Mahakumbh Stampede: महाकुंभ भगदड़ में एमपी के तीन लोगों की मौत, एक बुजुर्ग महिला लापता
Prayagraj Mahakumbh Stampede: भोपाल। प्रयागराज में हो रहा इस बार का महाकुंभ कई लोगों के लिए जीवन भर की दुखद यादें और पीड़ा देने का कारण बन गया है। मौनी अमावस्या के पर्व पर संगम में मची भगदड़ में 30 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई जबकि 60 से अधिक घायल हो गए। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अभी तक 25 शवों की पहचान हो चुकी है तथा बाकी लापता लोगों की तलाश की जा रही है। मध्य प्रदेश के भी कई परिवारों ने इस भगदड़ में अपने जीवन की खुशी और सुख को खो दिया है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार ग्वालियर, नर्मदापुरम और छतरपुर के कई परिवार इस दुर्घटना के चलते परेशान और दुखी हैं।
महाकुंभ भगदड़ में ग्वालियर के एक युवक की मौत, एक बुजुर्ग महिला लापता
प्रयागराज भगदड़ के शिकार मृतकों में ग्वालियर जिले के टेकनपुर का रहने वाला 49 साल का कामता बघेल भी शामिल है। कामता अपने 6 साथियों के साथ कुंभ स्नान के लिए गया था। वह मौनी अमावस्या के पहले ही निजी वाहन से प्रयागराज पहुंच गया था। वहां किसी परिचित के शिविर में रुके हुए थे। कामता बघेल के साथ गए उसके साथियों के द्वारा कॉल कर उनके परिजनों को बताया था कि रात को करीब 2:30 बजे जब संतों का जत्था शाही स्नान के लिए निकलने वाला था तभी कामता बघेल भी संगम में जाने के लिए शिविर से बाहर निकाला लेकिन थोड़ी ही देर में उसकी मौत (Prayagraj Mahakumbh Stampede) की खबर आ गई।
हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है कि कामता की मौत के पीछे कारण भगदड़ है या फिर बीमारी क्योंकि कुछ लोगों ने बताया कि वह अचानक ही गिर पड़ा। मौके पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने जांच की बात उसे मृत घोषित कर दिया। कामतापाल के परिजनों ने उनकी मौत के कारण की जांच करने की मांग की है
प्रयागराज महाकुंभ की भगदड़ में बिछड़े कई लोग
ग्वालियर जिले के ही भितरवार कस्बे में वार्ड क्रमांक 6 निवासी हरि साहू अपनी पत्नी शकुंतला साहू के साथ प्रयागराज महाकुंभ गये थे। हरि साहू के पुत्र राहुल साहू ने बताया कि देर रात उनसे आखरी बार बात हुई थी जिसमें उन्होंने रात में स्नान करने की बात कही थी। सुबह कुंभ में भगदड़ की सूचना मिली तब उनसे संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कॉल नहीं लगा। बाद में पिता की स्टेशन पर होने की जानकारी मिली लेकिन मां का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
ग्राम मरोड़ा से रिश्तेदार सहित गया था युवक, भगदड़ में हुई मौत
राज्य में नर्मदापुरम जिले के ग्राम मरोड़ा निवासी की बुधवार को प्रयागराज में हुई महाकुंभ स्नान के दौरान हुई भगदड़ में मौत हो गई थी। मृतक के शव को उसके परिजनों द्वारा आज सुबह ग्राम मरोड़ा लाया गया है। मृतक उमेश सराठे का अंतिम संस्कार नर्मदापुरम के खर्रा घाट पर किया जायेगा। उमेश सराठे अपने रिश्तेदारों के साथ महाकुंभ स्नान करने 27 जनवरी को गया था।
उसके साथ पप्पू सराठे, रामस्वरूप सराठे, बल्ला सराठे, रतन लाल सराठे, सुदामा सराठे स्नान करने गये थे। बुधवार को प्रयागराज में हुई भगदड़ (Prayagraj Mahakumbh Stampede) में उमेश सराठे की भीड़ में दबने से मौत हो गई थी जबकि बाकी लोग बच गए। आज सुबह शव को उनके साथ गये लोग प्रयागराज से मरोड़ा लेकर आए हैं, जहां मृतक का अंतिम संस्कार किया जाएगा। मृतक के दो बेटे और एक बेटी हैं, तीनों बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं।
छतरपुर की हुकम ने बेटी को बचा लिया लेकिन खुद को नहीं बचा सकी
छतरपुर जिले के बकस्वाहा की ग्राम पंचायत सुनवाहा की निवासी हुकम लोधी (48 वर्ष) भी महाकुंभ स्नान के लिए से 27 जनवरी 2025 को महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज पहुंची थी। वह अपनी बेटी दीपा लोधी (उर्फ बिन्ना) और अन्य परिजनों के साथ पुण्य स्नान करने के लिए संगम की ओर बढ़ी थी, उसके साथ बेटी दीपा लोधी (बिन्ना), जेठ नारायण लोधी, जेठानी लक्ष्मी लोधी और गांव के सैकड़ों श्रद्धालु भी प्रयागराज में स्नान करने के लिए गए थे। परिवार के सदस्य खंभा नं. 47 के पास रुके थे। रात्रि के लगभग 12 बजे पुलिस ने लाउडस्पीकर पर घोषणा की कि जो श्रद्धालु स्नान करना चाहते हैं, वे अब आगे बढ़ सकते हैं। धीरे-धीरे लोग बढ़ते गए और इस दौरान हादसा (Prayagraj Mahakumbh Stampede) हो गया।
मृतका हुकम लोधी की जेठानी लक्ष्मी लोधी निवासी सुनवाहा ने संवाददाता से दूरभाष पर जानकारी देते हुए बताया कि रात करीब 2 बजे संगम क्षेत्र में अचानक हुई भगदड़ के दौरान, हुकम लोधी की बेटी दीपा लोधी (बिन्ना) गिर गई। यह देखकर हुकम लोधी बिना किसी डर के भीड़ में घुस गई और अपनी बेटी को बचाने की कोशिश करने लगी। वह दीपा को उठाकर खींचने की कोशिश कर रही थी परंतु वह भीड़ की चपेट में आ गई। हालांकि परिजनों ने उसे बचाने का हरसंभव प्रयास किया परंतु बचा नहीं सके। वह बेहोशे हो गई थी। पुलिस ने तुरंत उसे मेले क्षेत्र में स्थित केंद्रीय अस्पताल में भेजा, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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