Parent Complains School: किताबों के पैसे नहीं किए जमा तो स्कूल के CEO ने किया प्रताड़ित, पिता ने जनसुनवाई में की शिकायत
Parent Complains School: अशोक नगर। स्कूलों की मनमानी से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह की समस्या को लेकर एक अभिभावक नीरज गोस्वामी जनसुनावाई में पहुंचे। आवेदक का आरोप है कि स्कूल अपनी मनमानी करने में लगा हुआ है। किताबों के पैसे जमा नहीं करने पर उनके बेटे को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया है। नीरज ने कहा कि उनका बेटा अथर्व टीएव्ही हायर सेकेंडरी स्कूल मुंगावली में पढ़ता है।
बेटे को स्कूल प्रशासन ने किया प्रताड़ित:
पीड़ित ने सुनवाई में कहा कि उसके बेटे को स्कूल के सीईओ पुनीत जैन द्वारा पूरे स्टाफ और बच्चों के सामने डांटा गया। उन्होंने बताया कि स्टाफ ने स्कूल से कोई किताब खरीदने पर पैसे लाने के लिए कहा था। इस पर अथर्व ने कहा कि उसके पापा पैसे देंगे। इस पर उन्होंने बेटे को बहुत जोर से फटकार लगाई। इस रवैए से बेटा सहम गया और डरा हुआ है। उसने (Parent Complains School) मां से डरे हुए लहजे में सारी बात बताई। इस बात पर गोस्वामी आवेदन में पुनीत जैन के खिलाफ मानसिक रूप से प्रताड़ित करने पर कार्रवाई करने की मांग की है। बता दें कि इलाके में शिक्षा माफिया मनमाने तरीके से काम कर रहा है। किताबों के जरिए पेरेंट्स पर दबाव बनाया जाता है।
पुनीत जैन का क्या है कहना?
जब स्कूल के सीईओ पुनीत जैन से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। हम सिर्फ बच्चों की पढ़ाई पर फोकस करना चाहते हैं। गोलमोल जवाब देते हुए पुनीत जैन ने मामले को निपटाना चाहा। उन्होंने कहा कि अगर पालक और छात्र को कोई गलतफहमी हुई है तो मैं माफी चाहता हूं। पुनीत जैन ने कहा कि मैं स्कूल में चाहता हूं कि सब बच्चे अच्छे से पढ़ें। अंग्रेजी और अन्य सबजेक्ट में भी अच्छे रहें।
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ना रुख:
इस मामले पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि आज ही TAV स्कूल की एक शिकायत आई है। इसमें एक बच्चे पर किताबों को लेने का दबाव बनाया गया था। इसमें अभिभावक के द्वारा जन सुनवाई में आवेदन दिया गया था कि बच्चे को मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया गया है। अधिकारी ने कहा कि मैं खुद स्कूल में जाकर देखूंगा और अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यह भी पता लगाया जाएगा कि पाठ्यक्रम से अलग यह किताबें इतनी महंगी क्यों है? फिलहाल, देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है।
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