हैं। कभी बच्चों को जमीन पर बैठा दिया जाता है तो कभी उन्हें फीस के नाम पर धमकाया जाता है।

कलेक्टर ने इस मामले पर अभिभावकों को भरोसा दिलाया है कि इस मसले पर मैनेजमेंट को बुलाकर जानकारी ली जाएगी। वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी का कहना है कि अभिभावकों ने कलेक्टर से स्कूल मैनेजमेंट की शिकायत की है इस मामले में स्कूल मैनेजमेंट को तलब किया गया है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर स्कूल प्रबंधन पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

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