Sagar Baghraj Temple: सागर का ऐसा मंदिर जहां सांप दिखने पर बदल जाती है किस्मत! नवरात्रि में दर्शन देते हैं ‘अजगर दादा’
Sagar Baghraj Temple: सागर। भारत हिंदू मंदिरों और तीर्थों का देश है। यहां हर छोटे से छोटे गांव, कस्बे और नगर में कोई न कोई प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर मिल ही जाएगा। सबसे बड़ी बात, ये सभी मंदिर अपने आप में सिद्ध होते हैं, यानि इनमें जाकर जो भी मांगा जाए, वो अवश्य पूरा होता है। ऐसा ही एक मंदिर मध्य प्रदेश के सागर जिले में भी है। इस मंदिर को बाघराज मंदिर कहा जाता है।
माता हरसिद्धि के इस मंदिर में बाघ आते थे दर्शन के लिए
शारदीय नवरात्रि आरंभ होते ही जहां एक तरफ पंडालों में भव्य और दिव्य प्रतिमाएं विराजमान की जा रही हैं तो दूसरी तरफ देवी मंदिरों में भी सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा-अर्चना में लगी रही। सागर शहर के प्रसिद्ध बाघराज मंदिर (Sagar Baghraj Temple) में माता हरसिद्धि विराजमान हैं। माना जाता है कि पहले यह इलाका घने जंगलों में था। यहां पर पहले बाघ माता के दर्शनों के लिए आते हैं, इसलिए इस मंदिर का नाम बाघराज पड़ गया।
मंदिर परिसर में रहता है ‘अजगर’
बाघराज मंदिर परिसर (Sagar Baghraj Temple) में एक गुफा भी है। इस गुफा में एक भारी भरकम अजगर रहता है। यहां अजगर से डरने की बजाय लोग रोजाना उसकी पूजा करते हैं। गुफा के द्वारा पर जल अर्पित कर पुष्प चढ़ाते हैं। क्षेत्रवासी इन्हें ‘अजगर दादा’ कहते हैं। मान्यता है कि नवरात्रि के समय जिसे भी इनके दर्शन हो जाएं, उसका भाग्य बदल जाता है।
छोटे सर्प या अजगर के रूप में होते हैं दर्शन
बताया जाता है कि मंदिर में अजगर दादा रक्षक के रूप में विराजमान हैं। कई दशकों से लोग यह चमत्कार देखते आ रहे हैं। जब भी नवरात्रि आती है या मंदिर परिसर में कोई बड़ा धार्मिक अनुष्ठान किया जाता है, तो काले सर्प या छोटे अजगर के रूप में अजगर दादा दर्शन देते हैं। इंसान उन्हें छू कर भी देख लेते हैं, प्रणाम कर लेते हैं, माता के मंदिर की यही सबसे बड़ी महिमा है। मंदिर के पुजारी पुष्पेंद्र महाराज बताते हैं कि उनका पूरा बचपन यही बीता है। तब से लेकर अब तक मां भगवती के मंदिर में बाघराज दादा के रूप में प्रत्यक्ष चमत्कार देखने को मिलता है।
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