सूरत में जनभागीदारी से जल संचय महाभियान, पानी बचाने की इस मुहिम में MP के CM मोहन यादव भी करेंगे शिरकत, जानिए इसका उद्देश्य
Jal Sanchay Jan Bhagidari सूरत: कहते हैं बिन पानी सब सून। वाकई पानी और हवा के बिना सब ऐश-ओ-आराम शून्य है। ऐसे में पानी बचाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने कई अभियान की शुरुआत की है। वहीं, 13 अक्टूबर को गुजरात के सूरत में जनभागीदारी से जल संचयन के अंतर्गत जन आंदोलन अभियान को लेकर बड़ा कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है।
#Surat : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जल संचयन अभियान कैसे बदलेगा हजारों गांवों की सूरत, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने बताया है आखिर क्या है पूरा प्लान.?
13 अक्टूबर को सूरत में होगा सूरत में जनभागीदारी से जल संचयन के अंतर्गत एक बड़ा कार्यक्रम होगा। इस महाअभियान में… pic.twitter.com/N6whGofVXr
— MP First (@MPfirstofficial) October 11, 2024
सूरत में जनभागीदारी से जल संचय महाभियान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देशभर में जल शक्ति मंत्रालय महाअभियान चला रहा है। ऐसे में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी. आर. पाटील (Union Jal Shakti Minister C R Patil) की उपस्थिति में कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल भी शिरकत करने वाले हैं।
मध्य प्रदेश और राजस्थान के CM करेंगे शिरकत
बता दें कि सूरत में होने वाले इस कार्यक्रम (Jal Sanchay Jan Bhagidari Initiative) में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (MP CM Mohan Yadav Visit Surat) और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी मौजूद रहेंगे।
इसके अलावा बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी विशेष मेहमान के तौर पर शिरकत करने वाले हैं। इसके साथ ही इस कार्यक्रम में बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता शिरकत करने वाले हैं। कार्यक्रम को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
जन आंदोलन का स्वरूप ले रहा जनभागीदारी से जल संचय अभियान
दरअसल, गुजरात लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन के 23 साल मना रहा है, ऐसे में इस कार्यक्रम की अहमियत और ज्यादा बढ़ जाती है, क्योंकि जब प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब गुजरात के कोने-कोने तक पानी पहुंचाने का संकल्प उन्हीं के अथक प्रयासों से पूर्ण हुआ। ऐसे में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनभागीदारी से जल संचय (Water Conservation) का जो मूल मंत्र दिया है, वह अब एक जन आंदोलन का स्वरूप ले रहा है। संभावना जताई जा रही है कि सूरत में होने वाले इस कार्यक्रम से पूरे देश में जल संचय का विशेष संदेश पहुंचेगा।
क्या है जल संचय जनभागीदारी पहल?
आइए जानते हैं क्या है जल संचय जनभागीदारी पहल (What is Jal Sanchay Jan Bhagidari) और आखिर इस पहल की शुरुआत करने की जरूरत क्यों पड़ी?
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरत से 'जल संचय, जनभागीदारी' पहल (Jal Sanchay Jan Bhagidari) की शुरुआत की।
- जल संरक्षण पर केंद्रित इस पहल का लक्ष्य गुजरात में करीब 24,800 वर्षा जल संचयन संरचनाओं का निर्माण कराना है।
- यह पहल 'समग्र समाज और समग्र सरकार' दृष्टिकोण पर आधारित है।
- भारत में जल संकट: विश्व की 18% जनसंख्या भारत में है, लेकिन यहां जल संसाधन (Jal Sanchay Jan Bhagidari) की उपलब्धता महज 4% है।
- 700 में से 256 जिलों में भूजल का स्तर 'गंभीर' या 'अत्यधिक दोहन'।
भारत में जल संरक्षण के लिए पहल
- राष्ट्रीय जल मिशन (National Water Mission): इस मिशन का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षरण और पानी की बर्बादी को कम करना साथ ही जल का समान वितरण करना है। इसके अलावा जल संसाधनों के सतत विकास को बढ़ावा देना है ताकि भविष्य में जल संकट न हो।
- जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission): साल 2019 में शुरू जल जीवन मिशन का मुख्य उद्देश्य 2024 तक सभी ग्रामीण क्षेत्रों में हर एक घरों में पाइप से जल सप्लाई करना है।
- अटल भूजल योजना (Atal Bhujal Yojana): अटल भूजल योजना की शुरुआत साल 2019 में हुई थी। सामुदायिक भागीदारी पर आधारित इस योजना का उद्देश्य भूजल प्रबंधन में सुधार करना है। बता दें कि भारत सरकार हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के 80 जिलों में 8213 जल संकटग्रस्त ग्राम पंचायतों में अटल भू जल योजना लागू कर रही है, ताकि लोगों को पानी की गंभीर समस्या से निजात मिल सके।
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