इंदौर में फर्जी डिप्टी कलेक्टर को गिरफ्तार, नौकरी लगने के नाम पर की धोखाधड़ी, वजह जान पांव तले खिसक जाएगी जमीन
Indore Fake Deputy Collector इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर में नौकरी लगवाने के नाम पर छात्रा से धोखाधड़ी करने वाले फर्जी डिप्टी कलेक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। छात्रा की शिकायत पर एमआईजी पुलिस ने पूरे मामले में कार्रवाई की है। फर्जी डिप्टी कलेक्टर ने फरियादी को शादी के झांसे में भी फंसाने के लिए जाल बिछाया था। पुलिस पूरे मामले में जांच पड़ताल में जुटी हुई है। पकड़ा गया आरोपी ट्रांसजेंडर की सर्जरी को लेकर इस तरह से ठगी कर करके रुपए इकट्ठा कर रहा था।
स्टेनो के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी
एमआईजी पुलिस ने इंदौर में फर्जी डिप्टी कलेक्टर को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से कई अहम दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। पुलिस के अनुसार, स्टेनो की नौकरी लगने के नाम पर लिए आरोपी ने ₹70,000 रुपए लिए थे। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार (Indore Fake Deputy Collector) कर उससे गंभीरता से पूछताछ में जुटी है। एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह ने बताया कि सारांश मिश्रा नामक युवक की पहचान संकेत चौहान नामक युवक से हुई थी। उसके बाद स्टेनो के पद पर नौकरी लगाने को लेकर चर्चा हुई। स्टोनों की नौकरी लगाने के लिए ₹100000 की डिमांड की गई थी, इसमें से आरोपी ने 70,000 रुपए ले भी लिए थे।
ठगी की वारदात में फर्जी डिप्टी कलेक्टर के साथ महिला भी शामिल!
फरियादी के अनुसार, कई दिनों तक तकादा करने के साथ ही विभिन्न तरह से बातचीत चलती रही। उसके बाद में फरियादी युवक ने पूरे मामले में थाने में शिकायत की, जिसके बाद मामले की जांच में जुटी पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ में जुटी है। बताया जा रहा है कि एक महिला भी इस पूरे मामले में शामिल है, जिसका जिक्र फरियादी ने किया है। पुलिस आरोपी के अकाउंट नंबर की भी जांच पड़ताल कर रही है।
आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड खंगालने में जुटी पुलिस
आरोपी मूल रूप से महाराष्ट्र के नासिक का रहने वाला है, लेकिन पिछले काफी दिनों से इंदौर में रहकर इस तरह से धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दे रहा था। वहीं, पकड़े गए आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी सर्जरी होने वाली है। इसी के चलते वह इस तरह से ठगी कर रुपए इकट्ठा कर रहा है। फिलहाल ऐसी संभावना जताई जा रही है वह ट्रांसजेंडर से संबंधित सर्जरी करवाने वाला था। लेकिन, पुलिस इस मामले में कुछ खुलासा नहीं कर रही है। इंदौर एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा, "फिलहाल पूरे ही मामले में आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड खंगाले जा रहा हैं। इसके साथ ही अलग-अलग तरह से जांच कर जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।"
(इंदौर से संदीप मिश्रा की रिपोर्ट)
ये भी पढ़ें: ड्रग नेटवर्क के खिलाफ इंदौर पुलिस का बड़ा एक्शन, एक पुलिसकर्मी निलंबित, 14 से अधिक पुलिस लाइन में अटैच