Demand For Mobile Tower: न एंबुलेंस को कॉल, न सरकारी सुविधाओं की जानकारी, मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन

Demand For Mobile Tower: सिवनी। देश में आईटी क्रांति के बाद भी कुछ इलाके आज भी कई तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं। सोशल मीडिया और संचार क्रांति के इस दौर में मोबाइल नेटवर्क के अभाव में शासन की...
demand for mobile tower  न एंबुलेंस को कॉल  न सरकारी सुविधाओं की जानकारी  मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन

Demand For Mobile Tower: सिवनी। देश में आईटी क्रांति के बाद भी कुछ इलाके आज भी कई तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं। सोशल मीडिया और संचार क्रांति के इस दौर में मोबाइल नेटवर्क के अभाव में शासन की ऑनलाइन योजनाओं और सुविधाओं का लाभ भी ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। लखनादौन ब्लॉक के गांव में कई लोगों को मोबाइल नेटवर्क नहीं होने की वजह से काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। यहां पर जब इमरजेंसी के वक्त कोई व्यक्ति जननी एक्सप्रेस, 108 एंबुलेंस और 100 डायल को कॉल करना पड़ता है तो उसे नेटवर्क के लिए यहां-वहां भटकना पड़ता है।

मोबाइल टावर के नीचे प्रदर्शन

दरअसल, लखनादौन तहसील के अंतर्गत गणेशगंज क्षेत्र के सहजपुरी खंड में लगे जिओ टावर से सभी गांव में नेटवर्क पहुंचता है। लेकिन, कुछ माह से लगातार नेटवर्क की समस्या से ग्रामीण परेशान होते देखे जा रहे हैं। अब आक्रोशित ग्रामीणों ने टावर के नीचे पहुंचकर अपना विरोध जताया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिजना, अमानटोला इमलीपठार, कुहिया, गुंगवारा टोला,नर्सरी, देवरी, बंजर, सहित अन्य गांव में आए दिन जिओ नेटवर्क की समस्या से उपभोक्ताओं को जूझना पड़ रहा है। इससे परेशान होकर ग्रामीण सहजपुरी गणेशगंज में लगे जिओ टावर में उपस्थित कर्मचारी को अपनी शिकायत लेकर पहुंचे। मौके पर कोई कर्मचारी नहीं मिलने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए जल्द से जल्द टावर की रेंज बढ़ाते हुए गांवों में नेटवर्क उपलब्ध कराने की मांग की।

जननी एक्सप्रेस के लिए नहीं कर पाते कॉल

ग्रामीणों की एक सबसे बड़ी परेशानी यह है कि जब गांव में कोई घटना होती है तो उन्हें एंबुलेंस को बुलाना पड़ता है लेकिन नेटवर्क नहीं होने की वजह से वे मन मानकर रह जाते हैं। इसके अलावा जब किसी गर्भवती को अस्पताल ले जाना होता है तो जननी एक्सप्रेस बुलाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि दिन के समय अगर किसी को बहुत जरूरी बात करनी हो तो पहाड़ी पर जाना पड़ता है। रात के समय कोई इमरजेंसी होने पर सुबह का इंतजार करना पड़ता है। सबसे ज्यादा दिक्कत बीमार और गर्भवती महिलाओं के वक्त होने वाली इमरजेंसी में होती है।

गांवों में मोबाइल नेटवर्क बना चुनौती

एक ओर जहां सरकार ऑनलाइन प्रक्रिया को बढ़ावा दे रही है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी मोबाइल और नेटवर्क की परेशानी से निजात नहीं मिल पा रही है। केंद्र और राज्य की अनेक योजनाओं में मिलने वाली सब्सिडी से लेकर समर्थन मूल्य पर बेची जाने वाली उपज आदि की जानकारी के लिए मोबाइल पर ओटीपी और मैसेज आते हैं। क्षेत्र में नेटवर्क नहीं मिलने से हितग्राहियों और ग्रामीणों को परेशानी होती है। ग्रामीणों का कहना है कि इन क्षेत्रों में लगे टावरों की कनेक्टिविटी बढ़ाई जानी चाहिए।

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