Waqf Board Amendment Bill: वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक पर नेताओं के बीच खींचतान, समर्थन और विरोध के लिए लोगों से अपील
Waqf Board Amendment Bill: भोपाल। एमपी में वक्फ बोर्ड का जिन्न फिर आ गया है। खासतौर से 13 तारीख तक जो सुझाव और समर्थन के लिए मेल मांगा गया था, उसे लेकर सियासी पार्टियां आमने-सामने हैं। भोपाल सांसद आलोक शर्मा लोगों से अपील कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग वक्फ बोर्ड विधेयक का समर्थन करें और मेल करें।
लोगों को हो रही थी परेशानी
सांसद आलोक शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024, देशव्यापी मुहिम के समर्थन में क्यूआर कोड स्कैन कर अपनी राय अवश्य दें। वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं। वक्फ बोर्ड ने गलत तरीके से संपत्तियां अपने कब्जे में ले रखी हैं। नए कानून बनने के बाद वक्फ बोर्ड द्वारा हड़पी गई जमीनें वापिस होगीं। सांसद ने कहा कि वक्फ बोर्ड की मनमानी से न सिर्फ हिंदू बल्कि खुद मुसलमान भी पीड़ित हैं। उन्होंने भी शिकायत दर्ज कराई है कि वक्फ बोर्ड में शामिल कुछ लोगों ने उनकी सम्पत्तियां हड़प लीं। सांसद ने सबसे अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इसके समर्थन में वोट करें और QR कोड स्कैन कर अपनी सहमति जताएं कि वक्फ बोर्ड के लिए कानून बनना चाहिए या नहीं।
आरिफ मसूद ने भी छेड़ा राग
इस मामले पर मुस्लिम नेता और भोपाल विधायक आरिफ मसूद भी पीछे नहीं हैं। वे भी लोगों से कह रहे हैं कि यह कानून यदि लाया गया तो वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर सरकार काबिज हो जाएगी। आरिफ लोगों से कह रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस बिल का विरोध करें जिससे यह कानून न बन पाए। इसका विरोध करें जिससे ये बिल संसद में पास नहीं हो पाए।
बिल पर राय क्यों?
वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक 8 अगस्त को संसद में पेश किया गया लेकिन मुस्लिम संगठनों के साथ-साथ अन्य राजनीतिक दलों ने इस बिल का विरोध किया। इसी के चलते इस बिल को jpc के पास भेज दिया गया। ज्वाइंट पार्लियामेंट कमिटी ने आम लोगों, सामाजिक संगठन सहित सभी अन्य वर्गों से अपने सुझाव मांगे हैं। इसके कारण बीजेपी सहित मुस्लिम संगठनों ने लोगों से विरोध और समर्थन के लिए अपील की।
यह भी पढ़ें: