Politician Digital Arrest: डिजिटल अरेस्ट में तीन घंटे तक फंसे रहे भाजपा जिला मीडिया प्रभारी, फिर पुलिस ने ली एंट्री और...
Politician Digital Arrest: अशोक नगर। शहर में भाजपा जिला मीडिया प्रभारी डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो गए। करीब तीन घंटे तक आरोपी उन्हें डराता रहा। पहले ऑडियो कॉल और फिर वीडियो कॉल पर उनको बताया गया कि नेता को डिजिटल अरेस्ट किया गया। इस बात की भनक जब उनके परिवार वालों को लगी तो फिर वे सतर्क हुए और पुलिस को जानकारी दी।
तीन दिन से लगातार फ़ोन आ रहा था
भाजपा जिला मीडिया प्रभारी डॉक्टर हरवीर रघुवंशी ने बताया कि दो-तीन दिन से मेरे पास फोन आ रहा था। मुझे वह फ्रॉड जैसा लगा तो मेने इस फोन को नहीं उठाया। आज फिर से आया तो मैने उसे उठा लिया। जिसमें कंप्यूटर की तरह बोला जा रहा था। उस पर कहा गया कि आपके नाम से मुंबई की पुलिस स्टेशन में 17 रिपोर्ट दर्ज हैं। उसकी पूरी जानकारी के लिए एक दबाए इसके बाद उन्होंने एक दबा दिया। इसके बाद उधर से कहा गया कि मैं टेलीकॉम विभाग से बोल रहा हूं। आपका जो भी नंबर है उन्हें ब्लॉक कर दिए जाएं। आपके आधार कार्ड से 25 अक्टूबर को एक सिम खरीदी गई, उसका मुझे नंबर दिया और कहा गया कि उसे नंबर से गलत मैसेज किया जा रहे हैं। इसके खिलाफ मुंबई में 17 रिपोर्ट दर्ज की गई है।
ठगों ने कराई फर्जी बात
ठगों ने कहा की आपकी मैं मुंबई पुलिस से बात करा देता हूं। उस केस को आप क्रॉस कर सकते हैं। ठगों ने कहा कि आप पुलिस को सब कुछ सही बता देंगे तो जिस व्यक्ति ने फर्जी तरीके से सिम खरीदी है, पुलिस उसे पकड़ लेगी। इसके बाद वीडियो कॉल के माध्यम से पुलिस की वर्दी में एक व्यक्ति से बात कराई गई। उसने कहा कि आपके नाम से 17 रिपोर्ट दर्ज हैं। उन्होंने एक कॉपी भी भेजी, जिसमें 17 लोगों के नाम लिखे थे।
इसके बाद डॉ. रघुवंशी को लगा कि यह तो गलत हो रहा है। नेता ने कहा कि मैंने किसी भी प्रकार की कोई सिम नहीं खरीदी। मेरे साथ किसी प्रकार का फ्रॉड हुआ है। इसके बाद जालसाजों ने झांसा में ले लिया और कहा कि हां हम आपकी मदद करेंगे। जिस व्यक्ति ने भी यह फ्रॉड किया है उसे गिरफ्तार करेंगे। इसके बाद उन्हें धीरे-धीरे अपनी बातों के जाल में फंसाते गए।
बंद कमरे में रहने के लिए बोला गया
इसी दौरान उनसे कहा कि आप किसी भी व्यक्ति से बात ना करें एक कमरे में चले जाएं। वह लगातार इसी तरह से बात करते रहे। फिर कहा कि कुछ महीने पहले आपके अकाउंट में 25 लाख रुपए आए होंगे। इसके बाद उनके सभी बैंक के अकाउंट मांग लिए। उन्होंने अपने सभी बैंकों के खाते नंबर दे दिए। इसके बाद ठगों ने कहा कि हम अकाउंट नंबर चेक करते हैं।
अरेस्ट वारंट जारी के नाम पर डराया
फिर उन्होंने तीसरे व्यक्ति से बात कराई। उसने कहा कि हम देखते हैं कोई अरेस्ट वारंट तो जारी नहीं हुआ है। कुछ देर बाद कहने लगे कि आपका नाम से अरेस्ट वारंट जारी कर दिया गया है। कुछ ही समय पुलिस आपके पास आ सकती है और आपको गिरफ्तार करेगी। हालांकि, उन्होंने फिर भी झांसा दिया और कहा कि हम आपको बचा सकते हैं क्योंकि आप सही व्यक्ति लग रहे हैं। ठगों ने कहा कि आप अगर बचाना चाहते हो तो ऑनलाइन व्यवस्था कर दो।
घरवालों की समझदारी से कोतवाली पुलिस पहुंची घर
अब तो आप समझ ही गए होंगे। इसके बाद नेता हरवीर रघुवंशी समझ गए कि उनके साथ कोई फ्रॉड होने वाला है। ठगों ने मुझे पहले ही एक कमरे में बंद होने को कहा था। उन्होंने वीडियो कॉल के माध्यम से सब कुछ देख लिया था कि आसपास कोई है तो नहीं। लगभग दो से ढाई घंटे बीत गए थे। इसी दौरान मेरे घर पर कोतवाली पुलिस आ गई। पुलिस ने गेट तोड़ने का प्रयास किया। जैसे ही दरवाजा खुला तो उधर से फोन काट दिया गया। इस तरह से मैं ठगी का शिकार होने से बच गया।
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