Property -2 Software: ग्वालियर में जल्द शुरू होंगे संपदा -2 सॉफ्टवेयर से प्रोपर्टी के पंजीयन, भू-माफियाओं पर कसेगी लगाम
Property -2 Software: ग्वालियर। मध्य प्रदेश में भू माफियाओं की ठगी से पक्षकारों को बचाने के लिए पंजीयन विभाग ने संपदा-2 सॉफ्टवेयर तैयार करवाया है। इसके लागू होते ही प्रोपर्टी की रजिस्ट्री का पूरा काम संपदा-2 सॉफ्टवेयर पर ही होगा। इसका ट्रायल हो चुका है। अब ग्वालियर सहित पूरे प्रेदश में इसकी लांचिंग जल्द ही CM डॉ. मोहन यादव द्वारा की जाएगी। बता दें कि अकेले ग्वालियर शहर में ही बीते 8 माह में 150 से अधिक दस्तावेजों में हेरफेर कर फर्जी रजिस्ट्री करने के मामले सामने आए हैं। प्रदेश में यह संख्या हजारों में है। नई व्यवस्था के बाद इस धोखाधड़ी पर अंकुश लग सकेगा।
सॉफ्टवेयर से जुड़ी तैयारियां शुरू
मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में भी संपदा-2 सॉफ्टवेयर अब काम करने के लिए तैयार हो चुका है। इसको लेकर सभी तैयारियां और प्रशिक्षण भी पूरा हो चुका है। CM डॉ. मोहन यादव जैसे ही इस सिस्टम का शुभारंभ करेंगे, उसी समय से तत्काल इस पर जमीन, मकान आदि सम्पत्तियों का काम शुरू हो जाएगा। जिला पंजीयक अशोक शर्मा ने बताया कि जिले में 90 फीसदी नक्शो में सुधार का काम पूरा हो चुका है। इस सॉफ्टवेयर में पक्षकारों के हित में सुरक्षा के कई चेक पॉइंट वाले फीचर्स हैं, जिससे ठगी की गुंजाइश नहीं रहेगी। संपदा-2 में सर्विस प्रोवाइडर द्वारा डीड लिखने के बाद पक्षकार खुद पढ़ेगा। मोबाइल पर OK होने के बाद ही रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी हो सकेगी।
सारा काम ऑनलाइन सिर्फ गवाह ऑप्शनल
निगम की संपत्ति, टैक्स ID और सॉफ्टवेयर में मोबाइल नंबर दर्ज होगा। रजिस्ट्री होते ही पक्षकार को मैसेज भी पहुंचेगा। रजिस्ट्री के वक्त अब गवाही का काम ऑप्शनल रहेगा, यानी इसमें वीडियो कॉल सुविधा मिलेगी। नक्शे के आधार पर लोकेशन साफ होगी, आधार, पैन कार्ड लिंक होने से रजिस्ट्री के वक्त मैसेज सीधे पक्षकार को पहुंचेंगे। बता दें कि ग्वालियर में पंजीयन से संबंधित ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बीते 8 माह में 150 से अधिक मामले सामने आए हैं। अब ऐसे साइबर ठगी के मामले को लेकर पंजीयन विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। इसका तोड़ संपदा-2 के इंतजार के साथ हो रहा है। यह संपदा 2 रूपी हथियार न केवल पक्षकारों को बल्कि पंजीयन विभाग के अफसरों को भी राहत प्रदान करेगा।
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