MP Political News: कमलेश शाह को क्यों नहीं मिल पा रहा मंत्री पद, क्या रामनिवास रावत बने राह में रोड़ा?
MP Political News: अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव (Amarwara Assembly by-Election) में भारतीय जनता पार्टी ने कमलेश शाह (Kamlesh Shah) को प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने जीत दर्ज कर पार्टी के भरोसे को सही भी ठहरा दिया, लेकिन उन्हें अभी तक मंत्री पद की शपथ नहीं दिलाई गई है। दूसरी ओर, विजयपुर में कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए अनुभवी विधायक रामनिवास रावत (Ramnivasi Rawat) मोहन यादव सरकार में मंत्री बन चुके हैं और उन्हें विभाग भी दे दिया गया है। आइए इसके पीछे के सियासी खेल को समझने का प्रयास करते हैं।
रावत है शाह के मंत्री न बनने की वजह
विजयपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक रामनिवास रावत ने इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था। उसके बाद रावत को मंत्री बनाया गया और वन एवं पर्यावरण विभाग भी दिया गया। अब कमलेश शाह अमरवाड़ा से तो विधानसभा चुनाव जीत भी चुके हैं, लेकिन उन्हें मंत्री पद इसीलिए नहीं दिया गया है क्योंकि रावत को मंत्री पद देने से भाजपा के कुछ नेता नाराज हो गए थे। कुछ लोगों ने तो खुलकर इस फैसले की निंदा की थी तो कुछ ने दबी जुबान से ही सही नाराजगी जाहिर की थी।
मंत्री नागर सिंह चौहान ने जताई थी नाराजगी
दरअसल, तत्कालीन वन एवं पर्यावरण मंत्री नागर सिंह चौहान (Nagar Singh Chauhan) से उनका यह विभाग लेकर नए मंत्री रामनिवास रावत को दे दिया गया था। इसके बाद खबरें थी कि नागर सिंह चौहान अपनी सांसद पत्नी समेत पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं। फिर दिल्ली तक हलचल हुई और चौहान ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात की। हालांकि, इसके बाद मामले का निपटारा हो गया। अब शायद पार्टी को यह डर है कि अगर कमलेश शाह को मंत्री बनाया जाएगा तो कोई ना कोई विभाग देने पर पार्टी के कई और नेता अपनी नाराजगी जाहिर कर सकते हैं।
शाह ने त्रिकोणीय मुकाबले में 3,000 वोटों से दर्ज की थी जीत
मंत्री पद न मिलने के पीछे एक कारण यह भी है कि अभी तीन सीटों पर उपचुनाव शेष हैं। अगर उन सीटों पर भाजपा को उम्मीद मुताबिक परिणाम नहीं मिलते हैं तो शाह को मंत्री पद दिया जाएगा। वही, अमरवाड़ा में त्रिकोणीय मुकाबले में शाह ने 3,000 वोटों से जीत दर्ज की थी जिसे एक तरीके से बड़ी जीत नहीं माना जा रहा है। ये परिणाम तब रहा था जब भाजपा ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत लगा दी थी। खुद मुख्यमंत्री तक ने जमकर प्रचार किया था।
यह भी पढ़ें: