Prisoner Release Jabalpur: गांधी जयंती पर उम्रकैद की सजा काट रहे 6 बंदियों को सेंट्रल जेल से मिली रिहाई
Prisoner Release Jabalpur: जबलपुर। सत्य, अहिंसा और प्रेम के पुजारी महात्मा गांधी की जयंती जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस सेंट्रल जेल से उम्रकैद की सजा काटने वाले 6 बंदियों की लिए खुशियां लेकर आई। हत्या के मामले में उम्र कैद के तहत 14 साल जेल की चार दीवारी में कैदी का जीवन जी रहे सभी 6 बंदियों को उनके बेहतर आचरण के तहत सजा को माफ किया गया। उनकी 6 साल की सजा माफ कर दी गई और उत्सवपूर्ण माहौल में जेल से रिहाई हुई।
नई ऊर्जा के साथ जेल से रिहा
2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर जेल से छूटे सभी 6 कैदियों का वरिष्ठ जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर और उप जेलर मदन कमलेश ने स्वागत किया। उनके नए जीवन और समाज में कुछ बेहतर करने की प्रेरणा के साथ जेल से रिहा किया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने जेल से रिहा होकर खुशियों के साथ बाहर निकलते कैदियों की जिंदगी में मिठास घोलते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। बंदियों को मिष्ठान भेंट करते हुए विदा किया गया।
अच्छे आचरण के चलते रिहाई
गांधी जयंती के मौके पर जबलपुर सेंट्रल जेल से रिहा होकर खुले आसमान में नई जिंदगी बसर करने रिहा हुए कैदी अलग-अलग जगह से हैं। बंदी प्रदेश के कटनी, पन्ना, डिंडोरी, बालाघाट और जबलपुर निवासी है। जेल से रिहा होते बंदियों को उनके परिजन लेने सेंट्रल जेल पहुंचे, जहां जेल की तमाम औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद जेल प्रशासन द्वारा भोला बैन-जबलपुर, राजेंद्र सिंह-पन्ना, शमीम शाह-कटनी, श्याम सुंदर-डिंडोरी, विशाल झरिया-डिंडोरी, लोकेश बोपचे-जबलपुर को रिहा किया गया।
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