सावधान! MP में डेंगू का कहर, लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या, जानिए लक्षण और बचने के उपाय
Dengue Cases in Madhya Pradesh ग्वालियर/जबलपुर/भोपाल: मध्य प्रदेश में डेंगू का कहर जारी है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में आए दिन डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं। भोपाल में डेंगू (Dengue in Bhopal) से एक 35 वर्षीय युवक की मौत हो गई। इसे डेंगू से मौत का पहला मामला माना जा रहा है। हालांकि, इस मौत को स्वास्थ्य विभाग संदिग्ध मान रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक मृतक का डेंगू टेस्ट रैपिड पद्धति से किया गया था, जबकि स्वास्थ्य विभाग एलाइजा पद्धति को ही मान्यता देता है।
भोपाल में डेंगू का कहर, एक मरीज की मौत
राजधानी भोपाल में मंगलवार (4 सितंबर) को 35 साल के युवक की डेंगू से मौत का मामले (dengue Cases Increase in MP) सामने आने पर हड़कंप मच गया है। हालांकि, रैपिड टेस्ट होने के चलते स्वास्थ्य विभाग इसे संदिग्ध बता रहा है। वहीं, तीन ने डेंगू के मामले सामने आने के साथ ही अब मरीजों की संख्या 188 तक पहुंच गई है। डॉक्टर के अनुसार, बरसात के मौसम में डेंगू के मच्छर अधिक पनपते हैं और दिन में काटते हैं। डेंगू के मामले लगातार सामने आने पर अब जांच की संख्या बढ़ाई जाएगी। अब एलाइजा पद्धति से मरीजों की जांच कराई जाएगी।
ग्वालियर में डेंगू का डंक
ग्वालियर शहर में डेंगू एक बार फिर से असर दिख रहा है। अब तक 254 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। डेंगू के मरीजों में 15 बच्चे भी शामिल हैं। आज डेंगू के सबसे अधिक 29 मामले सामने आए हैं। इनमें से 23 मरीज ग्वालियर शहर के हैं। 23 मरीजों में से एक साल से लेकर 16 साल तक के 15 बच्चे हैं। इस मामले में सीएमएचओ डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
बुखार और उल्टी-दस्त होने पर कराएं जांच
वहीं, जीआरएमसी की पीडिया मैट्रिक विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ. अजय गौड़ का कहना है कि इस मौसम में बच्चों में बुखार और उल्टी दस्त की शिकायत होने पर डेंगू की जांच करानी चाहिए। वहीं, सीनियर बाल रोग विभाग के डॉक्टर दीपक अग्रवाल ने बताया कि इस बार डेंगू के मरीजों में तेज बुखार के बजाय उल्टी और बदन दर्द की शिकायत सामने आ रही है। इसका कारण यह है कि डेंगू कम घातक है।
जबलपुर में डेंगू का डंक बरपा रहा कहर
जबलपुर में भी डेंगू का डंक जानलेवा हो चुका है। पिछले कुछ दिनों में डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है। अब तक डेंगू से 2 युवक और एक महिला की मौत हो चुकी है। इस साल अब तक 127 डेंगू पॉजिटिव मरीजों डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। यह आंकड़ा हर दिन लगातार बढ़ता जा रहा है।
इन क्षेत्रों में डेंगू का सबसे अधिक आतंक
जबलपुर शहर के कई इलाके डेंगू के हॉट स्पॉट बने हुए हैं। इनमें शोभापुर, जीसीएफ स्टेट, व्हीकल स्टेट, रांझी, शास्त्री नगर, गोरखपुर सहित दर्जनों बस्तियों और कॉलोनियों में भारी संख्या में डेंगू के संदिग्ध मरीज मिले हैं। इन क्षेत्रों के डेंगू पीड़ित मरीज जिला अस्पताल विक्टोरिया, मेडिकल हॉस्पिटल के साथ-साथ प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती हैं।
जबलपुर में डेंगू से बचाव के लिए 22 टीमें गठित
वहीं, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा ने कहा है, "डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर संभव मदद कर रहा है। डेंगू पॉजिटिव क्षेत्रों में मेडिकल टीम एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता सर्वे कर जरूरी उपचार मुहैया करा रहे हैं। डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया के खतरे को देखते हुए लार्वा के संभावित स्थलों के सर्वे कराए जा रहे हैं, जिससे डेंगू के खतरे से बचाव किया जा सके। इसके लिए 22 टीमें गठित की गई है।"
डेंगू के लक्षण (Dengue Symptoms)
- अचानक से तेज बुखार 105°F तक पहुंच सकता है।
- डेंगू के मरीजों में आमतौर पर तेज बुखार आता है, लेकिन इस बार मरीजों में बुखार अधिक नहीं आ रहा।
- डेंगू के मरीजों को उल्टी, बदन दर्द और सिर दर्द की शिकायत होती है।
- शरीर में दर्द, खासकर जोड़ों और मांसपेशियों में अधिक दर्द।
- आंखों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते (रेसेज), लाल दाने आने लगते हैं।
डेंगू से बचने के उपाय (Ways to Prevent Dengue)
- बरसात में मच्छरदानी का उपयोग करें। पानी की टंकियों को सही तरीके से ढक कर रखें। इसके साथ ही जहां तक संभव हो खिड़की पर मच्छर की जाली लगाएं।
- कूलर में यदि पानी है तो उसमें केरोसिन तेल डालें, ताकि मच्छर पनप न पाएं।
- घर के आसपास और अंदर किसी भी टूटे-फूटे बर्तन में पानी नहीं जमा होने दें। कूलर और गमले के पानी को हमेशा बहा दें।
- बरसात में फुल शर्ट ( फुल बाजू) पहनें। इसके साथ ही पांव में जूते पहनें।
- शरीर को कहीं से भी नहीं खुला न छोड़ें। बच्चों को बाजू के कपड़े पहनाएं।
- डेंगू का मच्छर हमेशा दिन के समय काटता है। इसलिए दिन में मच्छरों को काटने से खुद को बचाएं।
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