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New task for teachers ग्वालियर जिले के शिक्षक खोजेंगे भिखारियों को, सरकार के नए फरमान से शिक्षकों में हड़कंप

New task for teachers ग्वालियर । एमपी  के ग्वालियर जिले में शिक्षा विभाग के अजीबो-गरीब आदेश से शिक्षकों की नींद उड़ गई है। शिभा विभाग ने आदेश जारी कर शिक्षकों को कहा है कि अब  उन्हें भिक्षावृति पर रोक लगाने...
12:26 PM May 27, 2024 IST | Ranjan Ravi
New task for teachers ग्वालियर । एमपी  के ग्वालियर जिले में शिक्षा विभाग के अजीबो-गरीब आदेश से शिक्षकों की नींद उड़ गई है। शिभा विभाग ने आदेश जारी कर शिक्षकों को कहा है कि अब  उन्हें भिक्षावृति पर रोक लगाने...
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New task for teachers ग्वालियर । एमपी  के ग्वालियर जिले में शिक्षा विभाग के अजीबो-गरीब आदेश से शिक्षकों की नींद उड़ गई है। शिभा विभाग ने आदेश जारी कर शिक्षकों को कहा है कि अब  उन्हें भिक्षावृति पर रोक लगाने का काम करना होगा। सरकारी आदेश के अनुसार शिक्षकों को  सड़क पर भीख मांगने वाले बच्चों की तलाश करनी होगी और उनका दाखिला स्कूल में कराना होगा। सरकार के इस आदेश से शिक्षक खासे नाराज हैं। उनका कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद सरकार हर काम शिक्षकों से कराना चाहती है।

सरकार चला रही महिला बाल विकास के लिए अभियान

बता दें कि ग्वालियर जिला शिक्षा विभाग ने महिला बाल-विकास के विशेष अभियान का हवाला दिया है। शिक्षा विभाग ने अपने आदेश में हायर सेकंडरी स्कूलों के कुछ  प्रिसिपल औऱ शिक्षकों के नामों का जिक्र किया है। कहा जा रहा है कि सरकार की सूची में फिलहाल 10 शिक्षको के नाम हैं जिन्हें भिखारियों को खोजने के काम में लगाया गया है। उधर  सरकार के आदेश पर शिक्षकों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। शिक्षक संगठनों ने भी सरकारी आदेश का  विरोध करना शुरू कर दिया।

शिक्षकों को ही क्यों मिली जिम्मेदारी
जिला शिक्षा पदाधिकारी के दफ्तर से जो जानकारी मिली है उलके अनुसार हाल ही में महिला एवं बाल विकास विभाग की बैठक हुई थी। इस बैठक में जिलाधिकारी भी मौजूद थे। उसमें तय किया गया था कि जो बच्चे सड़कों पर घूम रहे हैं उन्हें तलाश किया जाए, उनका पुनर्वास किया जाए और मुख्य धारा में जोड़ा जाए। जिलाधिकारी का मानना है कि बच्चों को स्कूल तक पहुंचाने का काम शिक्षक बेहतर तरीके से कर सकते हैं , इसलिए इस बात की जिम्मेदारी शिक्षकों को दे दी गई है।

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