Flood in Nepal: नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन में फंसा जबलपुर का परिवार, पीएम मोदी और एमपी सरकार से मांगी मदद
Flood in Nepal: जबलपुर। नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शनों के लिए गए जबलपुर सहित मध्यप्रदेश के कई यात्री नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन के कारण फंस गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अभी तक वहां पर सैंकड़ों लोगों की मौत बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण हो चुकी है और बड़ी संख्या में लोग अभी भी लापता हैं। नेपाल में आई इस प्राकृतिक आपदा के चलते देश-विदेश के हजारों पर्यटक भी वहां फंसे हुए हैं और उनके परिजन किसी अनहोनी की संभावना से डरे हुए हैं।
#Jabalpur :- नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन में फंसे जबलपुर के एक ही परिवार के 6 लोग, केन्द्र एवं राज्य सरकार से मदद की दरकार
नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शनों के लिये गए यात्री बाढ़ और भूस्खलन के कारण फसे हुए है। जबलपुर से भी पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए गए 6 यात्रियों के फंसे होने… pic.twitter.com/JmtSvDKKRE
— MP First (@MPfirstofficial) October 1, 2024
नेपाल की बाढ़ में फंसे हैं मध्य प्रदेश के 17 लोग
पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शन के लिए गए मध्य प्रदेश के करीब 17 यात्री अभी भी बाढ़ के चलते नेपाल में फंसे हुए हैं। उन्होंने अब भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मदद की गुहार लगाई है। जबलपुर के बिलहरी निवासी डॉ. राकेश बरहैया, उनकी पत्नी सोनिया बरहैया, 6 वर्षीय बेटा लवकुश और 3 वर्षीय बेटी वाणी के साथ ही उनके 72 वर्षीय पिता गोपेंद्र बरहैया और 60 वर्षीय माता किरण बरहैया के नेपाल में आई प्राकृतिक आपदा (Flood in Nepal) में फंसे होने की जानकारी मिली है। बाकी लोग रीवा और ढिंढोरी आदि जगहों से गए हैं।
न भोजन मिला, न ठहरने के उचित प्रबंध, न बीमारी में इलाज के इंतजाम
जबलपुर सहित मध्य प्रदेश के डिंडौरी और रीवा निवासी यात्रियों ने नेपाल में बाढ़ के दौरान सामान बह जाने सहित भारतीय दूतावास में दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप लगाये है। तीर्थयात्रियों ने वीडियो संदेश और मप्र के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव को पत्र लिखकर भारतीय दूतावास के अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग है। आरोप है कि भारतीय दूतावास में नेपाल में फंसे मुसाफिरों को न तो भोजन दिया गया, न ठहरने के उचित प्रबंध किये गये और न ही बीमार होने पर इलाज के इंतजाम किये जा रहे हैं।
कलेक्टर ने जारी किए हेल्प लाइन नंबर
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार सभी लोग पूरी तरह से सकुशल हैं और नेपाल के मारवाड़ी धर्मशाला में स्थानीय प्रशासन ने उनके ठहरने का इंतजाम किया गया है। डॉ. राकेश बरहैया जबलपुर के विटनरी कालेज में सहायक प्राध्यापक के रूप में पदस्थ हैं। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर दर्शन के लिये गये जबलपुर के तीर्थयात्रियों की जानकारी जुटाने और राहत एवं बचाव कार्य के लिये पुलिस कंट्रोल रूम के साथ साथ संयुक्त कलेक्टर अनुराग सिंह को नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुये उनका मोबाइल नम्बर 97138 13496 पर संपर्क करने के लिये जारी किया है।
नेपाल में अतिवृष्टि के चलते बने बाढ़ के हालात
उल्लेखनीय है कि इस समय नेपाल में अतिवृष्टि के चलते बाढ़ के हालात बन चुके हैं। राजधानी काठमांडू के पास नदी के तेज बारिश की वजह से बाढ़ और भूस्खलन के चलते रोड़ बह गई। इस वजह से सैकड़ों वाहन एवं पर्यटक वहां फंस गए, जिसमें से बड़ी संख्या में पयर्टकों की मौत अथवा लापता होने की सूचनाएं भी मिल रही हैं। जो लोग सकुशल हैं, उन्हें आसपास की धर्मशालाओं में ठहराने के इंतजाम स्थानीय प्रशासन के स्तर पर किये जा रहे हैं।
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