Mahakumbh Stampede: महाकुंभ भगदड़ में 20 से अधिक लोगों की मौत की आशंका, बढ़ सकता है आंकड़ा, बॉर्डर पर रुके श्रद्धालु
Mahakumbh Stampede: महाकुंभ संगम पर आज भगदड़ मचने से 20 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है। घायलों की तादात 50 से ज्यादा बताई जा रही है। यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। प्रयागराज में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मेडिकल कॉलेज में पहले 14 शव पोस्टमार्टम के लिए लाए गए। बाद में एंबुलेंस से कुछ और शवों को मेला एरिया से लाया गया था। वहीं, प्रशासन की बात की जाए तो हादसे के दस घंटे गुजरने के बाद भी मौत या घायलों की जानकारी नहीं दे पाई।
पीएम ने जताई संवेदना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। सीएम योगी ने लोगों से संयम बरतने की अपील की। उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा कि गंगा हर जगह पवित्र है। भक्त संगम पर ही स्नान करने की न सोंचे बल्कि जिस घाट पर हैं, वहीं स्नान करें। हादसे (Mahakumbh Stampede) के बाद विपक्षी नेताओं ने भी मौके को भुनाते हुए सरकार की खामियों को गिनाना शुरू कर दिया। उन्हें यह नहीं दिख रहा कि जिस जगह 9 करोड़ लोग इकट्ठे हों, वहां की व्यवस्था मिलाए रखना कोई आसान बात नहीं है। लेकिन, विपक्ष के ही कई नेता वीआईपी कल्चर का यूज करके खुद स्नान करके आए हैं।
राहुल ने लगाया बदइंतजामी का आरोप
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि वीआईपी कल्चर और सरकार की बदइंतजामी की वजह से भगदड़ हुई। वहीं, सपा नेता अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ को सेना के हवाले कर देना चाहिए। इसके अलावा कई अन्य नेताओं ने भी यूपी सरकार पर बयान दिए, जो काफी वायरल हो रहे हैं।
यह है भगदड़ की वजहें
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मौनी अमावस्या की वजह से काफी लोग स्नान के लिए पहुंचे। अमृत स्नान के कारण अधिकतर पुल बंद थे। इसके कारण संगम पर करोड़ों लोग इकट्ठा हो गए। बैरिकेड्स में फंसकर कुछ लोग गिर गए। यह देखकर भगदड़ की अफवाह फैल गई और लोगों की मौत की वजह बनी। साथ ही आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्ते नहीं थे। जहां से लोग आ रहे थे, वहीं से जा भी रहे थे। ऐसे में लोगों को कहीं भागने का मौका नहीं मिला और एक-दूसरे पर चढ़ते गए।
घटना के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंची। घायलों और मृतकों को हॉस्पिटल ले जाया गया। संगम तट पर एनएसजी ने मोर्चा संभाला और आम लोगों की एंट्री संगम नोज पर बंद कर दी गई। प्रयागराज जाने वाले कई श्रध्दालुओं को पहले ही रोक दिया गया। आज करीब दस करोड़ भक्तों के डुबकी लगाने का अनुमान है। सुरक्षा के लिहाज से यहां 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।
यह भी पढ़ें: Mahakumbh Third Amrit Snan: मौनी अमावस्या को है महाकुंभ का तीसरा अमृत स्नान, जानें शुभ मुहूर्त