Deepika Patidar Success Story: दीपिका पाटीदार कैसे बनीं MPPSC टॉपर? आज से आप भी फॉलो करें ये सीक्रेट टिप्स
Deepika Patidar Success Story देवास: मध्य प्रदेश के देवास जिले के छोटे से गांव जामगोद की बेटी दीपिका पाटीदार ने मध्य प्रदेश राज्य सेवा परीक्षा 2022 में शीर्ष स्थान प्राप्त किया। रिजल्ट जारी होने के बाद गांव में जश्न (MPPSC Topper Deepika Patidar) का माहौल है। दीपिका के पिता ने बताया कि दीपिका की मेहनत से आज उनका नाम रोशन हुआ है और गांव में हर्ष का माहौल है। आइए जानते हैं एमपीपीएससी टॉपर से सक्सेस मंत्र। आखिर सफलता के क्या राज हैं?
MPPSC टॉपर दीपिका पाटीदार की सक्सेस स्टोरी
MPPSC टॉपर दीपिका पाटीदार दीपिका पाटीदार देवास जिले के सोनकच्छ विकासखंड के एक छोटे से गांव जाम गोद की रहने वाली हैं। वह पिछले 3 से 4 वर्षों से एमपीपीएससी की तैयारी कर रही थीं। दीपिका ने इंदौर और दिल्ली में परीक्षा को लेकर तैयारी की थी। दीपिका ने 1575 में से 902.75 अंक प्राप्त किए हैं। उन्हें मुख्य परीक्षा में 1400 में से 756.75 अंक और इंटरव्यू में 175 में से 146 अंक मिले हैं।
#MPPSC : ...तो दीपिका पाटीदार ऐसे बनीं MPPSC टॉपर, फॉलो करें टिप्स
मध्य प्रदेश के देवास जिले के छोटे से गांव जामगोद की बेटी दीपिका पाटीदार ने MPPSC Exam 2022 में पहला स्थान हासिल किया। इंदौर में रहकर पढ़ाई करने वाली दीपिका पाटीदार ने अपनी सफलता के राज बताए हैं।… pic.twitter.com/CrWBe47BN9— MP First (@MPfirstofficial) January 20, 2025
18 से 20 घंटे तक पढ़ाई करके दीपिका बनीं टॉपर
एमपीपीएससी की तैयारी के दौरान दीपिका टाइम मैनेजमेंट का विशेष ख्याल रखा। दीपिका ने 18 से 20 घंटे तक पढ़ाई कर अपनी मेहनत से मुकाम हासिल किया। जैसे ही दीपिका की इस बड़ी उपलब्धि की जानकारी गांव वालों को लगी तो परिवार के साथ-साथ गांव में भी खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। ग्रामीणों ने जश्न मनाते हुए आतिशबाजी भी की। वहीं, दीपिका के पिता गोपाल पाटीदार अपनी बेटी की सफलता से बेहद खुश हैं।
बेटी ने पिता का नाम किया रोशन
दीपिका के पिता गोपाल पाटीदार ग्राम पंचायत गढ़ खजुरिया में सचिव हैं। दीपिका के पिता का कहना है कि मुझे दीपिका की काबिलियत पर पूरा भरोसा था। मैं उसे बेटा ही कहता हूं। उसके जुनून को देखकर मुझे लगता था कि मेरी नाम रोशन करेंगी। बता दें कि दीपिका परिवार की बड़ी बेटी हैं और उनके छोटे भाई खेती का काम संभालते हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद, दीपिका ने अपने सपनों को आकार दिया और अपनी मेहनत से हर बाधा को पार किया है।
एमपीपीएससी करने वाले छात्रों के लिए बनीं प्रेरणा स्रोत
गांव में सीमित संसाधन होने के बाद दीपिका ने दीपिका ने अपनी 10वीं तक की शिक्षा तालौद के सरकारी स्कूल से प्राप्त किया, जिसमें माता-पिता का अहम योगदान भी रहा। वहीं, बाद में उमियाधाम विद्यालय, राऊ से 11वीं और 12वीं में प्रथम स्थान हासिल किया। इसके बाद इंदौर के होलकर कॉलेज से बीएससी से की। ग्रेजुएशन के दौरान दीपिका का सिविल सेवा की ओर रुझान हुआ। तब से दीपिका ने इसकी तैयारी शुरू कर दी।
दीपिका का परिवार करता है खेती-बाड़ी का काम
बता दें कि, दीपिका पाटीदार एक ग्रामीण क्षेत्र से आती हैं। उनके पिता पंचायत में सचिव पद पर हैं। दीपिका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही की। इसके बाद में इंदौर जाकर अपने आगे की तैयारी शुरू की। शुरुआत में कठिनाई का सामना करना पड़ा, लेकिन बाद में अपनी इस मंजिल को पाने के लिए अथक प्रयास करते हुए सफलता प्राप्त की।
दीपिका की मेहनत लाई रंग
दीपिका ने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर एमपीपीएससी की परीक्षा पास की। दीपिका ने साबित कर दिया है कि ग्रामीण परिवेश से आने के बावजूद अगर लक्ष्य निर्धारित कर सही दिशा में परिश्रम किया जाए तो सफलता को प्राप्त (Deepika Patidar Success Story) किया जा सकता है। दीपिका पाटीदार ने वहीं किया और एमपीपीएससी में प्रथम स्थान हासिल किया। दीपिका के मध्य प्रदेश पीएससी की परीक्षा में प्रथम आने पर जैसे ही गांव में इस बात की सूचना लगी तो रिश्तेदार और परिवार के लोगों का आना शुरू हो गया।गांव के लोग भी बड़े संख्या में दीपिका के घर बधाई देने पहुंच रहे हैं।
(देवास से अमित शर्मा की रिपोर्ट)
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