Guna Govt Schools: कही 11 बजे तक स्कूल का दरवाजा नहीं खुला तो कही टीचर लापता, ऐसे हैं स्कूलों के हालात
Guna Govt Schools: गुना। जिले के बमोरी क्षेत्र में तीन स्कूलों का गुरुवार को आकस्मिक निरीक्षण किया गया। जिला पंचायत उपाध्यक्ष और शिक्षा समिति की अध्यक्ष सारिका क्षितिज लुंबा तथा बमोरी जनपद अध्यक्ष गायत्री भील ने शिक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उनके साथ बमोरी के बीईओ और बीआरसी भी मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान दो स्कूलों की स्थिति बेहद खराब पाई गई, जबकि एक स्कूल में व्यवस्थाएं संतोषजनक रहीं।
एक स्कूल में तो सुबह 11 बजे तक ताला भी नहीं खुला
टीम ने सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय बिसौनिया का दौरा किया। सुबह 11 बजे स्कूल गेट पर ताला लगा हुआ था और बच्चे गेट के बाहर खड़े थे। काफी देर बाद एक शिक्षक पहुंचे और स्कूल (Guna Govt Schools) का ताला खोला। प्रिंसिपल जयनारायण मीणा सहित अन्य कई शिक्षक भी अनुपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि स्कूल में शिक्षा का स्तर बेहद खराब था। बच्चों से पूछे गए सवालों का उत्तर गलत मिला और बोर्ड पर लिखी गई सामग्री में भी त्रुटियां थीं। ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए बताया कि स्कूल में पढ़ाई नहीं होती और मिड-डे मील भी नहीं बनता। शौचालयों की स्थिति बेहद खराब थी और दीवारें टूटी हुई थीं। मौके पर ही ग्रामीणों से पंचनामा तैयार करवाया गया।
सात में से केवल दो शिक्षक ही आए थे स्कूल
इसके बाद टीम माध्यमिक विद्यालय दुधई पहुंची। यहां सात शिक्षकों की नियुक्ति है लेकिन केवल दो शिक्षक ही उपस्थित थे। प्रिंसिपल पूर्णदेव शर्मा और उनकी पत्नी, जो इसी स्कूल में पदस्थ हैं, अनुपस्थित पाए गए। बताया गया कि ये दोनों शिक्षकों के रूप में कम ही आते हैं। छात्रों से बातचीत के दौरान शिक्षा का स्तर यहां भी निम्न पाया गया। मिड-डे मील के लिए आए चावल में कीड़े मिले और स्टोर रूम गंदगी से भरा हुआ था।
केवल एक स्कूल में हो रही थी सही पढ़ाई
अंत में टीम ने माध्यमिक विद्यालय बछवदा का निरीक्षण किया। यह स्कूल (Guna Govt Schools) अन्य दो स्कूलों की तुलना में बेहतर स्थिति में पाया गया। बच्चों ने गणित के कठिन प्रश्नों का उत्तर सही दिया। स्कूल में सफाई की व्यवस्था दुरुस्त थी और सभी शिक्षक उपस्थित थे। परिसर में "मां की बगिया" के नाम से पौधारोपण किया गया था, जो स्कूल की सुंदरता बढ़ा रहा था। निरीक्षण के बाद जिला पंचायत उपाध्यक्ष सारिका लुंबा ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने और स्कूलों में व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए।
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