Firing On Tehsildar And Patwari: इंदौर में कब्जा हटवाने गए तहसीलदार और पटवारी पर गार्ड ने कर दिए दनादन फायर, खेत में छुपकर बचाई जान

Firing On Tehsildar And Patwari: इंदौर। शहर के बाणगंगा थाना क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने गए तहसीलदार और पटवारी पर फायरिंग का मामला सामने आया है। मकान पर कब्जा हटाने गए अधिकारियों को उल्टे पैर भागना पड़ा। मकान की सुरक्षा में...
firing on tehsildar and patwari  इंदौर में कब्जा हटवाने गए तहसीलदार और पटवारी पर गार्ड ने कर दिए दनादन फायर  खेत में छुपकर बचाई जान

Firing On Tehsildar And Patwari: इंदौर। शहर के बाणगंगा थाना क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने गए तहसीलदार और पटवारी पर फायरिंग का मामला सामने आया है। मकान पर कब्जा हटाने गए अधिकारियों को उल्टे पैर भागना पड़ा। मकान की सुरक्षा में तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने दोनों अधिकारियों पर अचानक फायरिंग कर दी। गोलीबारी होते ही दोनों अधिकारी मौके से जैसे-तैसे जान बचाकर भागे। इस मामले पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सिक्योरिटी गार्ड ने ही तान दी बंदूक

दरअसल, पूरा मामला इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र का है। यहां अरविंदो हॉस्पिटल के पीछे स्थित सरकारी जमीन पर कुछ लोगों का अवैध कब्जा था। इसे हटाने के लिए प्रशासन की ओर से वहां पर तहसीलदार और पटवारी गए हुए थे। कब्जाधारी ने मकान की सुरक्षा में सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए हुए थे। जब उनका विवाद दोनों अधिकारियों से हुआ तो गार्ड ने फायरिंग कर दी। इसके बाद दोनों अधिकारी मौके से जान बचाकर भागे। दोनों ने पास के ही एक खेत में जाकर अपनी जान बचाई। इसके बाद भी गार्ड अपनी 12 बोर की बंदूक से फायरिंग करता रहा। तहसीलदार और पटवारी ने पूरे मामले की जानकारी बाणगंगा पुलिस और वरिष्ठ अधिकारियों को फोन पर दी।

एक गिरफ्तार तो दूसरा फरार

बता दें कि पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभाला और घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने मौके से एक सिक्योरिटी गार्ड को गिरफ्तार कर लिया तो वहीं, दूसरा गार्ड फायरिंग की घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गया। प्रारंभिक तौर पर यह बात सामने आ रही है कि दोनों गार्ड ने मिलकर तकरीबन 30 राउंड फायर किए। यह घटना जमीन से जुड़ी बताई जा रही है। अरविंदो अस्पताल और सुरेश पटेल के बीच जमीन को लेकर यह विवाद चल रहा था और पिछले दिनों इंदौर के विशेष न्यायालय ने अरविंद हॉस्पिटल के पक्ष में जमीन का फैसला सुनाया। इसके बाद भी जमीन पर पटेल परिवार के 10 लोगों ने कब्जा किया हुआ है। वहीं, कोर्ट का फैसला आने के बाद नौ लोगों ने तो अपना कब्जा हटा लिया लेकिन सुरेश पटेल वहां पर अभी भी मकान बनाकर डटा हुआ है।

गार्ड ने कर दी धनाधन फायरिंग

मकान की सुरक्षा के लिए करीब 5 गार्ड भी तैनात हैं। कोर्ट के आदेश पर ही जमीन का कब्जा हटाने के लिए पटवारी और तहसीलदार मौके पर पहुंचे थे लेकिन वहां पर मौजूद गार्ड ने फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना से संबंधित एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें फायरिंग की घटना कैद हुई। वीडियो में भी देखा जा सकता है कि किस तरह से वहां पर मौजूद तहसीलदार और पटवारी जान बचाकर भागते हुए नजर आ रहे हैं। फिलहाल, इस पूरे ही मामले में प्रारंभिक तौर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साथ ही कब्जा करने वालों के खिलाफ भी गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज करने की बात कही।

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