Regional Industry Conclave: जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव का आयोजन, 3500 से अधिक इंवेस्टर्स हुए शामिल

Regional Industry Conclave 2024: जबलपुर। मध्य प्रदेश के विकास को गति प्रदान करने के लिए प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव द्वारा आज शनिवार को जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव (Regional Industry Conclave) आयोजन किया जा रहा है।इसमें देश और...
regional industry conclave  जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव का आयोजन  3500 से अधिक इंवेस्टर्स हुए शामिल

Regional Industry Conclave 2024: जबलपुर। मध्य प्रदेश के विकास को गति प्रदान करने के लिए प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव द्वारा आज शनिवार को जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव (Regional Industry Conclave) आयोजन किया जा रहा है।इसमें देश और विदेश से करीब 3,500 से ज्यादा निवेशक शामिल होंगे। यह कार्यक्रम नेताजी सुभाषचंद्र बोस कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जा रहा है। इसमें पांच देशों और 9 राज्यों से निवेशकों ने शिरकत की है। राज्य के सीएम मोहन यादव ने इस कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया।

रोजगार की आएगी बहार:

जबलपुर में मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को जबलपुर में 83 करोड़ की लागत से बने सुभाष चंद्र बोस कल्चरल एंड इनफॉरमेशन सेंटर का लोकार्पण किया। इसके साथ यहां रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव का शुभारंभ किया। इसमें उद्योगों से जुड़ी महत्वपूर्ण घोषणाएं हुईं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्‍य प्रदेश में अनेक क्षेत्रों में उद्योग स्‍थापना का कार्य प्राथमिकता से किया जाएगा। प्रदेश में टेक्‍सटाइल, रक्षा संस्‍थान के लिए एक टैंक निर्माण, फार्मा क्षेत्र और पर्यटन के क्षेत्र में नए-नए उद्योग प्रारंभ किए जाएंगे। कॉन्क्लेव में देश-विदेश के अनेक प्रमुख उद्योगपति शामिल हुए। मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि टेक्‍सटाइल क्षेत्र में अति आधुनिक स्‍किल सेंटर की शुरूआत की जाएगी, इससे विशेष रूप से बहनों को रोजगार प्राप्‍त होगा।

67 इकाइयों की शुरूआत के लिए भूमि पूजन:

मध्य प्रदेश में वर्ष 2024 की ये दूसरी इंडस्ट्री कॉन्क्लेव है। बता दें कि मार्च माह में उज्जैन में इंडस्ट्री कॉन्क्लेव हुई थी। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम में प्रदेश की 29 औद्योगिक इकाइयों के लोकार्पण और 38 औद्योगिक इकाइयों के भूमि पूजन किया। इस तरह कुल 67 इकाईयों की शुरूआत के लिए भूमि पूजन किया। प्रदेश के विभिन्न 10 स्थान से अनेक जन प्रतिनिधि इस लोकार्पण और भूमि पूजन कार्यक्रम से जुड़े। कुल 1500 करोड़ रुपए का निवेश होगा। इसी तरह कुल 4500 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। औद्योगिक इकाईयों को आशय पत्र सौंपे गए जिससे करीब 12 हजार लोगों को रोजगार प्राप्‍त होगा। कुल 340 एकड़ भूमि के आवंटन के लिए आशय पत्र सौंपे गए। कॉन्‍क्‍लेव में आईटी, आईटीईएस एवं ईएसडीएम पॉलिसी 2023 का विमोचन भी किया गया।

अशोक लीलैंड का करारनामा:

आज कॉन्‍क्‍लेव में मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में 600 करोड़ के निवेश के लिए अशोक लीलैंड और आर्म्ड व्हीकल निगम लिमिटेड के बीच करारनामा हुआ। इस दृष्टि से उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र में यह नया कदम है। यह रक्षा उत्‍पादन के क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण निवेश है। साथ ही सहयोग क्षेत्र में विकास और नवाचार को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्‍य प्रदेश में रक्षा संस्‍थान के लिए अब तक तोप निर्माण का कार्य होता रहा है। अब यहां सेना के लिए टैंक भी बनाये जायेंगे।

रोजगार के भरपूर अवसर:

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 16 औद्योगिक पार्क के माध्‍यम से कुल 517 लघु, मध्‍यम और सूक्ष्‍म उद्योगों द्वारा पौने छ: हजार करोड़ का निवेश किया गया। जिसका लाभ 20 हजार लोगों को रोजगार देने के रूप में मिला है। आज 67 औद्योगिक इकाईयों का लोकार्पण और भूमिपूजन एक महत्‍वपूर्ण समेकित प्रयास है। इस कार्यक्रम से प्रदेश के दस स्‍थानों से मंत्री, सांसद, विधायक वर्चुअली जुड़े। मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने जनप्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए उन्‍हें नवीन इकाईयों के लिये बधाई दी।

होगा हीरे को तराशने का काम:

सीएम ने कहा कि कॉन्‍क्‍लेव में अनेक विभागों ने उद्योग हितैषी नीतियों की जानकारी दी है। खनिज के क्षेत्र में उड़ीसा के बाद मध्‍य प्रदेश द्वितीय स्‍थान पर है। खदानों की निलामी में मध्‍य प्रदेश की पारदर्शी प्रक्रिया देश में अग्रणी मानी गई है। इसके लिए भारत सरकार द्वारा पुरस्‍कार भी प्रदान किया गया। प्रदेश में हीरा उत्‍पादन तो होता ही है, अब हीरो को तराशने का कार्य भी किया जाएगा। मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों से आवाहन किया कि आप सभी को मध्‍य प्रदेश भाए और आप मध्‍य प्रदेश आएं। मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि श्रम के क्षेत्र में भी मध्‍यप्रदेश में प्रोत्साहनकारी नीतियां हैं। शिक्षा और स्‍वास्‍थ्‍य के क्षेत्र में अनेक नए कार्य हो रहे हैं। पिछले दो-तीन वर्ष में विश्‍वविद्यालयों के माध्‍यम से रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाया गया है। प्रदेश में सिर्फ पांच मेडिकल कॉलेज होते थे, जिनकी संख्‍या 25 होने जा रही है। प्रदेश में सघन वन क्षेत्र है। इस क्षेत्र में भी संभावनाओं को साकार किया जायेगा। फार्मास्‍युटिकल क्षेत्र में 275 इकाईयां कार्य कर रही हैं। अकेले प्रीतमपुर में 60 इकाईयां हैं। हमारे प्रदेश से 160 से अधिक देशों को फार्मा प्रोडक्‍ट निर्यात किए जाते हैं।

मेगा फूड पार्क से बढ़ेंगी संभावनाएं:

मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि खाद्य प्रसंस्‍करण के क्षेत्र में 150 प्रतिशत प्रोत्‍साहन के लिए हम तैयार हैं। प्रदेश में उद्योगों को पानी और बिजली की आपूर्ति पर विशेष राहत प्रदान की गई है। दो मेगा फूड पार्क आ रहे हैं। पहले से आठ फूड पार्क संचालित हैं। ऐसी इकाईयों की संख्‍या निरंतर बढ़ाई जाएगी। मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने वोल्‍वो और आयशर के एमडी से आग्रह किया कि वे प्रदेश में रिसर्च सेंटर की भी शुरूआत करें। सीएम ने प्रारंभ में उद्योगों के विकास से संबंधित प्रदर्शनी का शुभारंभ कर प्रदर्शित चित्रों का अवलोकन किया। जबलपुर हाट के अंतर्गत विभिन्न लघु उद्योग इकाइयों और व्यवसायियों द्वारा उत्पाद सामग्री का विवरण प्रदर्शनी में दिया गया। उद्घाटन सत्र के प्रारंभ में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग एवं मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री राघवेंद्र कुमार सिंह ने मंच पर उपस्थित विभिन्न उद्योगपतियों का शाल द्वारा स्वागत किया।

कई बड़ी कंपनियों के दिग्गजों ने की शिरकत:

उपस्थित अतिथियों में अडानी पावर, नेटलिंक, वैद्यनाथ ग्रुप , दावत फूड्स, वोल्वो, आयशर, ए वी एन एल, एन सी एल, स्वराज शूटिंग ,लोहिया एनर्जी, आदिशक्ति राइस मिल, फिनिक्स पोल्ट्री, इनफोविजन दुबई और दलित चेंबर ऑफ कॉमर्स (डिकी ) सहित अन्य अनेक उद्योग संगठनों के पदाधिकारी शामिल थे। प्रमुख सचिव श्री राघवेंद्र कुमार सिंह ने मध्य प्रदेश की निवेश नीति और निवेश संभावनाओं पर प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने प्रदेश में औद्योगिक अधोसंरचना और औद्योगिक कॉरिडोर की विशेषताओं के साथ निवेशक अनुकूल औद्योगिक नीति में सब्सिडी और वित्तीय प्रोत्साहन पर भी प्रकाश डाला। इसके साथ ही सभी निवेशकों को आगामी वर्ष 2025 में 7-8 फरवरी को भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में सहभागिता के लिए आमन्त्रित किया। निवेश के लिए उद्यमियों से वन टू वन चर्चा भी हुई। कॉन्क्लेव में 5 सेक्टर पर फोकस किया गया। ये हैं एग्रो, माइंस, डिफेंस, टूरिज्म और गारमेंट्स उद्योग।

प्रमुख सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग डॉ. नवनीत मोहन कोठारी ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग और स्टार्टअप की वर्तमान स्थिति, इकोनॉमी में योगदान, भविष्य की संभावनाओं और अवसरों पर प्रस्तुतिकरण दिया। महाकौशल क्षेत्र में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग के विभिन्न सेक्टर, एमएसएमई पॉलिसी के लाभ और निवेश प्रोत्साहन की विशेषताओं से अवगत कराया। मध्य प्रदेश में निवेशक निवेश करने में रूची लेते हैं। प्रतिभा सेंटेक्‍स के श्रेयस्कर चौधरी ने कहा कि मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव की कथनी और करने में अंतर नहीं। वोल्‍वो-आयशर के विनोद अग्रवाल ने कहा कि उन्‍हें मध्‍य प्रदेश में 35 हजार से अधिक लोगों को रोजगार देकर प्रसन्‍नता हुई है। प्रदेश में उद्योगों के अनुकूल वातावरण है। मध्‍य प्रदेश भारत का दिल है और अब मध्‍य प्रदेश सरताज बनेगा।

सीएम ने जारी किए आशय पत्र:

कॉन्‍क्‍लेव में शामिल हुए व्यवसायियों और संभावित निवेशकों के बीच सीधी बातचीत की सुविधा मिली। मुख्यमंत्री और प्रमुख उद्योगपतियों के बीच लगभग 30 वन-टू-वन बैठकें हुईं। इसके अलावा प्रदेश की 265 इकाइयों को 340 एकड़ भूमि के आवंटन के लिए आशय पत्र जारी किए गए। कुल 1,800 करोड़ और 12,000 व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजित होने की संभावना है। बता दें कि जिन इंवेस्टर्स जबलपुर में शामिल होने जा रहे हैं उनमें बैद्यनाथ, ITC, वोल्वो, HRF, वोल्वो, आयशर, बेस्ट कॉर्प और दावत प्रमुख हैं। जबकि, ताइवान, मलेशिया, ब्रिटेन, फिजी, जापान और इंडोनेशिया के प्रमुख विदेशी प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इस प्रोग्राम में विशेष अतिथि के तौर पर MHME मंत्री चैतन्य कश्यप और पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह भी मौजूद हैं।

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