Kolkata Doctor Case Explainer: ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई थी वहशियाना हरकत, पैर तोड़े, सिर फोड़ा, ऐसे कराया गया चुप
Kolkata Doctor Case Explainer: भोपाल। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में रेप कर हत्या का शिकार बनी ट्रेनी डॉक्टर की ऑटोप्सी रिपोर्ट आ गई है। करीब चार पन्नों की इस रिपोर्ट में पीड़िता के साथ हुई टॉर्चर और यौन शोषण का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के आधार पर एक सीनियर डॉक्टर ने कहा है कि पीड़िता के साथ एक से अधिक लोगों द्वारा गैंगरेप किए जाने के संकेत मिलते हैं। संभवतया पूरी घटना में ही कई लोग शामिल हो सकते हैं। इस पूरे मामले को लेकर पढ़ें एमपीफर्स्ट की खास रिपोर्ट (Kolkata Doctor Case Explainer), जानिए अब तक क्या हुआ।
ऑटोप्सी रिपोर्ट में हुआ गैंगरेप और टॉर्चर का खुलासा
आरजी कर मेडिकल कॉलेज की एक्स स्टूडेंट डॉ. सुबर्णा गोस्वामी ने कहा कि मृतक डॉक्टर के साथ एक से अधिक बार रेप किया गया था। उसके साथ जितना अधिक से अधिक बुरा हो सकता था, हुआ है। मृतक डॉक्टर को बहुत बुरी तरह पीटा गया, टार्चर किया गया और उसका यौन शोषण किया गया। संभवतया उसकी हत्या के बाद भी उसके साथ रेप किया गया था। ऑटोप्सी रिपोर्ट के अनुसार उसके प्राइवेट पार्ट में 151 मिलीग्राम सीमेन मिला है जो केवल गैंगरेप की हालत में ही संभव है।
पूरे शरीर पर थे चोटों के निशान
पीड़िता के पूरे शरीर पर चोटों के निशान थे, खास तौर पर होंठ, नाक, जबड़ा और मुंह पर। उसके सिर में भी खून जमा हुआ था और कपाल भी टूटा हुआ था। उसका गला दबाया गया और उसकी सांस रोक कर उसकी हत्या की गई थी। मृतक ट्रेनी डॉक्टर के जी अंगों में भी हद से ज्यादा चोटें थीं, जिन्हें देख कर लगता है कि उसके साथ वहशियाना तरीके से बलात्कार किया गया था।
रिपोर्ट (Kolkata Doctor Case Explainer) में यह भी खुलासा हुआ है कि वह चिल्लाए नहीं, इसलिए उसके मुंह को भींच कर दीवार पर भिड़ाया गया था। उसकी आंखों, मुंह तथा निजी अंगों से भी बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो रही थी। उसकी टांगें टूटी हुई थी, उसकी पीठ पर भी चोट थी। रिपोर्ट के आधार पर माना जा रहा है कि उसने आखिर तक खुद को बचाने के लिए बहुत ज्यादा संघर्ष किया था लेकिन बच नहीं पाई।
ममता सरकार पर उठते सवाल
पीड़िता के माता-पिता ने बताया कि उन्हें अस्पताल प्रशासन द्वारा फोन पर उनकी बेटी द्वारा सुसाइड करने की जानकारी दी गई थी। जब वे भाग कर अस्पताल पहुंचे तो उन्हें काफी देर तक बेटी की लाश नहीं देखने दी गई। जब उन्होंने उसके शव को देखा तो शव पर कपड़े नहीं थे और पूरे शरीर पर चोटों के निशान थे। पुलिस भी इस मामले को आत्महत्या ही मान कर चल रही थी। साथ ही जिस जगह लाश मिली, उस जगह पर भी अस्पताल प्रशासन सीज करवाने के बजाय कंस्ट्रक्शन कार्य शुरु करवाने की बात कही। इन सभी तथ्यों से मामले की जांच कर रही पुलिस पर भी सवाल उठने लगे।
सबसे बड़ी बात, इस मामले में पकड़ा गया आरोपी संजय रॉय एक सिविल वॉलंटियर है। वह अस्पताल में बिना किसी जान-पहचान के आता जाता रहता था। वह रात को अस्पताल में आया, इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देकर चला गया और किसी को पता भी नहीं चला। हालांकि उसका पिछला रिकॉर्ड बहुत खराब रहा है। उसने कई शादियां की और सभी पत्नियों ने उसके खिलाफ कहा है। उसकी पत्नी ने हिंसा और यौन शोषण का केस भी दर्ज करवाया हुआ है। ऐसे व्यक्ति को सिविल वॉलन्टियर बनाना भी अपने आप में एक अजीब बात है।
CBI ने शुरू की जांच
कोर्ट के आदेश के बाद यह मामला पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंप दिया गया है। जांच के लिए सीबीआई अधिकारियों की एक टीम बनाई गई है। टीम ने गुरुवार को मृतका के घर जाकर उसके माता-पिता से जानकारी ली। इसके साथ ही पीड़िता के दोस्तों से भी बात की गई। टीम ने अस्पताल जाकर जहां डॉक्टर का शव मिला था, उस जगह का भी दौरा किया और अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों से भी बात की।
देश भर में डॉक्टर कर रहे हैं धरना-प्रदर्शन
कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस (Kolkata Doctor Case Explainer) को लेकर देश में आक्रोश का माहौल है। पूरे देश में नाराज डॉक्टर इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच किए जाने और दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि डॉक्टर ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो फिर कौन सुरक्षित होगा। देश भर में नर्सेज और डॉक्टरों के संगठन इस मामले को लेकर एकजुट हो गए हैं और धरना-प्रदर्शन द्वारा अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं।
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