Ujjain Vikram Utsav: 127 दिन रहगी विक्रमोत्सव की धूम, उज्जैन के बाद दिल्ली में भी होंगे आयोजन
Ujjain Vikram Utsav: उज्जैन। जिले में इस बार विक्रमोत्सव 2025 का 24 फरवरी से 30 जून तक करीब 127 दिन का होगा। कार्यक्रम का शुभारंभ 24 फरवरी को भोपाल में होगा। उज्जैन में विक्रमोत्सव के कार्यक्रम 26 फरवरी से 30 मार्च तक होंगे। इस बार खास यह है कि मप्र पर्यटन विकास निगम के माध्यम से सशुल्क हॉट एयर बैलून और हेलिकॉप्टर सैर का आनंद भी ले सकेंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय अलंकरण, सांस्कृतिक, साहित्यिक आयोजन के साथ विक्रम व्यापार मेले का आयोजन भी होगा। महाराजा विक्रमादित्य शोध पीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि विक्रमोत्सव के कार्यक्रम भोपाल से शुरू होकर उज्जैन के बाद दिल्ली तक आयोजित होंगे।
होंगे विभिन्न तरह के मंचन
इस शुभारंभ अवसर पर ही 21 लाख रूपए का राष्ट्रीय सम्राट विक्रमादित्य अलंकरण व 5 लाख के तीन राज्य स्तरीय अलंकरण प्रदान किए जाएंगे। उज्जैन में विक्रमोत्सव के आयोजन 26 फरवरी से 30 मार्च तक होंगे। जिसमें कलश यात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, विक्रम व्यापार मेला, जनजातीय वैद्य शिविर, अनादि पर्व, आर्ष भारत भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा, विक्रम कालीन मुद्रा एवं मुद्रांक का आयोजन होगा। श्री कृष्ण की चौसठ कलाओं पर प्रदर्शनी, प्राचीन भारतीय वाद्य यंत्र पर प्रदर्शनी, शोध संगोष्ठी, विज्ञान मेला लगाया जाएगा। इतिहास समागम, पौराणिक फिल्मों का अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव, अभा कवि सम्मेलन के साथ ही विभिन्न नाटकों का मंचन किया जाएगा। हालांकि, अभी कार्यक्रमों के दिन और समय को लेकर मंथन चल रहा है।
दिल्ली में दो महानाट्य का होगा मंचन
उज्जैन और भोपाल के अलावा अप्रैल महीने में नई दिल्ली में दो नाटकों का मंचन होगा। इसमें सम्राट विक्रमादित्य व भोज देव महानाट्य की प्रस्तुति होगी। प्रदेश के सभी जिलों में पर्यावरण, जलीय संरचनाओं के संरक्षण, संवर्धन पर केंद्रित गतिविधियों का आयोजन होगा। नदियों पर पुस्तकों का प्रकाशन होगा। 6 से 9 जून तक अंतर्राष्ट्रीय जल सम्मेलन के आयोजन होंगे। 30 जून को विक्रमोत्सव का समापन होगा।
हेलीकॉप्टर की सैर कर सकेंगे
उज्जैन वासी विक्रमोत्सव के तहत 1 मार्च से विक्रम व्यापार मेला के साथ ही मप्र पर्यटन विकास निगम ने हॉट एयर बैलून और हेलिकॉप्टर से सशुल्क सैर कराने का प्लान भी तैयार किया है। हेलीकॉप्टर के माध्यम से लोग उज्जैन शहर को ऊंचाई से निहार सकेंगे। इसके अलावा प्रतिवर्ष की तरह 30 मार्च को गुड़ी-पड़वा के कार्यक्रम में उज्जैन में सूर्य उपासना, सृष्टि आरंभ दिवस, वर्ष प्रतिपदा, उज्जैयिनी गौरव दिवस पर सांगतिक प्रस्तुति, आतिशबाजी और प्रसिद्ध कलाकरों के गायन-वादन की प्रस्तुति होगी।
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