गजरा राजा मेडिकल कॉलेज में मारपीट, मेडिसिन के जूनियर डॉक्टर ने कार्डियोलॉजी के जूनियर डॉक्टर को पीटा
GRMC Gwalior Fight ग्वालियर: गजरा राजा मेडिकल कॉलेज ग्वालियर के वार्षिकोत्सव को लेकर इस बार डॉक्टर्स के बीच जमकर मारपीट की घटना सामने आई है। कार्डियोलॉजी से डीएम कर रहे जूनियर डॉक्टर डॉ. मोहित बुधवार-गुरुवार की रात करीब 1 बजे के बाद चाय पीने के लिए केआरएच के पास बनी कैंटीन में पहुंचे। तभी मेडिसिन के जूनियर डॉक्टरों ने अपने कुछ साथियों को बुलाकर डॉ. मोहित की जमकर पिटाई (Fight in Gajra Raja Medical College) कर दी। वहां मौजूद लोगों ने बीच बचाव कराने का प्रयास किया, तब जाकर मामला शांत हुआ। मारपीट में जूनियर डॉक्टर को गंभीर चोटें आई हैं, जिसके चलते उन्हें कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया है।
नशे में धुत थे आरोपी जूनियर डॉक्टर!
बताया जा रहा है कि मारपीट करने वाले जूनियर डॉक्टर नशे की हालत में थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने दबिश भी दी लेकिन मिले हैं। बता दें कि वार्षिकोत्सव में मेडिसिन (Gajra Raja Medical College Annual Function ) के एक और जूनियर डॉ. आशीष कुमार अपने साथियों के साथ वहां पहुंच गया। नशे की हालत में एमबीबीएस के स्टूडेंट को धमकाने के साथ हंगामा किया। इस मामले की शिकायत डीन से फोन पर की गई है। मामले की सूचना मिलते ही डीन मौके पर पहुंचे तो उन्हें देखकर आरोपी छात्र फरार हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीन ने मेडिसिन के जूनियर डॉक्टर आशीष कुमार को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है।
कॉलेज में मेडिसिन विभाग के जूनियर डॉक्टर का खौफ
जीआरएमसी प्रबंधन के लिए मेडिसिन विभाग के जूनियर डॉक्टर सिर दर्द (GRMC Gwalior Fight) बन गए हैं। इस कारण जब भी मारपीट की घटना होती है तो मेडिसिन विभाग के जूनियर डॉक्टरों के नाम सामने आते हैं। बीते साल अटेंडेंट को बंद करके डंडे से पीटने का मामला हो या फिर ड्यूटी रूम में मरीज से विवाद। मेडिसिन के जूनियर डॉक्टर आए दिन किसी न किसी विवाद को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं।
पीड़ित डॉक्टर का गंभीर आरोप
पीड़ित डॉक्टर ने पुलिस की दी शिकायत में बताया है, "मेडिसिन विभाग के जूनियर डॉक्टर रोटेशन में आते हैं। एक दिन डॉ. मनोज और एक दिन डॉ. हेमंत को आना था। ये दोनों जूनियर डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं आए तो मैंने इसकी जानकारी विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीत रस्तोगी को दी। एक दिन विभागाध्यक्ष ने मेडिसिन के विभागाध्यक्ष को इसकी जानकारी दे दी। ये दोनों 2 माह से मुझे धमकी दे रहे थे कि तुमने हमारी शिकायत कैसे की, अब तुम बचोगे नहीं। बुधवार-गुरुवार की रात केआरएच के बाहर कैंटीन में चाय पी रहा था, तभी ये लोग अपने साथियों के साथ आए और मुझ पर लात-घूसों से हमला बोल दिया। किसी तरह से मैं जान बचाकर भागा। कभी सोचा नहीं था कि कोई जूनियर डॉक्टर अपने सीनियर डॉक्टर के साथ ऐसा कर सकता है।"
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन
वहीं, जूनियर डॉक्टर के साथ मारपीट के मामले जांच के लिए कमेटी बना दी गई है। इस मामले में एफआईआर भी दर्ज करा दी गई है। जीआरएमसी के डीन डॉ. आरकेएस धाकड़ का कहना है, "इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। ताकि आगे से कोई ऐसी वारदात को अंजाम देने के बारे में न सोच पाए।"