Panch Parmeshwar Scheme Corruption: पंच परमेश्वर योजना में हुआ जमकर भ्रष्टाचार, शिकायतें करते-करते ग्रामीण परेशान
Panch Parmeshwar Scheme Corruption: सिवनी। मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा सन 2014 में ग्रामीण ग्राम पंचायतों में सीसी रोड और भवन निर्माण के लिए पंच परमेश्वर नामक योजना संचालित की गई थी। इस योजना से ग्राम का विकास कार्य करना था लेकिन इस योजना के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार हुआ। इसका उदाहरण आदिवासी बाहुल्य आंचल से सामने आया है।
पंच परमेश्वर योजना में भ्रष्टाचार
मामला आदिवासी बाहुल्य विधानसभा लखनादौन की जनपद पंचायत घंसौर का है। यहां फुल्हेरा में सन 2014 में ग्राम पंचायत के पास ई-भवन बनाने के लिए लगभग 4 लाख रूपए और फुलेरा ग्राम पंचायत के अंतर्गत केवलारी गांव में सीसी रोड बनाने हेतु लगभग 5 लाख की राशि स्वीकृत हुई थी। उस समय सरपंच सचिव और रोजगार सहायक ने मिलकर पंच परमेश्वर योजना की संपूर्ण राशि का आहरण तो कर लिया पर धरातल पर निर्माण कार्य नहीं हुआ।
इसकी शिकायत लगातार ग्रामीण जनपद पंचायत घंसौर से लेकर विधायक, सांसद और आला अधिकारियों से की। ग्रामीणों को सिर्फ आश्वासन ही हाथ लगा और जांच के नाम कार्यों की फाइलें दफ्तरों की धूल में कहीं खो सी गईं माजरा यह हुआ कि न तो सीसी रोड आज तक बनी और ना ई भवन।
तत्कालीन जनपद सीईओ के द्वारा 2014 के सरपंच और सचिव और रोजगार सहायक को स्पष्टीकरण जारी किया पर आज दिनांक तक भ्रष्टाचार के मामले में ना तो कोई कार्रवाई हुई ना ही एफआईआर दर्ज कराई गई।
शिकायतों के आवेदन कहीं खो गए!
वर्तमान सचिव ने इस पूरे मामले में जानकारी देते हुए बताया कि 2014 में ग्राम केवलारी में जो सीसी रोड की राशि का आहरण किया गया था, उस स्थान पर निर्माण कार्य नहीं किया गया। इसके कारण केवलारी ग्राम के उस स्थान पर अब किसी भी प्रकार की योजना से सड़क निर्माण नहीं कराया जा सकता। क्योंकि, वह रोड़ पहले से ही कागजों में स्वीकृत दिखाई देती है। ग्रामीणों में शासन-प्रशासन के प्रति जमकर रोष व्याप्त है मगर वे बेचारे अपनी पीड़ा किसे सुनाएं, यह किसी को समझ नहीं आ रहा है।
विकास का करोड़ों रूपए का गोलमाल
अब बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि लखनादौन विधानसभा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। इस विधानसभा के अंदर आने वाली ग्राम पंचायत में पंच परमेश्वर योजना पर कितना भ्रष्टाचार हुआ होगा, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। हाल फिलहाल जिला प्रशासन अगर इस मामले को गंभीरता से थोड़ा भी सबक ले ले और अगर पंच पंचेश्वर योजना की सूक्ष्मता से जांच हो जाए तो विधानसभा क्षेत्र में बड़ा भ्रष्टाचार सामने आ सकता है। मगर इस विषय की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है।
ये भी पढ़ें: Dev Deepawali 2024: देव दिवाली पर करें ये खास उपाय, घर में दौड़ी चली आएगी खुशियां
ये भी पढ़ें: MP Mohan Govt Action: खनन माफिया के लिए मोहन सरकार का हाई-टेक हथियार, AI, ड्रोन और जियो टैगिंग