करोड़ों की अवैध संपत्ति का मालिक RTO पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा गिरफ्तार, लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई
RTO Constable Saurabh Sharma भोपाल: 52 किलो सोना सहित करोड़ों की अवैध संपत्ति का मालिक और आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा जैसे ही अदालत पहुंचा उसी वक्त लोकायुक्त ने उसे गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त की टीम सौरभ शर्मा को अपने साथ ले गई, हालांकि उसके वकील ने लोकायुक्त द्वारा की गई गिरफ्तारी को अवैध बताया है। सौरभ शर्मा पिछले 41 दिनों से फरार था। भोपाल की विशेष अदालत ने उसे हाजिर होने का आदेश दिया था, जिसके बाद कार्रवाई तेज की गई।
जमानत याचिका खारिज होने के बाद कोर्ट में सरेंडर का दिया था आवेदन
सौरभ शर्मा ने भोपाल जिला न्यायालय में अग्रिम जमानत (RTO Constable Saurabh Sharma) लगाई थी, जो कोर्ट से खारिज हो गई थी। इसके बाद सौरभ के सामने सरेंडर का ही रास्ता बचा था। वहीं, सौरभ शर्मा की संपत्तियों को लेकर आयकर विभाग और ईडी ने भी छापेमार कार्रवाई की थी। सौरभ सोमवार अदालत पहुंचा लेकिन जांच एजेंसियों को भनक भी नहीं लगी, अब कोर्ट जाने पर उसकी गिरफ्तारी कर ली गई। अब एजेंसियां उससे पूछताछ कर पाएगी।
सौरभ शर्मा के वकील का गंभीर आरोप
वहीं, लोकायुक्त की टीम के द्वारा सौरभ शर्मा को गिरफ्तार किए जाने के बाद सौरभ शर्मा के वकील ने गंभीर आरोप लगाए हैं। वकील राकेश पाराशर का कहना है, "लोकायुक्त ने गलत तरीके से सौरभ को गिरफ्तार किया है। सौरभ कोर्ट के आदेश पर 11 बजे हाजिर होने वाला था। लेकिन, लोकायुक्त पुलिस ने उसे गलत तरीके से अरेस्ट कर लिया। जबकि, सौरभ ने सोमवार को कोर्ट में खुद उपस्थित होकर सरेंडर करने का आवेदन दिया था, एडीजे रामप्रसाद मिश्रा ने लोकायुक्त को केस डायरी के साथ उपस्थित होने के आदेश दिए थे। कोर्ट में पेश होने के पहले लोकायुक्त ने सौरभ को गिरफ्तार कर लोकायुक्त कार्यालय ले गई, जहां उससे पूछताछ जारी है।"
कार में मिला था 54 किलो सोना
बता दें कि, 17 दिसंबर को सौरभ शर्मा के घर लोकायुक्त के छापे (Lokayukta police arrested Saurabh Sharma) के अलगे दिन आयकर विभाग को भोपाल में ही इनोवा कार मिली थी। रात को इस कार में 54 किलो सोना मिला था। कार सौरभ शर्मा के दोस्त चेतन सिंह गौर के नाम पर रजिस्टर्ड है, लेकिन इसका उपयोग सौरभ शर्मा के कार्यालय के लोग किया करते थे। फिलहाल, अब लोकायुक्त की टीम सौरभ शर्मा से पूछताछ में जुटी है।
सौरभ शर्मा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
लोकायुक्त पुलिस की टीम लंबे समय से इस मामले की जांच में सक्रिय थी। सौरभ शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं और उसकी संपत्तियां चर्चा का विषय बनी हुई हैं। एक नजर डालते हैं प्रमुख बिंदु पर...
- 41 दिन से फरार सौरभ शर्मा को पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई गई थीं।
- स्पेशल कोर्ट में अदालत में सौरभ शर्मा को अदालत में पेश होने के निर्देश दिए थे।
- लोकायुक्त की कार्रवाई करोड़पति कॉन्स्टेबल पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच जारी है।
- एजेंसियों को भनक लगी थी। सरेंडर होने का आवेदन देकर गायब हो गया था।
(भोपाल से सरस्वती चंद्र की रिपोर्ट)
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