Andhra Pradesh Temlpe: आंध्र प्रदेश के मंदिरों में गैर-हिंदुओं की नियुक्ति पर रोक, पुजारियों की सैलरी सहित सीएम के ताबड़तोड़ फैसले ने सबको चौंकाया
Andhra Pradesh Temlpe: भोपाल। आंध्र प्रदेश दक्षिण भारत में कई ऐतिहासिक भवनों और मंदिरों के लिए प्रसिध्द जगह है। यहां के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने हिंदू मंदिरों के मैनेजमेंट और पुजारियों के कल्याण के लिए कई अहम ऐलान किए हैं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि राज्य के मंदिरों में सिर्फ हिंदुओं को ही नियुक्त किया जाएगा और मंदिरों में गैर हिंदुओं की नियुक्ति पर प्रतिबंध रहेगा।
मंदिर के पुजारियों का बढ़ेगा वेतन
सीएम ने राज्य भर के विभिन्न मंदिरों में काम कर रहे करीब 1,683 अर्चकों यानी पुजारियों की सैलरी में 50 फीसदी का इजाफा करने की बात कही है। अब इन मंदिरों में पुजारियों को 15,000 रूपए सैलरी प्रतिमाह मिलेगी। वहीं, मंदिरों में काम करने वाले नाई ब्राम्हणों के लिए न्यूनतम प्रतिमाह 25,000 रूपए सैलरी मिलेगी। इसके अलावा वेदों की शिक्षा ग्रहण करने वाले बेरोजगार युवाओं को 3,000 रूपए महीना भत्ता देने का भी ऐलान किया।
#AndhraPradesh :- आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का बड़ा फैसला, मंदिरों में काम नहीं कर सकते गैर-हिंदू कर्मचारी@ncbn @PawanKalyan @JaiTDP @AndhraPradeshCM @narendramodi @BJP4India @BJP4Andhra#ChandrababuNaidu #PawanKalyan #AndhraPradeshNews #hindutemple #Temple… pic.twitter.com/QCVzygdkcL
— MP First (@MPfirstofficial) September 2, 2024
श्रीवाणी ट्रस्ट को मिलेगी आर्थिक मदद
सीएम नायडू ने कहा कि श्रीवाणी ट्रस्ट के तहत प्रत्येक मंदिर को 10 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। जरूरत के मुताबिक, इस रकम को भी बढ़ाए जाने की संभावना है। "धूप दीप नैवेद्यम योजना" के तहत छोटे मंदिरों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता को भी 5,000 रूपए से बढ़ाकर 10,000 रूपए हर महीने कर दिया गया है। मंदिर ट्रस्ट बोर्ड संरचना में भी परिवर्तन होगा। अब जिस मंदिर में 20 करोड़ या इससे अधिक का राजस्व प्राप्त होता है, उसमें बोर्ड सदस्यों की संख्या 15 से बढ़ाकर 17 की जाएगी। इस बोर्ड सदस्यों में एक ब्राम्हाण और एक नाई ब्राह्मण शामिल होगा।
कब्जे वाली भूमि को वापिस लिया जाएगा
सीएम नायडू ने एक और संकल्प लेते हुए कहा कि जो भी मंदिर की जमीन अवैध रूप से कब्जाई गई है उसे कानूनी तरीके से वापिस लिया जाएगा। वहीं, उन्होंने कहा कि राज्य में जबरन धर्मांतरण की वारदातों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसके विरुध्द कठोर कार्रवाई की जाएगी। सीएम नायडू ने पिछले प्रशासन के दौरान हिंदू मंदिरों पर हुए हमलों की कड़ी निंदा की और मंदिरों की संपत्तियों की सुरक्षा के लिए एक समिति गठित करने का निर्देश दिया।
धार्मिक स्थलों का रखा जाएगा विशेष ध्यान
सीएम ने प्रत्येक मंदिर में आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने और मंदिरों व उनके आसपास के इलाकों को साफ-स्वच्छ रखने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि मंदिरों की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व को संरक्षित रखते हुए पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हिंदू धर्मारथ, वन विभाग और पर्यटन विभाग के अधिकारियों की एक जॉइंट कमेटी के गठन की घोषणा की। सीएम की यह घोषणाएं राज्य में धार्मिक स्थानों के प्रबंधन, सुरक्षा और आध्यात्मिकता को अच्छा करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
यह भी पढ़ें: