Jhansi hospital fire incident: जिंदा जले 10 बच्चे, 8 की तलाश, झांसी अस्पताल में आग के बाद मची चीख-पुकार

Jhansi hospital fire incident: विस्फोट के बाद 10 नवजात बच्चों की जिंदा जलने से मौत हो गई। हादसा होते ही चीख-पुकार मच गई। लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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Jhansi hospital fire incident: झांसी। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई सरकारी मेडिकल कॉलेज में स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट में शुक्रवार की रात को भयंकर आग लग गई। अचानक से हुए विस्फोट के बाद 10 नवजात बच्चों की जिंदा जलने से मौत हो गई। हादसा होते ही चीख-पुकार मच गई। जिन प्रसूताओं ने अपने बच्चों को खोया उनका हाल रो-रोकर बेहाल है। मौके पर मौजूद लोगों, डॉक्टर और नर्सों ने आनन-फानन में दौड़ते हुए नवजातों की जान बचाई। एक डॉक्टर के हाथ में तीन नवजात थे। कई नवजात बुरी तरह से जल गए। 8 बच्चों की अभी तक कोई सूचना नहीं मिली।

बेसुध हो गई मां

आगजनी के बाद अस्पताल के बाहर भीड़ जमा हो गई। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी रात को मौके पर पहुंचे। लोग बिलखते और रोते हुए दिखाई दिए। कई दंपतियों के चिल्लाने और रोने से हालत माहौल भी गमगीन बन चुका। एक प्रसूता का रो-रोकर बुरा हाल है और वह अपने बेटे की मांग करते हुए बेसुध हो जा रही है। वहीं, एक पिता को अंदर नहीं जाने दिया गया और (Jhansi hospital fire incident) वह बाहर ही सिर पटक-पटक कर रोने लगा। एक अन्य पिता की आंखों से आंसुओं की धार लगी है और वह कह रहा है कि "हमारा बच्चा नहीं मिल रहा है, कहां है कोई तो बता दो? इतना कहते हुए वह चीख-चीख कर रोने लगता है।" रोते, चीखते हुए परिजनों को हर कोई परेशान है। कई परिजन बदहवास खड़े हैं और कुछ मेडिकर परिसर में इधर से उधर भागते नजर आए।

अस्पताल में मची चीख पुकार

परिजनों का हाल बेहाल है। उनके बच्चों ने तो अभी दुनिया में कदम ही रखा था कि वे मौत के मुंह में समां गए। जिस NICU वार्ड में आग लगी, वहां दस बच्चों की जलकर मौत हो गई। इसके अलावा 16 बच्चे जिंदगी और मौत की जंग लग रहे हैं। झुलसे हुए बच्चों का इलाज जारी है। कुछ परिवार को तो यह भी नहीं पता कि उनका बच्चा कितने घंटे पहले जन्मा था।

एक प्रसूता की हालत काफी खराब है। वह काफी कमजोर हालत में बोल पा रही है। रोते हुए कह रही है कि हाय मेरे बच्चे को एक बार तो दिखा दो। उसका पति उसे संभालता है। बता दें कि जिस एनआईसीयू वार्ड में बच्चों को रखा गया था, वह पूरी तरह से खाक हो गया। मशीने भी पूरी तरह जलकर (Jhansi hospital fire incident) राख हो गईं। जानकारी के मुताबिक, हादसे के वक्त करीब 54 बच्चे नवजात शिशु गहन चिकित्सा वार्ड में भर्ती थे।

अधिकारी मौके पर तैनात

बता दें कि घटना के बाद से ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर तैनात हैं। एडीजी जोन कानपुर आलोक सिंह झांसी के लिए रवाना हो गए हैं। साथ ही, डीआईजी रेंज और झांसी मंडलायुक्त को जांच रिपोर्ट 12 घंटे में सौंपने (Jhansi hospital fire incident) के लिए कहा गया। सीएम योगी ने भी घटना पर शोक व्यक्त किया और शनिवार शाम तक रिपोर्ट मांगी। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुविधाओं को लेकर निर्देश दिए। मौके पर कलेक्टर, एसपी सहित कई आला अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने कहा कि जो भी इस घटना का दोषी होगा उसे सख्त सजा दी जाएगी।

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