Ramniwas Rawat: रामनिवास से बढ़ी सिंधिया की दूरी, विजयपुर उपचुनाव से ज्योतिरादित्य का किनारा
Ramniwas Rawat: भोपाल। कभी ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी रहे रामनिवास रावत के चुनाव प्रचार में सिंधिया नदारद हैं। उन्होंने विजयपुर उपचुनाव से किनारा कर लिया है, चुनाव प्रचार के लिए सीएम सहित तमाम बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री उपचुनाव में विजयपुर पहुंचे और रामनिवास रावत के समर्थन में सभाएं ली लेकिन सिंधिया अभी तक उनके लिए प्रचार करने नहीं आए हैं।
सीएम और विधानसभा अध्यक्ष से लेकर छोटे कार्यकर्ता तक कर रहे हैं प्रचार
विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के लिए, सीएम डॉ. मोहन यादव से लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी सरकार में मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर तक जोर लगा रहे हैं। उनके साथ प्रदेश के तमाम छोटे-बड़े कार्यकर्ता भी प्रचार कार्य में जुटे हुए हैं, लेकिन भाजपा प्रत्याशी रामनिवास रावत के पक्ष में प्रचार के लिए केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अब तक नहीं पहुंचे है। इससे पार्टी के अंदर गुटबाजी को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
कांग्रेस में नहीं मिली तवज्जो तब थामा भाजपा का दामन
कांग्रेस से 2023 में विधायक चुने गए रावत (Ramniwas Rawat) को सीनियर होने पर प्रदेशाध्यक्ष या नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की उम्मीद थी लेकिन कांग्रेस ने निराश किया। रामनिवास रावत किसी समय में ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास थे लेकिन बाद में रावत और सिंधिया की दूरियां बढ़ गईं। सिंधिया पहले से ही नाराज थे, सिंधिया से दूर होकर रावत ने दूसरा रास्ता चुनते हुए नरेंद्र सिंह तोमर का हाथ थाम लिया, उससे सिंधिया खेमे से और दूरी बढ़ गई।
यह है सिंधिया की नाराजगी की वजह
माना जा रहा है प्रदेश में कांग्रेस के सत्ता परिवर्तन के समय मार्च 2020 में जब ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए थे तो उनके साथ कई समर्थक भी आ गए थे। उस समय सिंधिया को रामनिवास रावत से भी समर्थन की उम्मीद थी, लेकिन रावत ने कांग्रेस को चुना था। इससे दोनों के बीच दूरियां बढ़ गई थीं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी उनको अपने साथ लाने का कोई प्रयास नहीं किया, लेकिन अब रामनिवास रावत (Ramniwas Rawat) भाजपा में आ चुके हैं और उनके भाजपा में आने का श्रेय नरेन्द्र सिंह तोमर को जाता है।
विजयपुर विधानसभा की चारों सीमाओं पर मौजूद रहेंगे कांग्रेसी
विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में 13 नवंबर को होने वाले मतदान को लेकर कांग्रेसियों ने जिले की चारों सीमाओं पर तैनात रहने की तैयारी की है ताकि जहां से भी गड़बड़ी की शिकायत मिले, कांग्रेस नेता तत्काल वहां एक्शन ले सकें। इसके लिए प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी सहित कई पूर्व मंत्री और विधायक विजयपुर विधानसभा के आसपास मौजूद रहेंगे। कांग्रेस का कहना है कि विजयपुर चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार हजारों वोटों से जीत रहे हैं। जनता की आवाज से डरी भाजपा अपनी हार को देख प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है।इसके लिए कांग्रेस ने विशेष रणनीति तैयार की है।
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