Tripura Sundari Temple: पहाड़ों पर बिराजी हैं राज राजेशश्वरी त्रिपुर सुंदरी देवी की 8 वर्षीय बेटी मां बाला भवानी, जानें महिमा

Tripura Sundari Temple: सिवनी। जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर लखनादौन विकासखंड के अंतर्गत नेशनल हाईवे मार्ग पर गणेशगंज से पूर्व दिशा में 500 मीटर की ऊंचाइयों पर मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी का मंदिर स्थापित है। यहां मां भगवती...
tripura sundari temple  पहाड़ों पर बिराजी हैं राज राजेशश्वरी त्रिपुर सुंदरी देवी की 8 वर्षीय बेटी मां बाला भवानी  जानें महिमा

Tripura Sundari Temple: सिवनी। जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर लखनादौन विकासखंड के अंतर्गत नेशनल हाईवे मार्ग पर गणेशगंज से पूर्व दिशा में 500 मीटर की ऊंचाइयों पर मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी का मंदिर स्थापित है। यहां मां भगवती की आराधना मात्र से भक्तों की मनोकामनाए पूर्ण हो जाती है। यहां पर दोनों नवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें श्रद्धालुओं द्वारा नवरात्रि पर अपनी मनोकामना पूर्ति के ज्योति कलश रखे जाते हैं। मंदिर में नवरात्र शुरू होते ही भक्तगण भगवती की आराधना में लीन हो जाते हैं और जिले से ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी श्रद्धालु माता रानी के दर्शन करने यहां पहुंचते हैं।

मंदिर का ऐसा है इतिहास

मंदिर के पुजारी ब्रम्हचारी राघवानंद ने बताया कि यह मंदिर बहुत पुराना है और गुरुजी ने इस मंदिर को खंडहर में देखा। गुरुजी ने आकर सन 1984 में मां भगवती त्रिपुर सुंदरी देवी की प्राण प्रतिष्ठा की एवं ब्रम्हलीन पूज्य महाराज द्विपीठाधीस्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के कर कमलों से 9 जून सन 2010 में इसका जीर्णोद्धार किया गया। तब यहां बहुत बड़ा यज्ञ किया था एवं कार्यक्रम 9 दिनों तक हुआ। इसके बाद भगवती की पुरानी प्रतिमा को पीछे एक छोटे मंदिर में स्थापित किया गया। नई भगवती की प्रतिमा 8 वर्ष की कन्या मां बाला भवानी की भगवती राज राजेशश्वरी त्रिपुर सुंदरी देवी की बेटी हैं। मंदिर में इनके साथ प्रथम पूज्य भगवान गणेश एवं 9 देवियों ओर सर्व सिद्धि हनुमान जी की भी स्थापना की गई है, जो परिक्रमा करते हुए श्रद्धालु दर्शन करते हैं।

दस महाविद्या में से एक हैं त्रिपुर सुंदरी

मंदिर परिसर में भगवान भोलेनाथ भी शिवलिंग के रूप में स्थापित है। सावन माह एवं महाशिवरात्रि में भगवान शंकर का अभिषेक किया जाता है। ब्रम्हचारी जी ने बताया कि गुरुजी बताते हैं की भगवती की जो कोई भी आराधना कर ले उस पर मां जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं। इस क्षेत्र के लोगों का सौभाग्य है कि ब्रम्हलीन पूज्य द्विपीठाधीस्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज ने यहां मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी की प्राण प्रतिष्ठा की।

टेकरी पर है मां का मंदिर

यह मंदिर एक टेकरी पर स्थापित है, जो लगभग 500 मीटर में ऊंचाई पर है। मां भगवती के दरबार में शांति का वातावरण है। इसके ऊपर से चारों ओर देखने पर हरियाली ही हरियाली नजर आती है। नवरात्र के दिनों में विशेषकर अष्टमी के दिन यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। मंदिर के ब्रम्हचारी राघवानंद ने बताया है कि आगामी दिसंबर महीने में मां राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी देवी एवं मां बाला भवानीपुर सुंदरी देवी की रथ यात्रा का आयोजन यहीं से होगा। इस कार्यक्रम में द्वारका शारदा पिता ईश्वर स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज उपस्थित रहेंगे और यह एक बड़े स्तर का कार्यक्रम होगा।

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