Kolkata Doctor Murder Case: ट्रेनी डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए पूरे देश में डॉक्टरों की हड़ताल, इलाज नहीं मिलने से ग्वालियर में एक मरीज की मौत
Kolkata Doctor Murder Case: भोपाल। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में रेप और मर्डर का शिकार हुई ट्रेनी डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए आज पूरे देश के डॉक्टरों ने हड़ताल का आह्वान किया है। मध्य प्रदेश में भी डॉक्टर तथा नर्सिंग स्टाफ हड़ताल (Kolkata Doctor Murder Case) पर है। इस बीच कुछ स्थानों पर इलाज नहीं मिलने के कारण मरीजों के हाल बेहाल हो रहे हैं। ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में भी 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मृत्यु होने की खबर है। परिजनों ने बताया कि मृतक महिला 3 दिन से अस्पताल में भर्ती थी। उन्होंने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप भी लगाया।
#BreakingNews: ग्वालियर से इस वक्त की बड़ी खबर...
डॉक्टरों की हड़ताल के बीच एक महिला मरीज की मौत की खबर सामने आई है। मृतका के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में महिला का इलाज चल रहा था। कोलकाता में महिला डॉक्टर का रेप और… pic.twitter.com/0I3xElkwMj
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छतरपुर में भटक रहे हैं मरीजों के परिजन
कोलकाता में हुई महिला डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या की घटना को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टर में रोष व्याप्त है। छतरपुर जिले के आईएमए के तमाम डॉक्टरों के साथ-साथ पैरामेडिकल स्टाफ भी हड़ताल पर है, जिसके चलते जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। हड़ताल का समर्थन इंडियन डेंटल एसोसिएशन के साथ-साथ मेडिकल स्टोर संचालकों ने भी किया है। यहां तक की प्राइवेट डॉक्टरों ने भी अपनी क्लीनिक बंद कर रखी है, जिसके चलते जिले भर के तमाम मरीज परेशान हो रहे हैं।
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हड़ताल के बीच इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दो डॉक्टरों की ड्यूटी जिला अस्पताल में लगाई गई है, परन्तु मरीजों का कहना है कि उन्हें डॉक्टर नहीं मिल पा रहे हैं, जिसकी वजह से न सिर्फ स्थानीय बल्कि दूर-दराज से आए मरीज भी जिला अस्पताल में भटकते नजर आ रहे हैं। शहर के चौबे तिराहे पर हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों का कहना है कि उनकी हड़ताल आज सुबह 6:00 बजे से प्रारंभ हुई और 24 घंटे चलेगी। हड़ताल के जरिए डॉक्टरों ने कोलकाता में हुई घटना का विरोध करते हुए जल्द दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन ने कहा कि हड़ताल की सूचना डॉक्टरों के द्वारा दी गई थी जिसे लेकर छतरपुर कलेक्टर व एसपी को अवगत करा दिया गया था। जिला अस्पताल में डॉक्टरों की ड्यूटी भी लगाई गई है और मरीजों को जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं भी दी जा रही हैं। परन्तु हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। जिला अस्पताल से लेकर हर तरफ मरीज इस हड़ताल के चलते परेशान नजर आ रहे हैं। मरीजों का भी यह कहना है कि डॉक्टरों की समस्या का जल्द निदान हो ताकि मरीजों को इलाज मिल सके, और उन्हें असुविधा ना हो।
बुरहानपुर में हाथों पर काली पट्टी बांध डॉक्टरों ने निकाली बाइक रैली
कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुई वहशियाना हरकत और हत्या ने देशभर में आक्रोश पैदा किया है। इस मामले को लेकर देश में डॉक्टरों की हड़ताल का समर्थन करते हुए बुरहानपुर के डॉक्टरों ने भी हड़ताल शुरू कर दी है। अस्पतालों में केवल आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। डॉक्टरों ने अपने हाथों पर काली पट्टी बांध कर बाइक रैली निकालते हुए अपना विरोध प्रदर्शन किया। रैली शिकारपुरा चौराहे से निकलकर शहर से होते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंची, जहां राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन तहसीलदार राम पगारे को देकर रैली समाप्त हुई।
दमोह में भी काली पट्टी बांधकर जताया विरोध
राज्य के दमोह में भी सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने शनिवार को 24 घंटे की हड़ताल की चेतावनी दी थी। इसमें जिला अस्पताल भी शामिल था, लेकिन दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर के निर्देश के बाद जिला अस्पताल के सभी डॉक्टरो ने 3 घंटे का प्रतीकात्मक विरोध जताया और इस दौरान ओपीडी चालू रही। सिविल सर्जन डॉ. राकेश राय ने बताया कि प्रतीकात्मक विरोध किया गया है, लेकिन ओपीडी चालू है, मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
कलेक्टर के प्रतिनिधि के तौर पर अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंचे दमोह एसडीएम आरएल बागरी ने बताया कि सभी डॉक्टर से बात हो गई थी, विरोध प्रदर्शन किया गया, लेकिन वह प्रतीकात्मक था। अस्पताल में सारी व्यवस्थाएं सुचारू ढंग से चल रही हैं। मरीजों का इलाज भी किया जा रहा है। कहीं कोई अव्यवस्था नहीं है जिससे मरीजों को परेशानी हो।
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