MP Digvijay Singh: दिग्विजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एमपी सरकार पर लगाए बड़े आरोप
MP Digvijay Singh: भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार और भाजपा नेताओं पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जब कमलनाथ के नेतृत्व में एमपी में कांग्रेस सरकार बनी थी तब सरकार पर गोविंद राजपूत को परिवहन विभाग दिए जाने का भारी दबाव था। ऐसे में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने एक बोर्ड का गठन किया था जिसे बाद में शिवराज सरकार ने खत्म कर दिया।
गोविंद राजपूत पर लगाया वसूली करने का आरोप
दिग्विजय सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्रित्व काल में राज्य में ठेका प्रणाली शुरू हो गई थी। जो सबसे ज्यादा वसूली करता था, उसकी नियुक्ति गोविंद राजपूत द्वारा की जाती थी। सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में कभी भी भ्रष्टाचार का इतना बड़ा मामला नहीं देखा। जंगल में एक कार में 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए नगद मिले। आखिर परिवहन विभाग के अंदर किस तरह से चेक पोस्ट की नीलामी हो रही थी कि इतनी बड़ी करेंसी और सोना बिना नजर में आए जंगल में मौजूद थे।
दिग्विजय ने बताया, कैसे होती थी वसूली
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकायुक्त और पुलिस की कार्रवाई के बीच यदि आयकर विभाग नहीं आता तो इस मामले में कोई कार्रवाई भी नहीं होती। उन्होंने सौरभ शर्मा का नाम लेते हुए कहा कि वह इस मामले से जुड़ा है और इस समय दुबई में है। दिग्विजय (MP Digvijay Singh) ने कहा कि मेरे पास जो जानकारी समाने आई है, इसमें चार लोग शामिल थे। इसमें संजय श्रीवास्तव ऑर्डर करवाते थे, आरटीआई वीरेश, दशरथ सिंह पटेल और सौरभ शर्मा वसूली करते थे।
हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से जांच करवाने की मांग की
उन्होंने कहा कि प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस होना चाहिए। चारों की गिरफ्तारी कर मनी ट्रेल का मामला दर्ज कराना चाहिए। उन्होंने पूरे मामले की जांच हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से भी करवाने की मांग करते हुए कहा कि इस मामले से जुड़े सभी लोगों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मामले में जांच करने को लेकर दिग्विजय सिंह (MP Digvijay Singh) ने पत्र लिखा।
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