Education Department Counselling: शिक्षा विभाग की काउंसलिंग का टीचर्स ने किया विरोध, महिला टीचर को आया चक्कर

Education Department Counselling: गुना। शहर के उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 में बायो बिषय की दूसरी काउंसलिंग बैठक संपन्न हुई। शिक्षा विभाग की दूसरी काउंसलिंग बैठक भी विवादों में रही। इसमें चंद घंटों में कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखने वाला "जादुई...
education department counselling  शिक्षा विभाग की काउंसलिंग का टीचर्स ने किया विरोध  महिला टीचर को आया चक्कर

Education Department Counselling: गुना। शहर के उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 में बायो बिषय की दूसरी काउंसलिंग बैठक संपन्न हुई। शिक्षा विभाग की दूसरी काउंसलिंग बैठक भी विवादों में रही। इसमें चंद घंटों में कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखने वाला "जादुई डाटा" चर्चाओं का विषय रहा। काउंसलिंग बैठक में उपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बताया कि हमसे पहले ही सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर लिए गए। अब ऐसे में कोई राजी नहीं तो फिर भी हमें ये जबरन थोपने वाले स्थानांतरण को स्वीकार करना ही पड़ेगा।

आपत्ति के लिए नहीं दिया गया समय

शासकीय माध्यमिक विद्यालय लहरकोता में पदस्थ विश्व राज सिंह भदौरिया एवं शिक्षिका अनीता जाटव ने बताया कि हमें पूर्व से इसकी सूचना नहीं दी गई। जब हम आपत्ति आवेदन देने गए तो हमसे कहा गया कि आपको पहले आवेदन देना था। यह कहते हुए हमारा आवेदन लेने से मना कर दिया गया। उन्होंने बताया कि जब हमको पहले से जानकारी नहीं थी तो हम आवेदन कैसे देते? उन्होंने बताया कि अगर आवश्यकता पड़ी तो हम हमारी आवाज उठाने के लिए न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाऐंगे।

इसे डाटा में हेरफेर कहें या विद्यालय की लापरवाही

पीड़ित शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने बताया कि डाटा में अचानक से बढ़ने व घटने वाले पदों की संख्या हमारे लिए बड़ी चिंता का विषय है। शिक्षकों का कहना है कि बच्चों के हिसाब से विद्यालय में पर्याप्त शिक्षक हैं। इसके बावजूद भी अतिरिक्त शिक्षकों की नियुक्ति करने की ऐसी क्या आवश्यकता है? उन्होंने बताया कि जहां आवश्यकता है वहां डाटा में रिक्त पद खाली नहीं दिख रहे हैं। जहां विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से पर्याप्त शिक्षक हैं, वहां अतिरिक्त शिक्षकों को डाला जा रहा है।

काउंसलिंग हॉल में खड़े-खड़े गिरी शिक्षिका

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 में पदस्थ शिक्षिका श्रीमती वंदना श्रीवास्तव अचानक से होने वाले स्थानांतरण को लेकर टेंशन में अपनी कुर्सी पर बैठी-बैठी रो रही थीं। जब वह अपना आवेदन लेकर काउंसलिंग टीम के समक्ष उपस्थित हुईं तो वह अचानक से जमीन पर नीचे गिर पड़ीं। इसके बाद काउंसलिंग हॉल में हड़कंप मच गया और उपस्थित लोग उनकी मदद के उठ खड़े हुए। थोड़ी देर बाद वह सामान्य स्थिति में आईं और उन्होंने अचानक से हुए अपने स्थानांतरण का विरोध किया।

इस पर जिला शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर सिसोदिया ने कहा कि अगर किसी को कोई आपत्ति है तो वह मुझे बताएं। हम बैठकर इसका हल निकलेंगे। अन्य जिलों से गुना जिले में स्थानांतरित हुए शिक्षक, शिक्षिकाओं के विरोध के सवाल के जबाव में जिला शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर सिसोदिया ने कहा कि यह संभाग लेवल की काउंसलिंग थी। यदि कोई अन्य जिले का व्यक्ति गुना आना चाहता है तो वह आ सकता है। साथ ही जिले के टीचर्स के ट्रांसफर की आपत्ति के आवेदन के संबंध में उन्होंने कहा कि हम समीक्षा करेंगे और ऊपर डिपार्टमेंट को भेजेंगे।

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