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Mahakumbh Stampede 2025: हादसे के बाद अमृत स्नान पर बड़ा फैसला, अखाड़ा परिषद और प्रशासन ने मिल कर तय किया स्नान का समय

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में बुधवार तड़के हुए हादसे के बाद, मौनी अमावस्या के अमृत स्नान को लेकर अखाड़ा परिषद ने बदलाव करने की घोषणा की है।
09:52 AM Jan 29, 2025 IST | Sunil Sharma
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में बुधवार तड़के हुए हादसे के बाद, मौनी अमावस्या के अमृत स्नान को लेकर अखाड़ा परिषद ने बदलाव करने की घोषणा की है।

Mahakumbh Stampede 2025: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में बुधवार तड़के हुए हादसे के बाद, मौनी अमावस्या के अमृत स्नान को लेकर अखाड़ा परिषद ने बदलाव करने की घोषणा की है। भगड़द में काफी लोगों के मरने और घायल होने के बाद अमृत स्नान को लेकर भ्रम और अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई थी। हालांकि स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में आ गई है और भीड़ का दबाव भी कम हो गया है, जिससे अखाड़ा परिषद ने स्नान के आयोजन का निर्णय लिया है। पहले यह खबर आई थी कि अमृत स्नान को रद्द किया जा सकता है, लेकिन अब अखाड़ा परिषद ने यह साफ कर दिया है कि स्नान होगा, लेकिन कुछ बदलाव किए गए हैं। जुलूस छोटा रखा जाएगा और तामझाम की बजाय शांतिपूर्ण तरीके से स्नान होगा। प्रशासन और अखाड़ा परिषद के बीच इस पर चर्चा जारी रही है।

महाकुंभ में दूसरा अमृत स्नान, प्रशासन ने किया समय में बदलाव

इस बार के महाकुंभ (Mahakumbh Stampede 2025) का दूसरा अमृत स्नान आज आयोजित किया जा रहा है। प्रशासन ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस स्नान के समय में बदलाव किया है। पहले सुबह साढ़े चार बजे से शुरू होने वाला स्नान अब सुबह 10 बजे से शुरू होगा। इस बदलाव के कारण सभी अखाड़ों का स्नान समय पूरा होने तक शाम हो जाएगा। अमृत स्नान का आरंभ महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा के स्नान के साथ शुरू होगा, इसके बाद सभी 13 अखाड़े (जिनमें शैव, वैष्णव और किन्नर अखाड़ा भी शामिल हैं) स्नान करेंगे। बता दें कि सभी अखाड़े इस विशेष स्नान में हिस्सा लेते हैं।

सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव और प्रशासन की सतर्कता

महाकुंभ मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। प्रशासन ने जोनल प्लान के तहत कई बदलाव किए हैं, जिनमें अखाड़ों के अमृत स्नान कार्यक्रम के समय में भी बदलाव किया गया है। प्रशासन के मुताबिक, हादसे के कारण सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए स्नान का समय दो घंटे बाद रखा गया है। साथ ही, मेला अधिकारी विजय किरन आनंद और डीआईजी वैभव कृष्ण संगम घाट पर खुद उपस्थित हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। हेलीकॉप्टर के जरिए मेला क्षेत्र की लगातार निगरानी की जा रही है। श्रद्धालुओं से आग्रह किया गया है कि वे संगम नोज पर जाने से बचें और घाटों पर भीड़-भाड़ से बचें।

निरंजनी अखाड़े के महंत ने उठाए सवाल

महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद निरंजनी अखाड़े (Mahakumbh Stampede 2025) के महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद गिरि ने प्रशासन और पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार को पहले से ही यह जानकारी थी कि महाकुंभ मेला में करोड़ों लोग आएंगे, तो इसे सेना की मदद से क्यों नहीं आयोजित किया गया? उनके अनुसार, इस तरह की भारी भीड़ को संभालने के लिए और कड़ी सुरक्षा और व्यवस्था की आवश्यकता थी, जो अब नजर आनी चाहिए। महाकुंभ मेला 2025 में सुरक्षा के कड़े उपाय किए गए हैं, और प्रशासन ने साफ किया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए और भी कदम उठाए जाएंगे।

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