Jabalpur Army Headquarters: सेना के मध्य भारत हेडक्वार्टर के 200वें सालाना जश्न पर डाक टिकट जारी, वीरों को अर्पित किए पुष्पचक्र
Jabalpur Army Headquarters: जबलपुर। इंडियन आर्मी के मध्य भारत एरिया हेडक्वार्टर में ऐतिहासिक गौरव के 200 साल पूरे होने पर डाक टिकट जारी किया गया। वर्ष 1824 में ब्रिटिश हुकूमत के दौरान मध्य भारत के सैन्य मुख्यालय की स्थापना जबलपुर में की गई, जो 2024 तक के 200 साल के गौरवपूर्ण इतिहास को अपने आप में समेटे और सहेजे हुये है। मध्य भारत एरिया में देश के 6 राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश शामिल हैं, जो भारतीय सेना एवं देश की आबादी का करीब 40 फीसदी हिस्सा कवर करता है।
मध्य भारत एरिया हेडक्वार्टर ने 200 साल में दर्ज की कई उपलब्धियां
मध्य भारत के सैन्य मुख्यालय ने पिछले 200 साल में भारतीय सेना के लिये कई उपलब्धियां दर्ज की है। 1997 में कारगिल युद्ध के दौरान जबलपुर की आयुध फैक्ट्रियों में रातों-रात भारी मात्रा में गोला बारूद से लेकर हथियारों को तैयार कर युद्ध क्षेत्र में पहुंचाने का गौरव हो या फिर भारतीय सेना को आधुनिक हथियारों से लेकर जवानों को युद्ध कौशल की बारीकियां सिखाना। इन तमाम कार्यो में निपुणता के साथ ही मध्य भारत एरिया हैडक्वार्टर इंडियन आर्मी में विशेष मुकाम रखता है।
200 वर्ष पूरे होने पर शहीदों को किया नमन, डाक टिकट भी जारी
मध्य भारत के सैन्य मुख्यालय (Jabalpur Army Headquarters) के 200 साल पूरे होने पर इसकी याद को चिरस्थायी बनाने के लिये सोमवार को जेसीओ लेफ्टिनेंट जनरल पी एस शेखावत ने उन शहीदों को नमन किया, जिन्होंने भारत भूमि की रक्षा में अपने प्राणों की आहूतियां दी। वीर सैन्य अफसरों और जवानों के स्मृति स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर सैन्य अफ्सरों ने उन्हें सलामी दी। इस दौरान एमबी एरिया हेडक्वार्टर के दूसरी शताब्दी को यादगार बनाने के लिए ने विशेष रूप से डिजाईन किये गये 200 सालाना डाक टिकट को जारी किया, इसके अलावा इस फार्मेशन का प्रतीक चिह्न स्ट्राइकिंग कोबरा को 200 साल की स्मृति में संजोने के लिये विशेष डिजाईन में बने मॉडल को भी अनावरित किया गया।
6 राज्यों के सैन्य सर्विस का मुख्यालय है मध्य भारत एरिया
लेफ्टिनेंट जनरल पी एस शेखावत ने भूतपूर्व जेसीओ, और अन्य सैन्य अफसरों एवं सैन्य जवानों को संबोधित करते हुये मध्य भारत एरिया की सैन्य क्षमताओं, चुनौतियों और इस मुकाम तक पहुंचने में सेना के संघर्ष एवं गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला। लेफ्टिनेंट जनरल शेखावत का कहना है कि मध्य भारत एरिया की रेंज 6 राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश तक है। इन 6 राज्यों में सेना की तमाम गतिविधियों, उनका एडमिनिस्ट्रेशन से लेकरयुद्ध की रणनीति, जवानों के अपग्रेडेशन उनकी ट्रेनिंग सहित तमाम इंतजाम, निर्णय एवं देखरेख मध्य भारत एरिया हैडक्वाटर के अधीन है।
इंडियन आर्मी का सबसे बड़ा सैन्य मुख्यालय
लेफ्टिनेंट जनरल पी.एस.शेखावत ने मीडिया से चर्चा करते हुये बताया कि जबलपुर स्थित मध्य भारत एरिया हेड क्वार्टर (Jabalpur Army Headquarters) 6 राज्यों की सेना के लिए 11 ट्रेनिंग सेंटर संचालित करता है। यहां पर 6 राज्यों के आने वाली सेना की इंटेलिजेंस सुरक्षा के साथ-साथ 17 वर्कशॉप, 17 आयुध निर्माणी फैक्ट्रियां, आयुध डिपो, हथियारों के उत्पादन से लेकर उनकी मरमत करने वाले 110 संस्थान हैं। इस तरह इंडियन आर्मी के 40 फीसदी जवान मध्य भारत एरिया के तहत आते हैं।
अग्निवीरों ने बढ़ाई सेना की ताकत, अग्निवीरों का भविष्य सुरक्षित
मध्य भारत एरिया हेडक्वार्टर ने पूर्व जेसीओ लेफ्टिनेट जनरल एम.के. दास का कहना है कि भारत सरकार द्वारा सेना को अत्याधुनिक बनाने के साथ साथ सैन्यबल को मजबूती देने के लिए 2022 में शुरू की गई अग्निवीर योजना युवाओं के लिये सेना में जाने का सपना पूरा कर रही है। सेना के जरिये मातृभूमि की रक्षा का जज्बा समेटे अग्निवीरों को मध्य भारत एरिया के ट्रेनिंग सेंटरों (Jabalpur Army Headquarters Training Centre) में तैयार किया जा रहा है। अग्निवीरों के कारण भारतीय सेना की ताकत बढ़ी और इसलिये अग्निवीरों के भविष्य को सुरक्षित करते हुये सरकार 25 फीसदी जवानों को स्थायी सेवा देने का पहले ही वायदा कर चुकी है, वहीं शेष जवानों को केन्द्र एवं राज्य सरकार की सेवाओं में सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर नियुक्तियां प्रदान करने की योजना तैयार कर रही है।
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